नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दो दिवसीय भारत यात्रा के बाद दोनों देशों के प्रमुखों के बीच हुई महत्वपूर्ण चर्चा के बाद विदेश मंत्रालय ने साझा बयान जारी किया है. दोनों देशों ने व्यापार, निवेश, शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया. दोनों देशों ने आंतक जैसे वैश्विक खतरे से निपटने के लिए साथ मिलकर काम करने पर सहमति जताई.
साझा बयान में दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने कहा है कि पाकिस्तान अपने क्षेत्र का इस्तेमाल आंतकवादी गतिविधियों के लिए न करें और मुंबई और पठानकोट में हुए हमलों के दोषियों को सज़ा दे.
ट्रंप आर मोदी ने एक साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं जिसमें संयुक्त राष्ट्र भी शामिल है उसमें बदलाव करने पर हामी भरी. राष्ट्रपति ट्रंप ने यूएनएससी में स्थायी सदस्यता के लिए भारत का समर्थन करने की भी बात कही.
राष्ट्रपति ट्रंप ने बिना किसी देरी के परमाणु सप्लाइर्स ग्रुप (एनएसजी) में भारत की उपस्थिति का समर्थन किया. बयान में कहा गया है कि दोनों देशों के प्रमुखों ने वैश्विक रणनीतिक साझेदाकी, विश्वास और दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क को मजबूत करने पर ज़ोर दिया.
दोनों देशों के प्रमुखों ने रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को बढ़ाने पर ज़ोर दिया. राष्ट्रपति ट्रंप ने भी रक्षा क्षेत्र में साझेदारी बढ़ाने की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धता जताई.
दोनों देशों के प्रमुखों ने अपने साझा बयान में आंतरिक सुरक्षा को आपसी साझेदारी से बढ़ाने पर ज़ोर दिया. साथ में अंतरराष्ट्रीय अपराध जैसे कि मानव तस्करी, आंतकवाद, कट्टर हिंसा, ड्रग तस्करी और साइबर क्राइम से साथ मिलकर निपटने पर प्रतिबद्धता जताई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश बढ़ाने की बात कही और लंबे समय के लिए व्यापार स्थिरता पर बात की जिससे भारत-अमेरिका की अर्थव्यवस्था को फायदा मिल सके.
दोनों देशों ने ऊर्जा क्षेत्र में साथ मिलकर आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता जताई. विज्ञान, तकनीक और नवोन्मेष के क्षेत्र में इसरो और नासा के प्रयासों को सराहा.
चीन से शुरू हुए कोरोनावायरस के विश्व के कई देशों में फैलने की दिशा में मोदी और ट्रंप ने इससे निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयास करने पर प्रतिबद्धता जताई.
इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में दोनों देशों की आपसी साझेदारी बेहतर हो इस दिशा में मोदी और ट्रंप ने अपनी बातचीत में जोर दिया. तीसरे देशों में यूएसएआईडी और भारतीय विकास साझेदार प्रशासन के बीच साझेदारी की दिशा में भी दोनों देशों ने बात की.
मोदी और ट्रंप ने भारत-यूएस-जापान के बीच बातचीत कर संबंध बेहतर करने की बात की. विदेश मंत्रियों और रक्षा मंत्रियों के बीच 2+2 बैठक की बात की और भारत-यूएस-ऑस्ट्रेलिया-जापान के बीच क्वॉड बैठक की चर्चा की.
दोनों देशों ने एक संप्रभु, लोकतांत्रिक, स्थिर और बेहतर अफगानिस्तान के बारे में चर्चा की. दोनों देशों ने अफगानिस्तान में शांति वार्ता की चर्चा की. ट्रंप ने अफगानिस्तान में स्थिरता और विकास के कामों में भारत की भूमिका को सराहा.