नई दिल्ली: गृह मंत्रालय (एमएचए) ने मंगलवार को लोकसभा को बताया कि देश भर में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों के कुल 864 पद खाली हैं.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के सांसद पोन गौतम सिंहमनी द्वारा पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि सेवा में रिक्तियां रिटायरमेंट, इस्तीफे, मृत्यु, सेवा से हटाए जाने जैसे कारकों के कारण होती हैं.
राय ने लोकसभा में कहा, ‘1 जनवरी, 2022 तक, भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों की अधिकृत संख्या 4,984 है, जबकि कुल 4,120 आईपीएस अधिकारी ही पद पर तैनात हैं.’
आईपीएस अधिकारियों की मौजूदा संख्या और मौजूदा स्थिति की गणना से साफ पता चलता है कि 864 पद अभी भी खाली हैं.
मंत्री ने कहा, सरकार ने सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) 2020 से आईपीएस (सीधी भर्ती) में सीटों की संख्या को 150 से बढ़ाकर 200 कर दिया है.
राय ने कहा, आज की तारीख तक, केंद्रीय संगठनों में -केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ), केंद्रीय पुलिस संगठन (सीपीओ), पुलिस अधीक्षक (एसपी) से लेकर महानिदेशक तक के कुल 226 पद पर आईपीएस अधिकारी नियुक्त किए जाने हैं.
‘क्या यह भी सच है कि आईपीएस अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए इच्छुक नहीं हैं और केवल तीन ऐसे अधिकारियों ने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति का विकल्प चुना है?’
इस सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा, ‘नहीं ऐसा नहीं है.’
उन्होंने कहा, ‘इस साल, 144 आईपीएस अधिकारियों ने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए आवेदन किया है. इस दौरान सीएपीएफ और सीपीओ में अब तक विभिन्न स्तरों पर 95 आईपीएस अधिकारियों को नियुक्त किया गया है.’
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