श्रीनगरः जम्मू एवं कश्मीर में रेप के दोषी को फांसी देने की मांगों को लेकर छात्रों और पुलिस के बीच संघर्ष को देखते हुए राज्य प्रशासन ने बुधवार को घाटी के ज्यादातर शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया है.
बांदीपोरा और गांदरबाल जिलों में बलात्कार की लगातार दो घटनाएं सामने आने के बाद विरोध प्रदर्शन बढ़ने से हिंसा और उग्र होने के डर से श्रीनगर नगर, बारामूला, सोपोर, बांदीपोरा, गांदरबाल, अनंतनाग, कुपवाड़ा, बड़गाम और अन्य जिलों में कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया गया है.
नाजुक स्थिति देखते हुए कई शहरों में उच्चतर माध्यमिक स्कूलों को भी बंद रखा गया है. बांदीपोरा में 9 मई को हुए रेप के मामले के कारण घाटी में पहले ही उबाल था, उसके बाद मंगलवार को गांदरबाल रेप मामले की खबर के फैलने से विरोध प्रदर्शन और ज्यादा भड़क गया. पुलिस ने कहा कि गांदरबाल की घटना रविवार को हुई थी. विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्रों ने पीड़ितों को न्याय देने और आरोपियों को कठोर दंड देने की मांग की, इस दौरान वे सुरक्षा बलों से भिड़ गए.
श्रीनगर के अमर सिंह कॉलेज के छात्रों ने कॉलेज परिसर में तख्तियां और बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन किया. वे आरोपी को मृत्यु दंड देने की मांग कर रहे थे. श्रीनगर के नौशेरा में स्थित कश्मीर लॉ कॉलेज के छात्रों ने भी विरोध प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली. बेमिना में एसकेआईएमएस मेडिकल कॉलेज के छात्र कॉलेज परिसर में इकट्ठे हो गए और विरोध प्रदर्शन किया. वे आरोपी को मृत्यु दंड देने की मांग कर रहे थे.
यूनिवर्सिटी ऑफ कश्मीर के विभिन्न विभागों के छात्रों ने मंगलवार को परिसर में शांतिपूर्ण रैली निकाली और ऐसे ही उत्तरी कश्मीर के उरी में बोनियार हायर सेकैंडरी स्कूल के छात्रों ने भी प्रदर्शन किया.
मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज कंगन के छात्रों ने अपनी कक्षाएं छोड़कर कॉलेज परिसर से कंगन के मुख्य बाजार तक विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी हाथ में तख्तियां पकड़े थे जिन पर लिखा था, ‘पीड़िता को न्याय दो और दुष्कर्मी को फांसी दो.’
पुलिस पहले ही गांदरबल के हरन गांव में रहने वाले आरोपी मोहम्मद आसिफ वानी (20) को उसके पड़ोस में रहने वाली एक नाबालिग लड़की का दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है. बांदीपोरा मामले में भी आरोपी ताहिर अहमद मीर को गिरफ्तार किया जा चुका है.
चूंकि दोनों मामलों में आरोपी पकड़े जा चुके हैं इसलिए शिया-सुननी धार्मिक समन्वय समिति ने भी लोगों से शांति बनाए रखने और विरोध प्रदर्शन बंद करने की अपील की है.