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Thursday, 9 May, 2024
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ये हंसने की बात नहीं- ऐसे कॉमेडियन जिनके लिए मजाक करना मुसीबत का सबब बना

फारूकी भी उन कॉमेडियन की एक लंबी फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं जिन्हें पिछले कुछ सालों के दौरान धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, मानहानि और अश्लीलता जैसे आरोपों में कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ा है.

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नई दिल्ली: कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को मंगलवार को इंदौर की एक सेशन कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया. अदालत ने कहा कि फारूकी और शो के आयोजक नलिन यादव पर हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है और उन्हें जमानत दिए जाने से कानून-व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति उत्पन्न होगी.

फारूकी और पांच अन्य के खिलाफ 1 जनवरी को इंदौर से भाजपा विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य गौड़ की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया था.

इंदौर के तुकोगंज पुलिस स्टेशन में दी गई शिकायत में कहा गया है, ‘शो के दौरान धर्म, समाज और संस्कृति का जिक्र करते हुए अनुचित भाषा का इस्तेमाल किया गया था. इसके साथ ही मौजूदा गृह मंत्री अमित शाह और गोधरा कांड पर भी टिप्पणी की गई थी जिससे सामाजिक स्तर पर अशांति पैदा हो सकती है.’

फारूकी भी उन कॉमेडियन की एक लंबी फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं जिन्हें पिछले कुछ सालों के दौरान धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, मानहानि और अश्लीलता जैसे आरोपों में कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ा है.

यहां ऐसे ही कुछ मामलों पर एक नज़र डालते हैं.

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कॉमेडियन के खिलाफ मामले

कुणाल कामरा: दिसंबर 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने अदालत की मानहानि को लेकर कार्यवाही की मांग संबंधी याचिकाओं के आधार पर कॉमेडियन कुणाल कामरा को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. सुप्रीम कोर्ट की तरफ से रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्णब गोस्वामी को 2018 के आत्महत्या के लिए उकसाने के एक मामले में जमानत दिए जाने के फैसले की आलोचना के बाद शीर्ष अदालत को कॉमेडियन के खिलाफ कई याचिकाएं मिली थीं.

अटॉर्नी जनरल के.के. वेणुगोपाल ने अवमानना कार्यवाही शुरू करने के लिए कोर्ट को दिए अपने आवेदन में कामरा के कुछ ट्वीट्स को हाईलाइट किया था.

उनमें से एक ट्वीट में कामरा ने कहा था कि ‘ऑनर तो काफी समय पहले ही इमारत (सर्वोच्च न्यायालय) को छोड़कर जा चुका है’ और ‘देश की सुप्रीम कोर्ट देश का सुप्रीम जोक है.’ उन्होंने भगवा रंग में रंगी सुप्रीम कोर्ट की इमारत और आगे लगे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के झंडे के साथ वाली तस्वीर भी पोस्ट की थी.

शीर्ष अदालत ने अपने 18 दिसंबर के आदेश में कामरा को छह सप्ताह के भीतर अपना जवाब दाखिल करने को कहा है.


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अग्रिमा जोशुआ: जुलाई 2020 में कॉमेडियन अग्रिमा जोशुआ को बलात्कार की धमकियां और गालियां मिल रही थीं, और उन्हें अरब सागर में शिवाजी की प्रतिमा स्थापित करने की महाराष्ट्र सरकार की परियोजना का मजाक बनाने वाले 2019 के एक वीडियो, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, को लेकर कानूनी कार्रवाई की धमकी मिली थी.

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि उन्होंने राज्य पुलिस को कॉमेडियन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैंने सीपी (पुलिस आयुक्त) मुंबई और आईजी (महानिरीक्षक) साइबर को कानूनी कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए हैं.’

शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक ने भी कहा कि उन्होंने देशमुख को पत्र लिखकर जोशुआ की गिरफ्तारी की मांग की थी.

जोशुआ ने ट्विटर पर माफी मांगी और सफाई दी कि संबंधित वीडियो पहले ही हटा लिया गया था.

तन्मय भट: जुलाई 2017 में कॉमेडियन तन्मय भट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. स्नैपचैट पर डॉग फिल्टर के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मीम ट्वीट करने के बाद उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 500 (मानहानि) और आईटी एक्ट की धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक रूप में आपत्तिजनक सामग्री को प्रकाशित या प्रसारित करने की सजा) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. यह मामला मुंबई पुलिस के साइबर सेल ने संज्ञान में लिया था.

उससे एक साल पहले मल्टीमीडिया मैसेजिंग एप स्नैपचैट पर एक वीडिया पोस्ट करने को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने भट के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. वीडियो में उन्होंने गायिका लता मंगेशकर और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का मजाक उड़ाया था. भट ने अपने फेसबुक पेज पर ‘सचिन बनाम लता सिविल वार’ शीर्षक से वीडियो साझा किया था.

मुंबई पुलिस की विशेष शाखा ने टेक दिग्गजों गूगल और यूट्यूब से वीडियो को हटाने का आग्रह भी किया था.

कपिल शर्मा: सितंबर 2016 में लोकप्रिय कॉमेडियन कपिल शर्मा ने ट्वीट किया कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के कुछ अधिकारियों ने उन्हें मुंबई स्थित उनके कार्यालय में निर्माण कराने के लिए रिश्वत देने को कहा है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ट्वीट भेजकर कहा, ‘ये हैं आपके अच्छे दिन?’

कई लोगों ने कहा कि उनका ट्वीट राजनीति से प्रेरित था और मामला तब बढ़ गया जब मनसे ने धमकी दी कि अगर वह माफी नहीं मांगते तो उनका शो बंद करा दिया जाएगा.

मुंबई में वर्सोवा पुलिस ने कॉमेडियन के खिलाफ बंगले के पीछे मैंग्रोव के पास कथित तौर पर मलबा डाले जाने को लेकर पर्यावरण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. यह भी आरोप लगाया गया था कि शर्मा ने मैंग्रोव के पास अवैध निर्माण कराया है.

बाद में, बॉम्बे हाई कोर्ट ने अवैध निर्माण मामले में शर्मा के खिलाफ एफआईआर पर रोक लगा दी क्योंकि बीएमसी ने निचली अदालत में उनके खिलाफ सभी मुकदमे वापस लेने का फैसला किया था.

किकू शारदा: इससे पहले जनवरी 2016 में कॉमेडियन किकू शारदा, जो टीवी शो कॉमेडी नाइट्स विद कपिल में नियमित रूप से नज़र आते हैं, को कैथल हरियाणा में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था क्योंकि उन्होंने दुष्कर्म के मामले में दोषी ठहराए गए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम की मिमिक्री की थी. शारदा को एक दिन बाद जमानत दे दी गई.

यह कार्रवाई हरियाणा पुलिस द्वारा उनको मुंबई से गिरफ्तार किए जाने के बाद हुई थी और उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 295-ए (किसी भी वर्ग के धर्म या धार्मिक आस्था का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया था.

जमानत मिलने के बाद जब वह दिल्ली जा रहे थे, तब उन्हें हरियाणा पुलिस ने फतेहाबाद में उनके खिलाफ दर्ज एक अन्य मामले में फिर से गिरफ्तार कर लिया. उन्हें फतेहाबाद की एक अदालत में पेश किया जाना था लेकिन जांच में उनकी तरफ से सहयोग के बाद पुलिस ने ‘उनके खिलाफ कुछ नहीं मिलने’ पर उन्हें छोड़ दिया था.

एआईबी: तन्मय भट, गुरसिमरन खंबा, आशीष शाक्य और रोहन जोशी की अगुआई वाला यह कॉमेडी ग्रुप 2015 में अपने कुख्यात ‘रोस्ट’ (इनसल्ट कॉमेडी) के कारण उस समय मुसीबत में पड़ गया, जब इन्होंने अभिनेता रणवीर सिंह, अर्जुन कपूर और निर्देशक करण जौहर आदि को इसमें दिखाया. इन पर सामूहिक रूप से अश्लीलता के आरोप में मामला दर्ज किया गया था.

मुंबई पुलिस ने कॉमेडी ग्रुप और अन्य लोगों के खिलाफ तार्दियो पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज की, जो उस शो में मौजूद थे. इसमें रणवीर, अर्जुन कपूर, करण जौहर और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और आलिया भट्ट भी शामिल थीं.

नवंबर 2018 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने कथित तौर पर मुंबई पुलिस को इस मामले में सेलेब्रिटी के खिलाफ चार्जशीट दायर न करने का निर्देश दिया था.


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क्षमा याचना

सालों से तमाम मामलों में कई कॉमेडियन और संबंधित ब्रांड मुसीबत में पड़ने के बाद खुद को बचाने के लिए माफी मांगते रहे हैं.

जुलाई 2020 में कॉमेडियन रोहन जोशी, साहिल शाह, अजीम बनातवाला, अदार मलिक और अन्य ने अपने कॉमेडी स्केच के पुराने वीडियो हैशटैग #HinduphobicComedyIndustry के साथ फिर से सामने आने के बाद लोगों की भावनाएं आहत करने के लिए माफी मांगते हुए वीडियो पोस्ट किए. कॉमेडियन पर हिंदू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया गया था.

कॉमेडी ग्रुप एआईबी के पूर्व सदस्य जोशी ने तो ट्विटर तक छोड़ दिया और कहा कि यह मामला वर्चुअल वर्ल्ड से आगे बढ़ गया है और उनका नंबर और पता लीक हो गया है.

मई 2020 में इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस) की ओर से कॉमेडियन सुरलीन कौर और शेमारू एंटरटेनमेंट के खिलाफ एक स्टैंड-अप एक्ट के दौरान हिंदू धर्म पर कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए शिकायत दर्ज कराई गई. कौर ने कथित तौर पर इस्कॉन को अश्लील साहित्य से जोड़ा था और भगवान गणेश पर एक टिप्पणी भी की थी.

सोशल मीडिया पर हंगामे के बाद शेमारू ने इस्कॉन से बिना शर्त माफी मांगी और वीडियो को हटा लिया.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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