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Saturday, 21 December, 2024
होमदेशअपराधMP पुलिस की छापेमारी- सरकारी स्कूल शिक्षक के 20 कालेज, आय से 1,000 गुना ज्यादा सम्पत्ति का खुलासा

MP पुलिस की छापेमारी- सरकारी स्कूल शिक्षक के 20 कालेज, आय से 1,000 गुना ज्यादा सम्पत्ति का खुलासा

रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिक्षक ने पिछले 15 सालों में ये संपत्तियां जमा की है. परमार ने 3500 रुपये के मामूली वेतन पर 2006 में एक शिक्षक के रूप में काम करना शुरू किया.

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नई दिल्ली: मध्य प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने शनिवार को आय से अधिक संपत्ति के आरोप में सरकारी स्कूल के एक शिक्षक के यहां छापेमारी की, जो कि 20 कॉलेजों का मालिक निकला और उसके पास से आय अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ है, पुलिस मामले की जांच कर रही है.

ईओडब्ल्यू के पुलिस उपाधीक्षक सतीश चतुर्वेदी ने पीटीआई से कहा, ‘ग्वालियर और अन्य स्थानों पर छापे के बाद प्रारंभिक जांच से पता चला है कि प्रशांत परमार के पास ग्वालियर-चंबल संभाग में डी.एड और बी.एड पाठ्यक्रम चलाने वाले 20 कॉलेज हैं. इन कॉलेजों से संबंधित दस्तावेजों की जांच की जा रही है.’

उन्होंने कहा, ‘ये संपत्ति उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से 1,000 गुना से अधिक है. उनके पास चार कार्यालय भी हैं. छापेमारी चल रही है और शिक्षक की आय से अधिक संपत्ति के बारे में अधिक जानकारी एकत्र की जा रही है.’

एक रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) उस समय हैरान रह गई जब उसने ग्वालियर में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक के यहां छापा मारा. पुलिस की ईओडब्ल्यू विंग ने कथित तौर पर आय से अधिक संपत्ति के लिए छापेमारी की लेकिन पता चला कि शिक्षक के पास 20 कॉलेज हैं. प्रशांत परमार के रूप में पहचाने जाने वाले शिक्षक घाटीगांव में प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक के रूप में तैनात था. पुलिस ने उसके घर और उससे जुड़े अन्य ठिकानों पर छापेमारी की है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिक्षक ने पिछले 15 सालों में ये संपत्तियां जमा की है. परमार ने 3500 रुपये के मामूली वेतन पर 2006 में एक शिक्षक के रूप में काम करना शुरू किया. वह राजस्थान के मूल निवासी हैं. पुलिस को दो संपत्तियों, जमीन, बैंक खाते और बैंक लॉकर से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं.

आय से अधिक संपत्ति के संबंध में पुलिस को गुप्त सूचना मिली है. इसके अलावा वह राज्य में तीन नर्सिंग कॉलेज भी चलाते हैं. पुलिस ने यह भी पाया कि उसके नेटवर्क न केवल पूरे राज्य में ही नहीं बल्कि झारखंड में भी हैं. पुलिस ने उसके घर से कई सरकारी कार्यालयों और अधिकारियों की मुहर बरामद की, और कई कार्यालयों को सील किया, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह नकली दस्तावेजों का उपयोग करके इन कार्यों को अंजाम दे रहा होगा.

(पीटीई और फाइनेंशियल एक्सप्रेस के इनपुट्स के साथ)

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