नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार सुबह अयोध्या के लिए रवाना हुए जहां वे ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ का शिलान्यास करेंगे. कुछ ही देर में वो अयोध्या पहुंचेंगे. यहां से हेलिपेड से वो सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचेंगे.
पीएमओ ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या के लिए रवाना होते हुए.’
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक तस्वीर साझा की जिसमें मोदी वायु सेना के एक विमान पर सवार होने से पहले अभिवादन स्वीकार कर रहे हैं. इस दौरान मोदी पारम्परिक धोती कुर्ता पहने हुए हैं.
विमान से प्रधानमंत्री लखनऊ जाएंगे और फिर वहां से हेलीकॉप्टर पर सवार होकर वे अयोध्या पहुंचेंगे.
पीएमओ की ओर से जारी एक बयान में मंगलवार को कहा गया कि इस कार्यक्रम से पहले मोदी हनुमानगढ़ी में ‘पूजा’ और ‘दर्शन’ करेंगे.
हनुमानगढ़ी में पूजा-अर्चना के बाद प्रधानमंत्री ‘श्री राम जन्मभूमि’ जाएंगे, जहां वह ‘भगवान श्री रामलला विराजमान’ की पूजा और दर्शन करेंगे.
बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री पारिजात का पौधा लगाएंगे और फिर भूमि पूजन करेंगे.
मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने के लिए वह एक पट्टिका का अनावरण करेंगे और इस मौके पर ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी करेंगे.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के प्रमुख महंत नृत्य गोपालदास अपने घर से भूमि पूजन स्थल के लिए रवाना हो गए हैं. नृत्यगोपाल दास अपने साथ चांदी की शीला लेकर निकले हैं, जिसके साथ मंदिर का शिलान्यास किया जाएगा.
सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी भी भूमि पूजन स्थल पर पहुंच चुके है. अंसारी पीएम मोदी का स्वागत करेंगे और रामचरित मानस भेट करेंगे. इसके अलावा साध्वी ऋतंभरा,स्वामी रामदेव सहित कई साधु संत भूमि पूजन स्थल पर पहुंच गए है.
मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 500 वर्ष पहले जो महायज्ञ प्रारम्भ हुआ, उसकी पूर्णाहुति आज होने जा रही है. प्रधानमंत्री के करकमलों से अयोध्या में श्रीराम मंदिर की आधारशिला रखी जायेगी.मोदी जी ने दृढ़ इच्छाशक्ति और संकल्पशक्ति का परिचय दिया है। सारा देश उनका अभिनंदन करता है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, भूमि पूजन के मौक़े पर पूरे देश को बधाई. भगवान राम का आशीर्वाद हम पर बना रहे. उनके आशीर्वाद से हमारे देश को भुखमरी, अशिक्षा और ग़रीबी से मुक्ति मिले और भारत दुनिया का सबसे शक्तिशाली राष्ट्र बने. आने वाले समय में भारत दुनिया को दिशा दे.