देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार महिलाओं पर केंद्रित कई योजनाएं चला रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं.
धामी ने राज्य स्तरीय सड़क शक्ति ‘तीलू रौतेली’ और ‘आंगनबाड़ी कार्यकर्ता’ पुरस्कार वितरण समारोह 2024-25 में हिस्सा लिया.
सीएम धामी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘नारी तू नारायणी’ के मंत्र के साथ महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रहे हैं. चाहे संसद और विधानसभा में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देना हो, या फिर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, उज्ज्वला योजना, लक्षपति दीदी योजना—केंद्र सरकार हर स्तर पर महिलाओं को सशक्त बना रही है. इसी तरह, तीन तलाक जैसी कुप्रथा को खत्म कर प्रधानमंत्री मोदी ने देश की महिलाओं को सामाजिक रूप से मजबूत किया है.”
देहरादून में राज्य स्त्री शक्ति 'तीलू रौतेली' एवं 'आंगनबाड़ी कार्यकर्ती' पुरस्कार वितरण समारोह में 13 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार और उत्कृष्ट कार्य करने वाली 33 आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ती पुरस्कार से सम्मानित किया। pic.twitter.com/Gf0Dn3mLAS
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 4, 2025
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की महिलाओं में क्षमता और योग्यता की कोई कमी नहीं है.
उन्होंने कहा, “महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए हाउस ऑफ हिमालयाज के उत्पाद बहुराष्ट्रीय कंपनियों को भी पीछे छोड़ रहे हैं. इसलिए सरकार हमेशा महिला समूहों को प्रोत्साहित करती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदार की धरती से कहा था कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड के नाम होगा और इस क्रांति में महिला समूह अहम भूमिका निभाएंगे.”
सीएम धामी ने आगे कहा कि राज्य सरकार भी महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ‘मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना’ और ‘उद्यमिता विकास कार्यक्रम’ जैसी योजनाएं चला रही है. “महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख रुपये तक का ब्याजमुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है.”
इस साल राज्यभर से कुल 13 महिलाओं को ‘तीलू रौतेली पुरस्कार’ के लिए चुना गया है. इसके अलावा, 33 महिलाओं को राज्य स्तरीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुरस्कार दिया जा रहा है.