नई दिल्ली: कोरोनावायरस से उपजे हालात से जुड़ी ताज़ा जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के उप-सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कुल पॉज़िटिव मामलों में से 99 लोग ठीक हो गए हैं. वहीं, उन्होंने ये भी कहा कि कम्युनिटी शब्द का सरकार अभी तक इस्तेमाल नहीं कर रही है.
उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 92 नए मामले सामने आए हैं और 4 लोगों की मौत हो गई है. इसी के साथ भारत में कुल मामलों की संख्या 1071 और कुल मरने वालों की संख्या 29 हो गई है.
उन्होंने कहा, ‘अभी तक लोकल ट्रांसमिशन ही है. हमें इज़ाजत दें कि समय और ज़रूरत के हिसाब से हम कम्युनिटी (ट्रांसमिशन) शब्द का इस्तेमाल कर सकें.’ उन्होंने ये भी कहा कि लॉकडाउन की वजह से कुछ हद तक सही नतीजे मिल रहे हैं. हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि इसके क्या ख़ास फ़ायदे हुए हैं.
आगे की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, ‘हम ऐसी कोशिश कर रहे हैं चाहे जैसी भी परिस्थिति हो उससे निपटा जा सके.’ उन्होंने सबसे अनुरोध किया कि अगर किसी को लगता है कि उसे कोरोना के लक्षण हैं तो वो इसे छुपाए नहीं. पता चलने पर सरकार जितना अच्छा हो सकेगा उतना अच्छा इलाज देगी.
वहीं, उत्तर प्रदेश के बरेली में प्रवासी मज़दूरों पर छिड़के गए डिसइंफेक्टेंट के मामले पर उन्होंने कहा, ‘ये अति-उत्साही कर्मचारियों ने किया है. लोगों के ऊपर ऐसे छिड़काव का कोई आदेश नहीं है.’ उन्होंने बताया कि ज़िला प्रशासन ने इसका संज्ञान ले लिया है.
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने देश के इन राज्यों में मेडिकल के सामान और इमर्जेंसी सामान ले जाने के लिए कार्गो विमान उड़ने की इजाज़त दे दी है. उन्होंने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा वेंटिलेटर के काम में लगे होने की जानकारी देते हुए कहा कि देश में दवा बनाने वाली कंपनियों ने भरोसा दिया है कि इस आपदा के समय में दवा की कोई कमी नहीं होगी.
उन्होंने जानकारी दी कि देश में अभी हर रोज़ 6000-7000 पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीआई) बन रहे हैं. अगले हफ्ते के भीतर ये संख्या 15,000 प्रतिदिन की हो जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि फिलहाल देशभर में 3.34 लाख़ पीपीई उपलब्ध हैं.
गृह मंत्रालय की प्रवक्ता पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि गृह सचिव ने राज्य सरकारों से कहा है कि वो अपने डीएम और एसपी से कहें कि भटक रहे मज़दूरों के रहने-खाने की व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि ये सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि इन लोगों से किराया ना मांगा जाए.
इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च के आर गंगाखेड़कर ने जानकारी दी कि अभी तक कुल 38,442 टेस्ट हुए हैं. रविवार को कुल 3501 टेस्ट किए गए. उन्होंने कहा, ‘इसका मतलब है कि हम अभी भी अपनी टेस्टिंग क्षमता से 30 प्रतिशत पीछे हैं.’ उन्होंने ये भी कहा कि पिछले तीन दिनों में प्राइवेट लैब्स में 1334 टेस्ट किए गए हैं.