श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि कोई यह अंदाजा नहीं लगा सकता कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार किए गए हमले के बाद आगे क्या होगा क्योंकि नुकसान के संबंध में कोई जानकारी नहीं है. पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के विमानों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार की और पाकिस्तान वायुसेना द्वारा जवाबी कार्रवाई करने के बाद जल्दबाजी में बम गिराने के बाद लौट गए. वहीं अलग-अलग रिपोर्टों को विरोधाभासी बताकर पीडीपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने वायुसेना की कार्यवाई पर सवाल खड़ा किया है.
Post pre dawn strikes carried out by IAF, conflicting reports coming in. Official communique by FS claims that terror training camps were bombed while Pak denied this & said that the planes made a hasty retreat after being spotted. Hope objective of both sides has been served.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 26, 2019
पीडीपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक ट्वीट कर कहा आधी रात के बाद किये गये हमले के बारे में अलग-अलग रिपोर्टें आ रही हैं. विदेश सचिव का दावा है कि आतंकी प्रशिक्षण शिविर पर बम गिराये गये, जबकि पाकिस्तान ने इसका खंडन किया है और कहा है कि भारतीय लड़ाकू विमानों को हड़बड़ी में वापस लौटना पड़ा जब पाकिस्तान की उन पर नजर पड़ी. आशा करती हूं कि दोनों पक्षों का जो मकसद था वह पूरा हुआ.
यह भी पढ़ें:
भारतीय वायुसेना द्वारा किये गये पहले के हमले, विरोधाभासी सूचना आ रही है. आधिकारिक विज्ञप्ति में एफएस का दावा है कि आतंकी प्रशिक्षण शिविरों पर बमबारी की गई है, जबकि पाकिस्तान ने इससे इंकार किया है और कहा कि उम्मीद कि दोनों पक्षों ने अपना मकसद पूरा किया है.
पाकिस्तान के दावे के बाद अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘जब तक हमें पता नहीं चल जाता कि पाकिस्तानी जनरलों द्वारा किस बालाकोट के बारे बात की जा रही है, यह अंदाजा लगाना बेकार है कि हमने किस पर हमला किया होगा और हवाई हमले का क्या नतीजा होगा.’
उन्होंने कहा, ‘अगर यह केपीके (खैबर पख्तूनख्वा) में स्थित बालाकोट है तो यह एक बड़ा हमला है और भारतीय वायुसेना के विमानों द्वारा एक महत्वपूर्ण स्ट्राइक है.’ उमर ने कहा, ‘हालांकि, अगर यह एलओसी से सटा पुंछ सेक्टर में स्थित बालाकोट है तो यह काफी हद तक प्रतीकात्मक स्ट्राइक है क्योंकि साल के इस समय में आगे के लॉन्च पैड और आतंकवादी शिविर खाली और निष्क्रिय हैं.’
नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष ने हवाई हमलों से संभावित नुकसान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘समस्या अब प्रधानमंत्री इमरान खान की अपने देश के प्रति जताई गई प्रतिबद्धता है. ‘पाकिस्तान जवाब देने के बारे में नहीं सोचेगा, पाकिस्तान जवाब देगा’. उन्होंने चिंता जताते हुए कहा, ‘यह जवाब क्या रूप लेगा? कहां प्रतिक्रिया होगी? क्या भारत को पाकिस्तान की प्रतिक्रिया का जवाब देना होगा?’
यह भी पढ़ेंः आईएएफ की कार्रवाई की खबरों से शेयर बाजार धड़ाम, रुपया भी कमजोर
अब्दुल्ला का यह ट्वीट ऐसे समय आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा समिति (सीसीएस) की बैठक हुई है.
पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है. हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे.
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट्स के साथ)