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Thursday, 21 November, 2024
होमदेश‘भावनाएं आहत न हों’ — नोएडा-ग्रेनो कांवड़ यात्रा मार्ग पर मांसाहार और शराब की दुकानों को ढका जाएगा

‘भावनाएं आहत न हों’ — नोएडा-ग्रेनो कांवड़ यात्रा मार्ग पर मांसाहार और शराब की दुकानों को ढका जाएगा

गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन के एक अधिकारी के अनुसार, ऐसा पहली बार हो रहा है, इससे पहले, यात्रा के दिनों में मांसाहारी और शराब बेचने वाले स्टॉल केवल बंद रहते थे.

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दिल्ली: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कांवड़ यात्रा मार्ग पर सड़क किनारे स्टॉल, मांसाहार बेचने वाले रेस्तरां और शराब की दुकानों को कवर किया जाएगा.

गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन के अनुसार, इन दुकानों को तिरपाल या किसी ऐसी चीज़ से छिपाया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि वे यात्रियों को दिखाई न दें.

गौतम बुद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार ने दिप्रिंट को बताया, “इसका उद्देश्य यात्रियों की यात्रा को सहज बनाना है और उनकी भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए. वे अपने साथ पवित्र जल लेकर चलेंगे और रास्ते में शराब की दुकानें और मांसाहारी सामान देखकर उन्हें परेशानी होगी.”

500 से ज़्यादा सीसीटीवी कैमरे चालू किए जा चुके हैं, गड्ढों को भरा जा रहा है, यात्रा में बाधा डालने वाली पेड़ों की टहनियों को काटा जा रहा है, स्ट्रीट लाइटों को ठीक किया जा रहा है और व्यापक सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं. इस तरह नोएडा और ग्रेटर नोएडा कांवड़ यात्रा की तैयारी कर रहे हैं. यह शिव भक्तों की हरिद्वार, गौमुख और गंगोत्री की वार्षिक तीर्थयात्रा है, जो 22 जुलाई से 6 अगस्त तक चलेगी.

दिप्रिंट से बात करते हुए डीएम कुमार ने बताया कि यात्रा के लिए मार्ग तैयार करने के लिए जिला प्रशासन ने लगभग 400 मज़दूरों को काम पर रखा है.

डीएम कुमार ने कहा, “हम कांवड़ यात्रा मार्ग पर एंबुलेंस भी खड़ी करेंगे, ताकि किसी भी आपात स्थिति में यात्रियों को तुरंत नज़दीकी अस्पताल ले जाया जा सके.”

इसके अलावा, जिला प्रशासन ने स्थानीय अस्पतालों को सांप के काटने की दवाएं मुहैया कराई हैं क्योंकि इन यात्राओं के दौरान सांप के काटने के कई मामले सामने आते हैं.

प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन को प्रभावी बनाने के लिए मार्ग के किनारे स्थानीय मंदिरों के पुजारियों के साथ बैठकें भी की हैं.

डीएम कुमार ने कहा, “स्थानीय मंदिरों की साफ-सफाई की गई है और भीड़ प्रबंधन पर चर्चा करने के लिए पुजारियों के साथ बैठकें की गई हैं. हमने पुजारियों को निर्देश दिया है कि भीड़ को कैसे संभालना है.”


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फूड इंस्पेक्टर, 24/7 घंटे सुरक्षा

पहले बताई गई व्यवस्थाओं के अलावा, गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन ने कहा कि वे सामाजिक संगठनों द्वारा मार्ग पर लगाए जा रहे शिविरों की भी देखरेख कर रहे हैं.

इसके अलावा, यात्रियों को दिए जा रहे भोजन की गुणवत्ता की जांच के लिए एक फूड इंस्पेक्टर को तैनात किया जाएगा.

डीएम कुमार ने कहा, “लालकुआं से बुलंदशहर तक, जो एनएच 91 को कवर करता है और चिल्ला बॉर्डर से होकर गुज़रता है, हम सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे पुलिस और अन्य विभागों के अधिकारियों को तैनात रखेंगे कि कोई भी अप्रिय गतिविधि न हो.”

कांवड़ यात्रा इस साल फिर से चर्चा में है, क्योंकि यूपी सरकार ने एक निर्देश जारी कर कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित होटलों, ढाबों, फलों की दुकानों और चाय की दुकानों पर मालिकों के नाम वाली नेम प्लेट लगाने को कहा है.

सरकार ने यह भी कहा कि हलाल प्रमाणपत्र वाले उत्पाद बेचने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

हालांकि, गौतम बुद्ध नगर के डीएम कुमार ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई निर्देश नहीं मिला है. जिला प्रशासन ने कांवड़ जत्थों के प्रमुखों के साथ बैठक की है और उन्हें पहचान पत्र भी जारी किए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सब कुछ मैप किया गया है.

गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “हमें अभी तक ऐसा कोई निर्देश नहीं मिला है, लेकिन यात्रा को सुचारू रूप से चलाने के लिए हमारे पास पुलिस, सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी और खाद्य निरीक्षकों सहित लगभग 1,000 अधिकारी होंगे.”

अधिकारी ने कहा, “इससे पहले, यात्रा के दिन मांसाहारी भोजन और शराब बेचने वाली दुकानें बंद रहती थीं, लेकिन यह पहली बार है कि दुकानों को कवर किया जा रहा है.”

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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