नई दिल्ली: दिप्रिंट के पाठकों ने आकांक्षा की मदद करने के लिए अपना दिल और जेब दोनों खोल दिए. जब हमने मुंबई के शक्ति मिल्स में सामूहिक बलात्कार के नौ साल बाद 26 साल की आकांक्षा के भविष्य के सपनों की कहानी पर एक खबर छापी तो 24 घंटे से भी कम समय में उसके पास कॉलेज की फीस भरने के लिए पैसों का इंतजाम हो गया. दिप्रिंट ने आठ जुलाई को – नर्स बनना चाहती है शक्ति मिल रेप पीड़िता, लड़नी पड़ रही है मुआवजे की लंबी लड़ाई – हेडलाइन से यह खबर प्रकाशित की थी.
फिल्म निर्माता और व्यवसायी मनीष मुंद्रा, बॉलीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा और फिल्म समीक्षक स्तुति घोष सहित कई जानी-मानी हस्तियां उनकी मदद करने के लिए आगे आए हैं. जिस दिन खबर छपी थी, मुंद्रा ने उसी दिन उनकी मां के साथ बातचीत कर उनके खाते में फीस के लिए जरूरी 2 लाख रुपये में से 1.80 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए थे.
So I have transferred 180,000 needed for the enrollment. The money should be credited tomorrow. Talked to the Mother. @jyotiyadaav @PreetiChoudhry https://t.co/qUGghIoykG
— Manish Mundra (@ManMundra) July 8, 2022
नासिक के एक कॉलेज में नर्सिंग कोर्स के लिए फीस के पैसे मिलने के बाद आकांक्षा ने दिप्रिंट को बताया, ‘मैं इस समय बहुत खुश हूं और भावुक हो गई हूं.’ उसे 2021 में उसे मुआवजे के तौर पर पांच लाख रुपये देने का वादा किया गया था. इस राशि को पाने के लिए वह काफी समय से अदालतों के चक्कर लगा रही हैं.
उनकी मां ने कहा, ‘हम कल्पना भी नहीं कर सकते कि जिन्हें हम जानते भी नहीं वो हमारी मदद के लिए आगे आ रहे हैं. हम उनके शुक्रगुजार हैं.’
आगे बढ़ने और दूसरों की मदद करने के लिए युवती के मजबूत इरादों ने कई पाठकों के दिल को छू लिया. उन्होंने सोशल मीडिया पर उसके इरादों की सराहना की और उनके सपनों को पूरा करने के लिए मदद करने की पेशकश की.
एक नया अध्याय
आकांक्षा काफी समय से नर्सिंग कोर्स को करने के लिए तैयारी कर रही थीं. उन्होंने बताया, ‘मुझे पता था कि मैं यह कोर्स करूंगी. अब चाहे इसके लिए मुझे उधार लेना पड़े या फिर लोन. मुझे हर हाल में दाखिला लेना था. लेकिन इस मदद ने मुझे और मेरी मां को और मुश्किलों से बचा लिया है.’
फिलहाल उनका लक्ष्य कॉलेज में अपने लिए एक सीट को सुरक्षित करना है. आकांक्षा अपनी जिंदगी के इस नए अध्याय के शुरू होने को लेकर काफी उत्साहित है. उन्होंने कहा, ‘मैं अपने कॉलेज के वीडियो वहां जाने के बाद साझा करूंगी.’ उसकी मां ने कहा कि वह मुआवजे को लेकर अपनी लड़ाई बीच में ही नहीं छोड़ेंगी. संभावना है कि इस हफ्ते उन्हें मुआवजे की रकम मिल जाएगी.
‘आप सभी मुझे एक नर्स के रूप में सेवा करते हुए देखेंगे. और मैं इतना कमा पाउंगी कि रहने के लिए एक मकान किराए पर ले सकूं. मेरी मां को इस झुग्गी बस्ती से परे एक जीवन दिखाई देगा. वह रेप पीड़िता की नहीं बल्कि एक नर्स की मां के तौर पर जानी जाएंगी.’
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