नई दिल्ली: आरबीआई ने बैंकों का कर्ज नहीं लौटाने वाली शीर्ष 50 डिफाल्टर कंपनियों के 68,607 करोड़ रुपये के बकाये को तकनीकी रूप से बट्टे खाते में डाल दिया है.इनमें देश के बैंकों ने भगोड़े आर्थिक अपराधी मेहुल चोकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या से जुड़ी कंपनियों सहित कईयों के नाम शामिल हैं. एक आरटीआई को आरबीआई द्वारा दिए जवाब के बाद मौजूदा मोदी सरकार पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी हमलावर हो गए. और राहुल ने कहा कि अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित भाजपा के मित्रों के नाम बैंक चोरों की लिस्ट में डाल दिया है.
राहुल के हमले के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक के बाद एक 13 ट्वीट कर राहुल गांधी को जवाब दिया है. वित्त मंत्री ने कांग्रेस पर देश की जनता को गुमराह करने का आरोप भी लगाया है.
@INCIndia and Shri.@RahulGandhi should introspect why they fail to play a constructive role in cleaning up the system. Neither while in power, nor while in the opposition has the @INCIndia shown any commitment or inclination to stop corruption & cronyism.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) April 28, 2020
वित्त मंत्री ने ट्वीट में यह भी बताया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कर्ज वसूली के लिए विजय माल्या से लेकर नीरव मोदी तक पर पाबंदी लगाने के लिए क्या-क्या कदम उठाए हैं. वह अपने सभी ट्वीट में कांग्रेस, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के मीडिया प्रभारी और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला पर भी हमलावर रहीं और उनपर देश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है.
उन्होंने यहां तक लिखा कि कांग्रेस वाले तरीके से इन दोनों ने संदर्भ से बाहर निकालकर तथ्यों को सनसनीखेज बनाया है. उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि मैंने कोशिश की है कि जो भी मुद्दे उठाए गए हैं उसका जवाब दे सकूं.
वित्तमंत्री के वो 13 ट्वीट
निर्मला ने अपने एक -एक ट्वीट में डिफॉलटरों का नाम लेकर देशवासियों को स्थिति बताने की जहां एक ओर कोशिश की है वहीं वह राहुल और रणदीप सुरजेवाला पर लगातार हमला बोलती रही हैं. निर्मला ने ट्वीट में कहा, राहुल गांधी और कांग्रेस को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि वे प्रणाली को साफ करने में रचनात्मक भूमिका निभाने में असफल क्यों हैं. न तो सत्ता में रहते हुए और न ही विपक्ष में रहते हुए कि उन्होंने कांग्रेस में व्याप्त भ्रष्टाचार और वंशवाद को रोकने के लिए कोई प्रतिबद्धता दिखाई है.
फिर उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा, ‘कांग्रेस के नेताओं ने जानबूझ कर बैंकों का कर्ज नहीं लौटाने वाले, फंसे कर्जों और राइट-ऑफ (बट्टे खाते) पर गुमराह करने की कोशिश की. 2009-10 और 2013-14 के बीच अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों ने 145226 करोड़ रुपये की राशि को राइट-ऑफ (बट्टे खाते में) किया था. आशा है कि राहुल गांधी ने डॉ मनमोहन सिंह से सलाह ली होगी कि यह राइट-ऑफ (बट्टा खाता) किस विषय पर था.’
लगातार राहुल पर हमला करते हुए वित्त मंत्री ने लिखा, एनपीए के लिए आरबीआई के तय किए चार साल के प्रावधान चक्र के हिसाब से नियम तय किए गए हैं. यह पूरा हो जाने पर ही बैंक एनपीए को राइट-ऑफ (बट्टे खाते) में डालते हैं, लेकिन वे उधारकर्ता से वसूली की कोशिश जारी रखते हैं. इसमें कोई ऋण माफ नहीं किया गया है.
नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर की गई ये कार्रवाई
2387 करोड़ रुपये से अधिक की अचल और चल संपत्ति संलग्न / जब्त. (अटैचमेंट 1898 करोड़ रुपये और जब्ती रुपये 489.75 करोड़). इसमें 961.47 करोड़ रुपये के विदेशी अटैचमेंट भी शामिल हैं. 53.45 करोड़ की लक्जरी वस्तुओं की नीलामी. अभी भी वह ब्रिटेन की जेल में है.
Mehul Choksi Case : Attachments of Rs 1936.95 Crore including foreign attachment of Rs 67.9 Crore. Seizure of Rs 597.75 Crore. Red Notice issued. Extradition Request sent to Antigua. Hearing for declaration of Mehul Choksi as Fugitive Offender is in progress.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) April 28, 2020
वैसे तो निर्मला ने नीरव, मेहुल और माल्या पर भारत सरकार ने क्या-क्या कार्रवाई की इसे लेकर अलग-अलग ट्वीट किए हैं.
निर्मला सीतारमण ने मेहुल चोकसी केस के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने बड़ा ऐक्शन लेते हुए चोकसी की 1936 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अटैच किया है. इसमें 67.9 करोड़ रुपये की विदेशी संपत्ति भी शामिल है. इसके अलावा 597.75 करोड़ की प्रॉपर्टी को सीज करते हुए मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी इश्यू किया जा चुका है. वित्तमंत्री ने बताया कि चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए एंटीगुआ को एक अर्जी भेजी जा चुकी है. इसके अलावा उसे भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया भी जारी है.
Vijay Mallya Case : Total value at the time of attachment was Rs 8040 Crore and of seizure was Rs 1693 Crore. Value of shares at the time of seizure was Rs 1693 Crore. Declared fugitive offender. On extradition request by GoI,UK High Court, has also ruled for extradition.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) April 28, 2020
जबकि माल्या पर कसी नकेल हर दिन दिखाई देती है. उनकी जब भी केस की सुनवाई होती है मीडिया भी प्राथमिकता से लेती है. निर्मला ने माल्या पर चल रही कार्रवाई पर बताया कि उसकी करीब 8040 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच किया गया है. इसके अलावा 1693 करोड़ रुपये के शेयर भी जब्त किए जा चुके हैं. विजय माल्या को भगोड़ा घोषित करते हुए प्रत्यर्पण की अर्जी दी गई है.
क्या है मामला
भारतीय रिजर्व बैंक ने सूचना के अधिकार कानून (आरटीआई) के तहत पूछे गये एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी है. बैंक के अनुसार यह स्थिति 30 सितंबर 2019 तक की है. रिजर्व बैंक से आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने रिजर्व बैंक से सूचना के अधिकार के तहत यह जानकारी मांगी थी.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने रिजर्व बैंक के इस जवाब को सार्वजनिक करते हुए जान-बूझ कर बैंकों का कर्ज नहीं लौटाने वाले शीर्ष 50 कर्जदारों की सूची जारी की.
राहुल और सुरजेवाला के ट्वीट
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर कहा कि उन्होंने सरकार से संसद में बैंक का कर्ज नहीं लौटाने वाले 50 बड़े डिफाल्टरों के बारे में जानकारी मांगी थी लेकिन वित्त मंत्री उनके सवाल का जवाब नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि अब आरबीआई ने यह सूची जारी की है जिसमें नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और भारतीय जनता पार्टी के कई ‘मित्र’ इसमें शामिल हैं. गांधी ने हिन्दी में जारी ट्वीट में कहा, ‘मैंने संसद में सीधा सवाल पूछा था — देश के 50 सबसे बड़े बैंक कर्ज डिफाल्टरों को नाम बताइये. वित्त मंत्री ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार किया. अब आरबीआई ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित भाजपा के कई मित्रों के नाम इस धोखाधड़ी करने वालों की सूची में जारी किये हैं. यही वजह है कि संसद में इस सच्चाई को छुपाया गया.’
संसद में मैंने एक सीधा सा प्रश्न पूछा था- मुझे देश के 50 सबसे बड़े बैंक चोरों के नाम बताइए।
वित्तमंत्री ने जवाब देने से मना कर दिया।
अब RBI ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित भाजपा के ‘मित्रों’ के नाम बैंक चोरों की लिस्ट में डाले हैं।
इसीलिए संसद में इस सच को छुपाया गया। pic.twitter.com/xVAkxrxyVM
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 28, 2020
कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने 2014 से लेकर सितंबर 2019 तक 6.66 लाख करोड़ रुपये के कर्ज माफ किये.
कौन किस नंबर पर
बैंकों का कर्ज नहीं चुकाने वालों की रिजर्व बैंक की इस सूची में हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स शीर्ष पर है. जिसने 5,492 करोड़ रुपये का कर्ज नहीं चुकाया है. इसके बाद आरईआई एग्रो का नाम है जिसपर 4,314 करोड़ रुपये का बकाया है. तीसरे नंबर पर विनसम डायमंड्स है जिसपर बैंकों का 4,076 करोड़ रुपये का बकाया है.
आरटीआई के तहत दी गई जानकारी के मुताबिक रोटोमेक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर 2,850 करोड़ रुपये का कर्ज बट्टे खाते में डाल दिया गया है. इसके अलावा कुडोस केमी लिमिटेड ने 2,326 करोड़ रुपये, रुचि सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड जिसपर अब रामदेव की पतंजलि का स्वामित्व है, ने 2,212 करोड़ रुपये और जूम डेवलपर्स प्रा. लिमिटेड ने 2,012 करोड़ रुपये का बकाया नहीं चुकाया है.
माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस का इस सूची में नौवां नंबर है जिसपर 1,943 करोड़ रुपये का बकाया है. जिसे बैंकों ने तकनीकी रूप से बट्टे खाते में डाल दिया है. इसी प्रकार फारएवर प्रीसियस ज्वैलरी एण्ड डायमंड्स प्रा. लिमिटेड पर 1,962 करोड़ का बकाया बट्टे खाते में डाले गये हैं. डेक्कन क्रोनिकल होल्डिंग्स लिमिटेड पर 1,915 करोड़ रुपये का बकाया बट्टे खाते में डाला गया.
आरटीआई जवाब के मुताबिक चोकसी की अन्य कंपनियों गिली इंडिया और नक्षत्र ब्रांड्स पर भी क्रमश: 1,447 करोड़ रुपये और 1,109 करोड़ रुपये का बकाया बट्टे खाते में डाला जा चुका है.
आरईआई एग्रों के झुनझुनवाला बंधु पहले से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के घेरे में हैं जबकि विनसम डायमंड्स के मालिकों की कथित धोखाधड़ी पर भी सीबीआई, ईडी जांच कर रहा है. विक्रम कोठारी की कंपनी रोटोमेक इस सूची में चौथे नंबर पर है. वह और उनके पुत्र राहुल कोठारी को बैंक कर्ज धोखाधड़ी के मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उन्हें गिरफ्तार किया है.
संसद के पिछले सत्र में राहुल गांधी ने सरकार से देश के बैंक कर्ज नहीं चुकाने वाले शीर्ष 50 डिफाल्टरों की सूची उपलब्ध कराने को कहा था. इसको लेकर लोकसभा में तीखे आरोप प्रत्यारोप हुये और हंगामा भी हुआ.
सुरजेवाला ने इस मामले में प्रधानमंत्री से जवाब मांगा है कि इन उद्योगपतियों से जुड़ी कंपनियों के कर्ज क्यों माफ किये गये.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)