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Saturday, 21 December, 2024
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बिहार में नहीं थम रहीं बलात्कार की घटनाएं, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष मिलेंगी नीतीश कुमार से

बलात्कार पीड़ित 18 साल की लड़की उसी शेल्टर होम में रहती थी जहां पिछले साल शारीरिक उत्पीड़न का बड़ा मामला सामने आया था.

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नई दिल्ली: राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य के पुलिस महानिदेश से मिलेंगी. इस मुलाकात में वह पिछले हफ्ते एक लड़की से हुए बलात्कार पर विचार करेंगी. बता दें कि यह लड़की भी उसी शेल्टर होम में रहती थी जहां पिछले वर्ष सेक्स स्कैंडल का खुलासा हुआ था.

शर्मा ने दिप्रिंट को बताया कि वह और उनकी टीम गुरुवार को मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक से होने वाली मुलाकात में बिहार में लगातार महिलाओं के साथ बढ़ रहे अपराध पर बात करेंगी.

मुज़फ्फरपुर शेल्टर होम की पीड़िता के साथ चलती कार में रेप की घटना सामने आने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने एक कमिटी का गठन किया है जो पूरे मामले की देख-रेख करेगी.

बलात्कार पीड़ित 18 वर्ष की यह लड़की पिछले वर्ष जुलाई माह से अपने परिवार के साथ रह रही थी. बता दें कि पिछले साल इसी शेल्टर होम से दर्जनों लड़कियों के शारीरिक उत्पीड़न की खबरें सामने आई हैं. बता दें कि वह लड़की पश्चिमी चंपारण जिले में रह रहे अपने रिश्तेदार के यहां से शुक्रवार को आ रही थी जब एसयूवी में सवार चार लोगों ने उसे अपनी गाड़ी में खींच लिया था.

पश्चिमी चंपारण के बेतिया नगर पुलिस थाने में दर्ज शिकायत में पीड़िता ने आरोप लगाया है कि वह शुक्रवार शाम अपनी भाभी के घर जा रही थी कि रास्ते में कार सवार चार लोगों ने अगवा कर उसका रेप किया. रेप के बाद बदमाशों ने लड़की को उसके मोहल्ले के पास छोड़ कर फरार हो गए. पीड़िता का कहना है कि बदमाशों ने नकाब पहना हुआ था लेकिन घटना के दौरान वह किसी तरह नकाब हटाने में कामयाब रही. बताया जा रहा है कि चारों आरोपी एक ही परिवार के हैं.

हाल में आई रिपोर्ट के मुताबिक चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

रेखा शर्मा ने कहा है कि वह इस ‘भयावह घटना’ से गुजरी पीड़ित लड़की से भी मुलाकात करेंगी. उन्होने कहा- ‘पहले तो लड़की को शेल्टर होम में पीड़ा सहनी पड़ी और अब उसे इस उत्पीड़न से गुजरना पड़ रहा है. आखिर उसे किस तरह की सुरक्षा प्रदान की गई थी?

शर्मा ने आगे कहा, ‘राष्ट्रीय महिला आयोग बिहार से लगातार महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा की खबरे आ रही हैं, इसके लिए कुछ किए जाने की जरूरत है.’

आगे उन्होंने कहा- ‘मुझे लगता है कि इस तरह की घटना के पीछे बिहार पुलिस की लापरवाही मुख्य वजह है. वे महिलाओं को गंभीरता से नहीं लेते उनकी शिकायत पर भी बिना वजह एफआईआर फ़ाइल करने में देरी करते हैं. मैं ये सारी बातें डीजीपी के संज्ञान में लाउंगी.’

मुजफ्फरपुर शारीरिक उत्पीड़न कांड पिछले साल तब उजागर हुआ था जब टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस ने एक ऑडिट में पाया कि करीब 30 निराश्रय लड़कियों के साथ बिहार सरकार द्वारा संचालित शेल्टर होम में यौन उत्पीड़न होता है. इसके बाद इस शेल्टर होम के मालिक ब्रजेश ठाकुर को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया.

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए इस पूरे मामले को पॉक्सो एक्ट के तहत बिहार से दिल्ली तबादला करा लिया था.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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