बांसवाड़ा: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने राज्य को कई विकास परियोजनाओं का “उपहार” दिया है.
सीएम शर्मा ने कहा, “जब भी पीएम मोदी राजस्थान आते हैं, वे राज्य को उपहार देते हैं. आज उन्होंने राज्य में करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया. पीएम ने युवाओं को नियुक्ति पत्र भी दिए. अब तक हमने 51,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र जारी किए हैं. हम राणा प्रताप के इर्द-गिर्द एक पर्यटन सर्किट भी बना रहे हैं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांसवाड़ा, राजस्थान में केंद्र और राज्य सरकारों की संयुक्त पहल से 1,22,100 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया.
‘अंत्योदय’ और ‘एकात्म मानववाद’ की पावन विचारधारा के प्रवर्तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती के शुभ अवसर पर, बांसवाड़ा जिले के नापला में माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने 1 लाख 8 हजार करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास कर राजस्थान को ऐतिहासिक… pic.twitter.com/SEAaKQCVKk
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) September 25, 2025
प्रधानमंत्री ने तीन ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई: बीकानेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस, जोधपुर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस, और उदयपुर सिटी-चंडीगढ़ एक्सप्रेस.
पीएम मोदी ने बांसवाड़ा जिले में राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के ‘पीएम-कुसुम’ परियोजना के लाभार्थियों से भी बातचीत की.
प्रधानमंत्री ने एन्यूशक्ति विद्युत निगम लिमिटेड के “माही बांसवाड़ा राजस्थान एटॉमिक पावर प्रोजेक्ट” (4X700 MW) का शिलान्यास किया, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 42,000 करोड़ रुपये है. यह भारत के ऊर्जा क्षेत्र को किफायती, भरोसेमंद और सतत ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के उनके संकल्प के अनुरूप है.
यह देश का एक सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र होगा, जो विश्वसनीय बेस लोड ऊर्जा प्रदान करेगा और भारत की पर्यावरणीय नेतृत्व क्षमता व विकसित हो रहे परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में स्थिति मजबूत करेगा. माही बांसवाड़ा परियोजना में चार 700 मेगावाट के प्रेसराइज्ड हेवी वाटर रियैक्टर शामिल हैं, जो NPCIL द्वारा उन्नत सुरक्षा सुविधाओं के साथ डिज़ाइन और विकसित किए गए हैं.
यह परियोजना भारत की व्यापक “फ्लीट मोड” पहल का हिस्सा है, जिसके तहत पूरे देश में दस समान 700 मेगावाट रियैक्टर एक समान डिजाइन और खरीद योजना के तहत बनाए जा रहे हैं. इस परियोजना से लागत में बचत, तेजी से कार्यान्वयन और समेकित संचालन विशेषज्ञता सुनिश्चित होगी.
प्रधानमंत्री ने राजस्थान में लगभग 19,210 करोड़ रुपये की हरित ऊर्जा परियोजनाओं का भी उद्घाटन और शिलान्यास किया.