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Thursday, 9 May, 2024
होमदेशकोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए 'होली मिलन' समारोह में शामिल नहीं होंगे पीएम मोदी, भारत में अबतक 6 संक्रमित

कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए ‘होली मिलन’ समारोह में शामिल नहीं होंगे पीएम मोदी, भारत में अबतक 6 संक्रमित

कोरोनावायरस दुनिया के कम से कम 70 देशों को अपनी चपेट में ले चुका है. चीन के अलावा, ईरान और दक्षिण कोरिया में सबसे अधिक मौते हुई हैं. ईरान के 23 सांसद इससे पीड़ित हैं.

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नयी दिल्ली/लखनऊ/हैदराबाद: कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए होली मिलन समारोह में शामिल नहीं होंगे पीएम मोदी. प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा, इस बार वह किसी भी होली मिलन समारोह में शामिल नहीं होंगे. प्रधानमंत्री के ट्वीट किया कि दुनिया भर के विशेषज्ञों ने कोरोनावायरस (कोविड-19 ) के प्रसार से बचने के लिए सामूहिक समारोहों को कम करने की सलाह दी है. इसलिए, इस साल मैंने किसी भी होली मिलन कार्यक्रम में भाग नहीं लेने का फैसला किया है.

भारत में अभी तक छह लोगों में कोरोनावायरस से संक्रमण से पुष्टि हो गई है. वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें सतर्क हैं. दिल्ली से सटे नोएडा में जहां मंगलवार को दो स्कूलों में छुट्टी दे दी गई थी वहीं राजधानी सहित एनसीआर के सभी स्कूलों ने बच्चों के लिए गाइडलाइन जारी कर सर्दी, खांसी और जुकाम से पीड़ित बच्चों को घर पर ही रखते की सलाह दी है. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ कोरोनावायरस से निपटने के लिए की जा रही तैयारी को लेकर हाई लेवल मीटिंग बुलाई.

नोएडा में कोरोना वायरस के संदेह में तीन बच्चों समेत जिन छह लोगों के नमूने लिए गए थे, उनकी जांच नेगेटिव पाई गई है. अधिकारियों ने बताया कि हालांकि सभी छह लोगों को अगले 14 दिन के लिए अपने-अपने घर में अलग थलग रहने को कहा गया है अगर उनमें कोविड-19 के लक्षण नजर आते हैं तो उनके नमूनों की फिर से जांच की जाएगी.

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इसके साथ ही देश में अभी तक कोविड-19 के संक्रमण के छह मामलों की पुष्टि हुई है. इनमें से तीन मरीज केरल के थे जिनका इलाज हो चुका है और वे स्वस्थ हो गए हैं.

70 देशों में फैला, ईरान और दक्षिण कोरिया सबसे अधिक प्रभावित

जबकि कोरोनावायरस दुनिया के कम से कम 70 देशों को अपनी चपेट में ले चुका है. चीन से फैले कोरोनावायरस से चीन के अलावा, ईरान और दक्षिण कोरिया में सबसे अधिक मौते हुई हैं. खतरनाक कोरोनावायरस ने ईरान की संसद की नींद उड़ा दी है क्योंकि इस देश के 23 सांसद इससे पीड़ित हो चुके हैं. वहीं दक्षिण कोरिया में तेजी से फैल रहे इस वायरस से बुधवार को 142 मामले सामने आए हैं. इस बीमारी से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 5328 हो गई है. जबकि यहां अभी तक 32 लोगों की जान जा चुकी है, चार नए मामले बुधवार के ही हैं.

इससे निपटने के लिए एक नया कदम उठाया गया है. यह कदम है ‘ड्राइव थ्रू टेस्टिंग’ जिसके तहत वाहन में सवार रहने के दौरान ही चिकित्साकर्मी लोगों के बुखार या सांस में तकलीफ की जांच कर रहे हैं. जबकि देश के राष्ट्रपति मून जेई-इन ने घातक वायरस के खिलाफ युद्ध की घोषणा की है. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई सार्वजनिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है और देश में स्कूलों की छुट्टी को तीन हफ्तों के लिए बढ़ा दिया गया है.

विश्व बैंक का 12 अरब डॉलर के सहायता पैकेज का ऐलान

विश्व बैंक ने कोरोनोवायरस के प्रकोप से निपटने में विभिन्न देशों की मदद करने के लिए 12 अरब डॉलर के सहायता पैकेज की घोषणा की. विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास ने संवाददाताओं से कहा, ‘इसका मकसद जरूरतमंद देशों को तेजी से प्रभावी सहायता मुहैया कराना है.’

उन्होंने कहा कि कोविड-19 वायरस के प्रसार को रोकने की जद्दोजहद में ऐसे गरीब देशों पर पड़ने वाले अतिरिक्त बोझ को पहचानना जरूरी है, जिनके पास इससे लड़ने के कम साधन हैं. विश्व बैंक ने एक बयान में कहा कि यह धनराशि खासतौर से दुनिया के सबसे गरीब देशों के लिए है और इसका इस्तेमाल चिकित्सा उपकरणों या स्वास्थ्य सेवाओं के लिए किया जा सकता है और इसमें विशेषज्ञता तथा नीतिगत सलाह भी शामिल हैं. चीन में दिसंबर में सामने आए कोरोना वायरस से दुनिया भर में 3,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 90,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं.

मलपास ने कहा कि यह सहायता उन देशों को दी जाएगी, जो मदद के लिए अनुरोध करेंगे। बैंक कई सदस्य देशों के संपर्क में है, लेकिन उन्होंने किसी खास देश का उल्लेख नहीं किया, जिसे सबसे पहले सहायता दी जाएगी।

उन्होंने कहा, ‘मुख्य बात तेजी से कदम उठाना है. जिंदगियों को बचाने के लिए रफ्तार जरूरी है.’

इटली का पर्यटक संक्रमित

अधिकारियों ने बताया कि जयपुर से इटली के जिस पर्यटक का नमूना पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान को भेजा गया था, वह पॉजिटिव आया है. इस पर्यटक के पहले दो नमूनों की जांच रिपोर्ट में कुछ दिक्कत आयी थी. इटली के 69 वर्षीय पर्यटक की पत्नी के नमूने की जांच भी मंगलवार को पॉजिटिव आयी है. लेकिन उसके नमूने को फिर से जांच के लिए पुणे भेजा गया है. दंपति को फिलहाल जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दंपति के साथ उस समूह में मौजूद इटली के 21 पर्यटकों और तीन भारतीय टूर ऑपरेटरों को दिल्ली स्थित कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों के लिए बने आईटीबीपी के क्वारेंटिन (पृथक रहने की) सेंटर में रखा गया है. सोमवार को और दो लोगों में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इससे निपटने के लिए की गई तैयारियों का विस्तृत जायजा लिया. उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे घबराएं नहीं और सामान्य एहतियात बरतें.

सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के मयूर विहार के जिस व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई है उसे रविवार की रात सफदरजंग अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती किया गया है. यह व्यक्ति इटली से दिल्ली आया था.

नोएडा के जिस स्कूल में इस संक्रमित व्यक्ति का बच्चा पढ़ता है उसने अपने यहां चार से छह मार्च तक कक्षाएं बंद रखने की घोषणा कर दी है. वहीं एक अन्य स्कूल ने नौ मार्च तक कक्षाएं बंद रखने की बात कही है. हालांकि स्कूल ने अभिभावकों को भेजे गए संदेश में स्पष्ट किया है कि इससे बोर्ड परीक्षाएं प्रभावित नहीं होंगी.

नोएडा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनुराग भार्गव ने बताया कि मयूर विहार में रहने वाले इस व्यक्ति ने पिछले सप्ताह अपने बच्चे के जन्मदिन की पार्टी दी थी. उस दौरान कई लोग उसके संपर्क में आए थे.

भार्गव ने संवाददाताओं से कहा, ‘ऐसे पांच छात्रों का नमूना लेकर उसे जांच के लिए एनसीडीसी (राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र) भेजा गया है. रिपोर्ट आज बाद में आने की संभावना है. उसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी.’

उन्होंने बताया कि स्कूल को खाली करा दिया गया है. परिसर को साफ कराया जा रहा है. वहां धूमन हो रहा है. छात्रों और उनके अभिभावकों को एहतियात बरतने को कहा गया है.

अधिकारियों ने बताया कि पेशे से अकाउंटेंट इस व्यक्ति के संपर्क में आने वाले परिवार के कुछ सदस्यों को दिल्ली और आगरा में उनके घरों में पृथक रखा गया है. आगरा से छह अन्य लोगों में ‘तेज बुखार के लक्षण’ के बाद उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रखा गया है और उनके नमूनों को जांच के लिए पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा गया है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के माध्यम से उन लोगों का पता लगाया जा रहा है जो इन छह लोगों के संपर्क में आए थे.

लक्षण पाए गए

उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान में कहा कि दिल्ली के संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए आगरा के दो निवासियों में कोरोना वायरस के लक्षण पाये गए हैं.

बयान के अनुसार, ‘अभी तक 23 लोगों की पहचान की गई है और 13 लोगों की रिपोर्ट आ गई है. इनमें से छह लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका है और उनके नमूनों को पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा जा रहा है. सभी छह संदिग्ध मरीजों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिन 10 लोगों के नमूने एनसीडीसी, दिल्ली भेजे गए हैं, उनकी रिपोर्ट का इंतजार है.’

आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मुकेश वत्स ने बताया कि आगरा के पर्यटन स्थलों के हॉस्टलों को कहा गया है कि वे इटली, ईरान या चीन से उनके यहां पर्यटक आने की स्थिति में तुरंत इसकी सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दें ताकि कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर उनकी जांच की जा सके.

बेंगलुरू में भी

जिस दूसरे व्यक्ति के संक्रमित होने की सोमवार को पुष्टि हुई है वह बेंगलुरु का 24 वर्षीय आईटी पेशेवर है. वह हाल ही में दुबई और बेंगलुरु गया था और अब उसे हैदराबाद के सरकारी गंगा अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलू ने कहा कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर के संपर्क में आने वाले सभी लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है.

तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई. राजेन्द्र ने हैदराबाद में संवाददाताओं को बताया कि इस इंजीनियर ने पिछले महीने दुबई और हांगकांग के लोगों के साथ काम किया था और संदेह है कि उसी दौरान वायरस से संक्रमित हुआ होगा.

चार देशों का वीजा निलंबित

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि तीन मार्च से पहले या तीन मार्च को इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया और जापान के जिन लोगों को वीजा (सामान्य और ई-वीजा दोनों) जारी किया गया है और जिन्होंने अभी तक भारत में प्रवेश नहीं किया है वे सभी कोविड-19 के बढ़ते खतरे के मद्देनजर निलंबित रहेंगे.

जापान और दक्षिण कोरिया के जिन लोगों को तीन मार्च से पहले वीजा ऑन अराइवल जारी किया गया है और जिन्होंने अभी तक भारत में प्रवेश नहीं किया है, उन सभी के वीजा निलंबित किए जाते हैं.

मंत्रालय ने कहा कि राजनयिकों, संयुक्त राष्ट्र और अन्य विश्व संगठनों के अधिकारियों, ओसीआई कार्डधारक और उपरोक्त देशों से आने वाले उड़ानों के चालक दल के सदस्यों को प्रवेश पर प्रतिबंध से छूट दी जाती है. हालांकि इन सभी के लिए भी मेडिकल जांच अनिवार्य है.

विमानन नियामक डीजीसीए ने सभी हवाई अड्डों और एयरलाइनों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि दक्षिण कोरिया, जापान और इटली से आने वाले विमान विसंक्रमण की प्रक्रिया से होकर गुजरें. यह प्रक्रिया दूसरी यात्रा के लिए यात्रियों के उसमें चढ़ने से पहले पूरी की जाए.

मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, किसी भी रास्ते भारत में प्रवेश कर रहे सभी अंतरराष्ट्रीय विमानों के सभी यात्रियों को उदघोषणापत्र भरने को कहा गया है, जिसमें फोन नंबर और भारत में अपना पता बताने को कहा गया है. साथ ही उन्होंने कहां-कहां यात्रा की है यह भी बताने को कहा गया है.

उसमें कहा गया है, जिनपर प्रतिबंध लगाया गया है उनके अलावा चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, ईरान, इटली, हांगकांग, मकाउ, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल, थाईलैंड, सिंगापुर और ताइवान से सीधे या किसी अन्य रास्ते आने वालों की प्रवेश पर ही मेडिकल जाचं अनिवार्य है.

मंत्रालय ने कहा है कि इस परामर्श के जारी होने के साथ ही पिछले जारी सभी परामर्श निलंबित माने जाएंगे.

प्रधानमंत्री की भी है नजर

प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘ कोविड 19 से निपटने की तैयारी की गहन समीक्षा की . विभिन्न मंत्रालय और राज्य साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जो भारत आने वाले लोगों की जांच से लेकर त्वरित चिकित्सा उपचार प्रदान करने के संबंध में है.’

कोरोना वायरस को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 25 अस्पतालों में 230 बिस्तरों वाले आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन और शीर्ष अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक कर विस्तृत जानकारी ली.

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, कैबिनेट सचिव ने मंगलवार को एक समीक्षा बैठक कर कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी ली. उन्होंने संबंधित मंत्रालयों के सचिवों और राज्यों के मुख्य सचिवों तथा स्वास्थ्य सचिवों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बात की.

सिंगापुर के एक मालवाहक जहाज पर काम करने वाले भारतीय दंपति को मंगलवार को ओडिशा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चीन से ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पहुंचने के बाद पुरूष को हल्का बुखार होने के कारण यह कदम उठाया गया है. दंपति उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. ये लोग एक मार्च को परादीप पहुंचे हैं.

महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि फिलहाल कोरोना वायरस संक्रमण के संदेह में मुंबई और पुणे में सिर्फ छह लोगों को पृथक रखा गया है.

राकांपा सांसद सुप्रिया सुले का कहना है कि राज्य में अभी तक संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि राज्य के 34 लोग ईरान में फंसे हुए हैं जहां संक्रमण बेहद खतरनाक तरीके से फैल रहा है.

(भाषा के इनपुट्स के साथ)

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