नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे राज्य हरियाणा ने कोरोनावायरस कर्व को काफी हद तक फ्लैटन करने की कोशिश की है. ये रिपोर्ट पब्लिश होने तक हरियाणा में कोविड-19 के 289 पॉजिटिव केस हैं जिसमें से तीन लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 176 लोग ठीक हो चुके हैं. हरियाणा राज्य की तैयारियों को लेकर दिप्रिंट ने राज्य के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से बात की.
स्काइप इंटरव्यू में दुष्यंत ने बताया, ‘हरियाणा में फिलहाल मामला काबू में है. हमने चार-पांच जिलों को कोरोना के मरीजों की संख्या देखते हुए रेड जोन घोषित कर दिया है. जैसे मेवात, फरीदाबाद, पलवल और पंचकूला. बाकी 9 जिले ऐसे भी हैं जहां कोविड-19 का एक भी केस नहीं है. हरियाणा में कोविड-19 का एक भी मरीज वेटिंलेटर पर नहीं है. रिकवरी रेट भी 70 फीसदी है.’
नूंह जिले में सबसे ज्यादा (57) मामले सामने आए हैं. उसके बाद फरीदाबाद और गुरुग्राम में 42 और 38 मरीज हैं. देशभर के राज्यों में कोरोना के मरीजों की संख्या के हिसाब से हरियाणा फिलहाल 15वें नंबर पर है. हरियाणा के रणनीति पर बात करते हुए दुष्यंत चौटाला कहते हैं, ‘इस लड़ाई में प्रशासन, पंचायतों और समाजसेवा करने वालों ने मिलकर काम किया है. शुरुआती दौर में हमारे पास पीपीई किट्स नहीं थीं. जब तक सरकारी मशीनरी ठीक से काम करना शुरू करती तब तक कई सामाजिक संस्थाओं ने मास्क एन 95 और पीपीई किट्स उपलब्ध कराई. अब हरियाणा के पास सेफ्टी गियर्स की कमी नहीं है. मारूति कंपनी ने भी हरियाणा सरकार को वेंटिलेटर उपलब्ध कराने की बात कही है.’
किसानों और फसल को लेकर दुष्यंत कहते हैं, ‘पिछले एक महीने से मैं दफ्तर और फाइलों के काम में व्यस्त रहा लेकिन दो दिन से मैं मंडियों का दौरा कर रहा हूं. गेंहू की खरीद शुरू हो चुकी है. हमने राज्य में अनाज मंडियों की संख्या भी 477 से बढ़ाकर लगभग 1500 कर दी है. किसान भी लॉकडाउन का पूरी तरह पालन कर रहे हैं. हमने कहा है कि किसान के खेत से हर दाना खरीदा जाएगा.’ कई जगहों से खरीद को लेकर आ रही समस्याओं को लेकर वो कहते हैं कि जैसे ही मामला हमारे संज्ञान में आ रहा है वैसे ही हम उसपर काम कर रहे हैं.
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गुरुग्राम जैसी मिलेनियम सिटी में कोरोनावायरस की स्थिति पर वो कहते हैं, ‘मुंबई जैसे अति भीड़भाड़ वाले शहर कैसे कोरोना की चपेट में आ रहे हैं. उस हिसाब से गुरुग्राम और फरीदाबाद के हालत काबू में हैं. हमने गुरुग्राम के आईटी सेक्टर में वर्क फ्रॉम होम के कल्चर को विकसित करने के लिए कहा है. साथ ही हमने महत्वपूर्ण कंपनियों को 33 प्रतिशत स्टाफ के साथ दफ्तर शुरू करने की भी परमिशन दे दी है. हां कंटेनमेंट जोन में आने वाली कंपनियों को अभी इसकी अनुमति नहीं दी है.’
चरणबद्ध तरीके से खुलेगा लॉकडाउन
लॉकडाउन 1 और लॉकडाउन 2 के दौरान देशभर के प्रवासी मजदूरों की स्थिति भयावह बनी हुई है. इस पर दुष्यंत बताते हैं, ’15 हजार से ज्यादा कर्मचारी काम पर वापस लौटे हैं. हमने पौने तीन लाख ईंट-भट्टों पर काम करने वाले मजदूरों को भी काम जारी रखने के लिए कहा है. क्योंकि लॉकडाउन के बाद कंस्ट्रक्शन के काम के लिए ईंटों की जरूरत पड़ेगी.’
3 मई को खुलने वाले देश्व्यापी लॉकडाउन को लेकर हरियाणा सरकार की प्लानिंग पर वो कहते हैं, ‘कोरोना से जारी इस लड़ाई को हम एकदम से खत्म नहीं कर सकते. कहीं चीन की तरह सैकेंड वेव ना आ जाए और हमारी सारी मेहनत बेकार चली जाए. हम पहले ग्रीन और ऑरेंज इलाकों को धीरे-धीरे खोलेंगे. उसके बाद रेड जोन को संभाला जाएगा. 3 मई के बाद कम से कम 2 हफ्ते तक नॉर्मल लाइफ होने में समय लगेगा. खेल के मैदानों और पार्क को कुछ दिन बंद ही रखेंगे.’
हालांकि पीएम मोदी की 27 अप्रैल को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बातचीत में लॉकडाउन खुलने की स्थिति पर कोई स्पष्ट बात सामने नहीं आई है. लॉकडाउन के चलते ना सिर्फ केंद्र सरकार बल्कि राज्य सरकारों को भी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है.
हरियाणा की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के सवाल पर दुष्यंत कहते हैं, ‘हमने व्यापारियों से भी सुझाव मांगे हैं. मनरेगा के सौ प्रतिशत मजदूरों को कार्य दे दिया है.’
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शराब इंडस्ट्रीज के लॉकडाउन के दौरान भी चालू रहने को लेकर विपक्ष ने दुष्यंत पर आरोप लगाया कि अपने मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए उन्होंने शराब की फैक्टरियों को बंद नहीं करने दिया. इस आरोप पर दुष्यंत जवाब देते हैं, ‘3 मई तक राज्य में शराब के ठेके नहीं खोले जाएंगे. लेकिन दिल्ली और हिमाचल प्रदेश सरकारों की सैनेटाइजर की डिमांड को ध्यान में रखते हुए शराब की फैक्ट्रियों को चालू रखना एक बोल्ड डिसीजन था. हरियाणा सरकार आगे भी ऐसे बोल्ड डिसीजन लेती रहेगी.
दुष्यंत फिलहाल राज्य की महत्वपूर्ण मंत्रालय जैसे लेबर एंड एम्पलोयमेंट, इंडस्ट्रीज, रिवेन्यू, फूड एंड सप्लाई, पब्लिक वर्क और सिविल एवियेशन संभाल रहे हैं. नूंह जिले में तबलीगी जमात को लेकर फैले विवादस्पद खबरों का खंडन करते हुए दुष्यंत ने कहा, ‘जिले के मौलवियों ने प्रशासन का साथ दिया. लोगों को टेस्ट कराने के लिए आह्वान किया और लोगों ने बढ़चढ़ कर टेस्टिंग कराई है. वहां 70 प्रतिशत रिकवरी हुई है.’
We appreciate the promptness of Haryana Govt in handling the Corona affair and now the problems of the farmers When Dushyant is in government the expectations are expected to increase. I am sure all the problems will be properly addressed and the state and country will be back on the track of development and progress.
JC Dagar