भोपाल/गुना: 28 दिसंबर (भाषा) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को डंपर से टकराने के बाद बस में आग लगने की घटना के संबंध में कथित लापरवाही के लिए गुना के एक परिवहन अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निलंबित करने का आदेश दिया.
बुधवार रात गुना जिले में हुए इस हादसे में 13 लोगों की जलकर मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए.
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि शासन-प्रशासन घायलों के इलाज के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेगा. उपचार में किसी भी प्रकार की कमी नहीं रहने दी जाएगी. यादव ने जिला चिकित्सालय गुना के वार्ड में इलाज करा रहे घायलों के प्रत्येक बेड पर जाकर उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली तथा उन्हें शीघ्र स्वस्थ होने और इलाज के संबंध में आश्वासन प्रदान किया. इस दौरान क्षेत्रीय सांसद डॉ. के.पी. यादव, सांसद डॉ. रोडमल नागर, विधायक गुना श्री पन्नालाल शाक्य, श्री धर्मेन्द्र सिंह सिकरवार सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि वे सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी दुर्घटना दोबारा न हो तथा यह जांच का विषय है कि आग कैसे लगी. अधिकारियों के मुताबिक बुधवार रात करीब नौ बजे गुना-आरोन रोड पर डंपर से टकराने के बाद निजी बस में आग लग गई.
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री यादव के निर्देश पर कलेक्टर गुना श्री तरूण राठी द्वारा बस दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए अपर जिला दण्डाधिकारी श्री मुकेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है. गुना के अनुविभागीय अधिकारी श्री दिनेश सावले, संभागीय उप परिवहन आयुक्त श्री अरूण कुमार सिंह तथा सहायक यंत्री विद्युत सुरक्षा श्री प्राण सिंह राय जांच समिति के सदस्य होंगे. यह समिति तीन दिन में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी.
मुख्यमंत्री यादव ने कहा, ‘‘गुना बस हादसा भयावह है. मैं और मेरी सरकार इस घटना से बेहद दुखी है. मैं पहले ही कह चुका हूं कि घटना की जांच होनी चाहिए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएंगे कि ऐसी दुर्घटना दोबारा न हो. हालांकि यह जांच का विषय है कि ऐसी आग कैसे लगी.’’
एक अधिकारी ने बताया कि गुना के एक अस्पताल में घायलों से मिलने के बाद यादव ने मामले में लापरवाही के आरोप में गुना के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी रवि बरेलिया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी वी डी कतरोलिया को निलंबित करने का आदेश दिया.
अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद, जिला कलेक्टर ने घटना की जांच करने के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट मुकेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति का गठन किया है.
उन्होंने कहा कि समिति को विभिन्न मुद्दों पर तीन दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. खासकर कि क्या दुर्घटना में शामिल दो वाहनों के पास सभी कानूनी अनुमतियां थीं और बस में आग कैसे लगी.
अनुविभागीय दंडाधिकारी सांवले ने बताया कि दुर्घटना के बाद बस आग के गोले में तब्दील हो गई और 13 लोगों की जलकर मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के समय बस आरोन की ओर जा रही थी जबकि डंपर गुना की ओर जा रहा था.
पुलिस अधीक्षक विजय खत्री ने कहा कि घटना के समय बस में लगभग 30 यात्री थे और उनमें से चार किसी तरह वाहन से बाहर निकलने में कामयाब रहे और अपने घर चले गए हैं.
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