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Saturday, 16 November, 2024
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दक्षिण-पश्चिम मानसून में हो सकती है चार दिन की देरी, पांच जून को पहुंचेगा केरल

मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष केरल में मानसून सामान्य तारीख के मुकाबले कुछ देरी से आने कि संभावना है. मानसून पांच जून तक आ सकता है.

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नई दिल्ली : एक तरफ देश कोरोना संकट से जूझ रहा है वहीं दूसरी तरफ अब लोगों को मानसून का इंतजार करना पड़ेगा. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगाज में चार दिन की देरी होने की संभावना है. विभाग ने बताया कि मानसून दक्षिणी राज्य में पांच जून तक आएगा.

विभाग अनुसार, केरल में इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मानसून आने में चार दिन की देरी हो सकती है. मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष केरल में मानसून सामान्य तारीख के मुकाबले कुछ देरी से आने कि संभावना है. मानसून पांच जून तक आ सकता है.

मौसम विज्ञान विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा, ‘बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र निर्मित हो रहा है, इसके अगले 12 घंटों में और कल और बढ़ने की आशंका है, इससे 16 मई की शाम चक्रवाती तूफान आ सकता है.’

भारतीय मानसून क्षेत्र में, दक्षिण अंडमान पर प्रारंभिक मानसून की बारिश का अनुभव होता है और मानसूनी हवाएं बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में आगे बढ़ती हैं. नई सामान्य तिथियों के अनुसार मानसून 22 मई को दक्षिण पश्चिम मानसून अंडमान सागर पर आ सकता है.

आपको बता दें कि केरल में मानसून आने के साथ देश में चार महीने के बरसात के मौसम की आधिकारिक शुरुआत हो जाती है. अगर अंडमान निकोबार में मानसून 20 मई के बाद आता है तो फिर केरल पहुंचने के लिए 10-12 दिन का समय और लगता है.

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