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Saturday, 21 September, 2024
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माइक पोम्पिओ बोले- भारत के साथ और मजबूत संबंध बनाएगा अमेरिका

उन्होंने कहा कि भारत यूएसए के लिए एक महत्वपूर्ण मित्र और साझेदार है. अमेरिकी उस सफलता के एक महत्वपूर्ण लाभार्थी हैं जो भारत के पास है और जारी है.

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नई दिल्ली: अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और अपने देश अमेरिका की भारत के साथ मजबूत संबंध बनाने और साझा विचारों और लक्ष्यों को हासिल करने के लिए मिलकर काम करने की बात कही. प्रधानमंत्री के कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने अमेरिका के साथ अपने संबंधों की प्राथमिकता को दोहराया और ‘सरकार के नए कार्यकाल में विश्वास और साझा हित की मजबूत नींव पर सामरिक भागीदारी पर उसकी सोच को रेखांकित किया.

एक बयान के अनुसार, पोम्पियो ने प्रधानमंत्री को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का संदेश दिया और चुनाव में मिली जीत पर बधाई भी दी. प्रधानमंत्री मोदी ने भी पोम्पियो का शुक्रिया अदा करने के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप को भी उनकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद कहने को कहा.

पीएमओ द्वारा जारी बयान के अनुसार, ‘प्रधानमंत्री ने व्यापार और अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, सुरक्षा, आतंकवादरोधी और लोगों के आपसी संपर्क के जरिए द्विपक्षीय संबंधों का पूरी क्षमता से प्रयोग करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की.’

वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पेओ ने बुधवार को कहा कि भारत और अमेरिका व्यापार से संबंधित और नई दिल्ली व मास्को के बीच S400 मिसाइल सौदे के मुद्दों को सुलझाने के तरीकों पर काम करेगा.

विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘जब मैं दो मुद्दों (व्यापार और S400) के बारे में सोचता हूं, तो मैं उन्हें वास्तविक अवसरों के रूप में सोचता हूं; जिन चीजों को मैं जानता हूं वह यह कि हम एक साथ काम कर सकते हैं और एक रिश्ते (दोनों देशों के बीच) के लिए एक नींव प्रदान करेंगे, भारत अमेरिका का एक महत्वपूर्ण मित्र और साझेदार बताते हुए पोम्पेओ ने उम्मीद जताई कि दोनों मुद्दों पर काम करने के बाद दोनों देशों के बीच संबंध कुछ अधिक मजबूत हो गए होंगे.

उन्होंने कहा, ‘भारत यूएसए के लिए एक महत्वपूर्ण मित्र और साझेदार है. अमेरिकी उस सफलता के एक महत्वपूर्ण लाभार्थी हैं जो भारत के पास है और जारी है. जब हम दूसरी तरफ देखेंगे, तो हमारा संबंध और मजबूत होगा और हमने महान कार्य किए होंगे साथ में.’

बता दें के नई दिल्ली ने पिछले साल 5 अक्टूबर को 19वें भारत-रूस वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के दौरान रूस के साथ पांच एस -400 की खरीद के लिए 5.43 बिलियन डॉलर के सौदे पर हस्ताक्षर किए थे.

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