कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने के लिए कोविड-19 संकट को अवसर में बदलने की जरूरत है. देश को जिन सामानों का विदेशों से आयात करना पड़ता है, उनका देश में ही विनिर्माण सुनिश्चित करने के लिए हमें कदम उठाने होंगे.
LIVE: PM Modi addresses annual plenary session of Indian Chamber of Commerce (ICC). https://t.co/iQufQABlGe
— BJP (@BJP4India) June 11, 2020
मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोलकाता में इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) के 95वें सालाना पूर्ण अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यह समय देश को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कड़े निर्णय करने और साहसिक निवेश करने का है.
बीते 5-6 वर्षों में, देश की नीति और रीति में भारत की आत्मनिर्भरता का लक्ष्य सर्वोपरि रहा है।
अब कोरोना संकट ने हमें इसकी गति और तेज करने का सबक दिया है।
इसी सबक से निकला है- आत्मनिर्भर भारत अभियान: पीएम मोदी pic.twitter.com/0iMOM1o7tM
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प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य देश की नीति और व्यवहार में सर्वोपरि बन गया है. कोविड-19 संकट ने हमें यह समझने का मौका दिया कि कैसे इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों की गति को बढ़ाया जाए.’
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मोदी ने कहा कि जन केंद्रित, जन आधारित और जलवायु अनुकूल विकास भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कामकाज का हिस्सा है.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत कोविड-19 संकट के साथ-साथ बाढ़, टिड्डी दल के हमले और भूकंप जैसी कई चुनौतियों से लड़ रहा है. आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए हमें संकट को अवसर में बदलना होगा. जिन सामान का हमें आयात करना पड़ता है उनका देश में ही विनिर्माण सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने होंगे.’
पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के पूर्वी क्षेत्र और पूर्वोत्तर भारत के विकास में इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईसीसी), विशेषकर वहां की विनिर्माण इकाइयों का योगदान ऐतिहासिक बताते हुए तारीफ की.
प्रधानमंत्री ने हाल ही में किसानों के लिए लाए गए कानूनों की बात करते हुए कि किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को लेकर जो निर्णय हाल में हुए हैं, उन्होंने कृषि अर्थव्यवस्था को बरसों की गुलामी से मुक्त कर दिया है.
पश्चिम बंगाल का जिक्र करते हुए कहा कि हमें पश्चिम बंगाल में विनिर्माण क्षेत्र को फिर से खड़ा करना होगा. यह साहसी निवेश का समय है, संकीर्ण फैसलों का नहीं.
उन्होंने कहा कि पिछले 5-6 सालों में भारत को आत्म-निर्भर बनाने के लक्ष्य को नीति और व्यवहार में सबसे ऊपर रखा गया है. कोविड-19 संकट ने हमें सबक दिया कि कैसे इन प्रयासों को तेज करना है.
अपनी सरकार उपलब्धि की बात करते हुए कहा कि बैंकिंग सेवाएं उन लोगों तक भी पहुंची हैं जिन्हें लंबे समय तक ‘नहीं देने वाली’ श्रेणी में रखा गया था.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)