बेंगलुरू: रूस यूक्रेन के बीच संघर्ष की स्थिति अब लोगों की जान पर आ पड़ी है. एक दिन पहले जहा यूक्रेन में कर्नाटक के मेडिकल छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर की गोलीबीरी में मौत हो गई थी वहीं आज कर्नाटक के ही दूसरे छात्र की घायल होने की खबर है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को कहा कि सरकार यूक्रेन के खारकीव शहर में रूसी बलों की गोलाबारी में कथित रूप से घायल हुए, हावेरी जिले के छात्र से जुड़ी जानकारियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है.
यूक्रेन में रूसी सैन्य कार्रवाई में मंगलवार को भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर की मौत हो गई थी. यूक्रेन में रूस के जारी युद्ध में यह किसी भारतीय व्यक्ति की मौत का पहला मामला है.
जिस गोलाबारी में नवीन की मौत हुई थी, उसी दौरान कथित तौर पर घायल हुए छात्र की हालत के बारे में सवाल किए जाने पर बोम्मई ने कहा कि वह जानकारियां एकत्र करने की कोशिश कर रहे है.
बोम्मई ने कहा, ‘मैं पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं. एक खबर में कहा गया है कि वह व्यक्ति सुरक्षित है, क्योंकि वह उनके (नवीन के) साथ नहीं था. एक अन्य खबर में कहा गया है कि वह घायल है. हम पुष्टि होने का इंतजार कर रहे हैं.’
बोम्मई ने मंगलवार को कहा था कि हमले के दौरान हावेरी जिले में रनेबेन्नूर तालुक के चालगेरी गांव के दो और छात्र वहां थे. उन्होंने कहा था, ‘एक घायल हुआ है, जबकि दूसरा सुरक्षित है.’
मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य सरकार के अधिकारी यूक्रेन में भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं.
यूक्रेन से अब तक 1374 भारतीय निकाले गए
गौरतलब है कि भारत यूक्रेन से अपने नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा शुरू किया है. बताया जा रहा है कि यूक्रेन में लगभग 15 हजार भारतीय अब भी फंसे हैं. खबरों को मुताबिक अब तक एअर इंडिया से 1374 भारतीयों को यूक्रेन से निकाला गया है. 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी तक कुल 5 उड़ानों में अब तक इतने भारतीय वतन वापसी कर चुके हैं.
4 मंत्रियों को भेजा गया है
यूक्रेन से भारतीयों की सुरक्षित निकालने के प्रयासों के तहत केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी हंगरी जा रहे हैं, ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और मोल्दोवा में निकासी प्रक्रिया की देखरेख करेंगे. वहीं, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया की यात्रा कर रहे हैं और जनरल (अवकाशप्राप्त) वीके सिंह पोलैंड से लगते पारगमन बिंदुओं पर निकालने की प्रक्रिया की देखरेख करेंगे.
खारकीव के लिए नई एडवाइजरी
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने खारकीव में भारतीय नागरिकों को तत्काल परामर्श जारी किया है. इसके मुताबिक खारकीव को तुरंत छोड़ देना चाहिए, जल्द से जल्द पिसोचिन, बेज़लुडोव्का और बाबे के लिए आगे बढ़ें. उन्हें आज 1800 बजे (यूक्रेनी समय) तक इन बस्तियों तक पहुंचना होगा.
कई भारतीय खारकीव में फंसे हुए, जारी है भीषण लड़ाई
कई भारतीय अभी भी खारकीव में फंसे हुए हैं जहां रूस ने एक बड़ा सैन्य आक्रमण शुरू किया है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश सचिव रूस और यूक्रेन के राजदूतों से बात कर रहे हैं जिसमें वह उन भारतीय नागरिकों के लिए ‘तत्काल सुरक्षित मार्ग’ की भारत की मांग को दोहराएंगे जो अभी भी खारकीव और अन्य शहरों में संघर्ष क्षेत्रों में फंसे हैं.
इसने कहा, ‘इसी तरह की कार्रवाई रूस और यूक्रेन में हमारे राजदूतों द्वारा भी की जा रही है.
खारकीव शहर में यूक्रेनी सैनिकों और रूसी सेना के बीच भीषण लड़ाई हो रही है.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि खारकीव में बिगड़ती स्थिति गंभीर चिंता का विषय है और उस शहर में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है.
उन्होंने कहा कि भारत पहले ही रूसी और यूक्रेनी दूतावासों के साथ खारकीव और संघर्ष वाले अन्य शहरों से छात्रों सहित भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग की आवश्यकता का मुद्दा उठा चुका है.
इस संबंध में एक सूत्र ने कहा, ’24 फरवरी को इस संघर्ष की शुरुआत के बाद से रूस और यूक्रेन से यह मांग बार-बार की जाती रही है. नयी दिल्ली में उनके राजदूतों के साथ-साथ उनकी राजधानियों में भी यह मांग की गई है.’
सूत्रों ने कहा कि भारत सरकार की ओर से भारतीयों को निकालने की तैयारी पिछले कुछ समय से की जा रही है.
सूत्र ने कहा, ‘यूक्रेनी सीमा के पास रूसी शहर बेलगोरोद में एक भारतीय टीम को तैनात किया गया है. हालांकि, खारकीव और आसपास के शहरों में संघर्ष की स्थिति एक बाधा बन कर रही है.’
उन्होंने कहा, ‘इसलिए, यह जरूरी है कि रूस और यूक्रेन सुरक्षित मार्ग की हमारी आवश्यकता पर तत्काल प्रतिक्रिया दें.’