नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देशवासियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि हम संविधान की शपथ लेकर ही आगे बढ़ सकते हैं. इसके लिए हमें महात्मा गांधी के आदर्शों को याद रखना होगा और उसी के साथ आगे बढ़ना होगा. केंद्र सरकार की सामाजिक योजनाओं की तारीफ करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार की जनकल्याण की योजनाओं ने काफी लोगों को लाभ पहुंचाया है.
उन्होंने कहा, ‘सरकार ने जनसरोकार के लिए कई अभियान चलाए हैं. जिसमें लोगों ने भी भागीदारी की है. रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ना हो या प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना हो. इससे आम लोगों को फायदा मिल रहा है. लोगों के जीवन में एक नई रोशनी आई है. सरकार की योजनाओं से हमारे अन्नदाता अच्छे से अपना जीवन बिता पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान की तरह हीं जल शक्ति अभियान भी सफल होगा.’
As India and Indians march forward, we remain committed to engaging the global community to build a secure and prosperous future for ourselves and for the entire humanity: President Kovind
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 25, 2020
कोविंद ने कहा, ‘हम देश के हर हिस्से के विकास के लिए काम कर रहे हैं. देश के विकास के लिए एक आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था का होना भी जरूरी है. इसलिए सरकार ने इस दिशा में काम किया है. सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं के जरिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम किया है. आयुषमान योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना है. जैनरिक दवाइयों की उपलब्धता से लोगों का खर्च कम हुआ है.’
उन्होंने कहा, ‘भारत में सदैव ज्ञान को तरजीह दी गई है. शैक्षणिक संस्थाओं को ज्ञान का केंद्र माना जाता है. शिक्षा ही सशक्तिकरण की एक बड़ी चीज है. सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में काम किया है. शिक्षा व्यवस्था को विश्व स्तरीय बनाने के लिए हमें काम करते रहना है.’
राष्ट्रपति कोविंद ने भारतीय विज्ञान के क्षेत्र में काम कर रही इसरो की टीम को अच्छा काम करने पर बधाई दी. उन्होंने कहा, ‘भारत खेल में भी अच्छा कर रहा है. ओलंपिक 2020 के खेल प्रतियोगिता में देशवासियों को खिलाड़ियों से काफी उम्मीद है. उन्होंने विदेशों में रहने वाले लोगों की तारीफ की और कहा कि वे न केवल अपने परिश्रम से अच्छा काम कर रहे हैं ब्लकि देश का नाम ऊंचा कर रहे हैं.’
कोविंद ने कहा, ‘हमारे किसान, डॉक्टर ,शिक्षक, युवा, श्रमिक, उद्दमी, कलाकार, भारत के सभी विशेषज्ञ और सभी देशवासी और देश की बेटियां हमारी गौरव हैं. इन लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र में अच्छा काम किया है.’
उन्होंने कहा, ‘सामान्य व्यक्ति भी समाज में अपने काम के दम पर बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं.’
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ‘हम 21वीं सदी के तीसरे दशक में आ चुके हैं. युवा बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी निभा रहे हैं. तकनीक में प्रगति के कारण उनमें काफी जानकारी है. युवाओं के लिए राष्ट्र हमेशा सर्वोपरि रहता है. राष्ट्र निर्माण में गांधी जी के विचार आज भी प्रासंगिक है. युवाओं को गांधी जी के मानव कल्याण और अहिंसा की सीख को हमेशा याद रखना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘देश के समग्र विकास के लिए सबको मिलकर काम करना चाहिए. गणतंत्र दिवस भारतीय लोकतंत्र का एक उत्सव है. राष्ट्रपति ने संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर को याद किया और उनके योगदान को स्मरण किया. उन्होंने कहा कि उनके विचार हमेशा हमारे लिए पथ दिखाने वाले रहेंगे.’
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ‘गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के मौके पर अतिथि को बुलाने की एक परंपरा रही है. इस बार हमारे एक अच्छे दोस्त ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो अतिथि होंगे.’