नई दिल्लीः मेहुल चौकसी के वकील विजय अग्रवाल ने बुधवार को कहा, ‘डोमिनिका के विपक्ष के नेता लेनोक्स लिंटन को चौकसी के भाई ने उनके मामले को आगे बढ़ाने के लिए किसी भी इलेक्शन फंडिग का वादा नहीं किया है. यह बात झूठी है.’
अग्रवाल ने कहा कि मेहुल चौकसी के बड़े भाई चेतन चीनू भाई चौकसी डोमिनिका सिर्फ उन्हें देखने गए थे और यह पता करने गए थे कि चिकित्सकीय रूप से उनका ध्यान रखा जा रहा है या नहीं. उन्होंने कहा, ‘मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनके भाई द्वारा डोमिनिका के विपक्षी पार्टियों से बातचीत करने की बात झूठ है.’
मीडिया में ऐसी रिपोर्ट्स आई थीं कि चौकसी का भाई जो कि खुद भी कथित तौर पर बैंक डिफॉल्टर हैं, ने डोमिनिका के विपक्षी पार्टी के नेता लिंटन से 30 मई को मुलाकात की है.
सूत्रों के मुताबिक ऐसा कहा जा रहा था कि चेतन ने मेहुल का पक्ष लेने के लिए विपक्ष को चुनाव में दस लाख डॉलर से ज्यादा फंडिंग करने का वादा किया था और इसके लिए करीब दो लाख डॉलर की टोकन मनी भी दी थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विपक्ष के नेता लेनोक्स लिंटन ने पहले इस मामले में बिल्कुल चुप्पी साध रखी थी लेकिन बाद में उन्होंने काफी प्रखर तरीके से इस पर बोलना शुरू कर दिया. हालांकि, एक इंटरव्यू में उन्होंने इन सभी आरोपों को खारिज किया.
बता दें कि कुछ दिन पहले एंटीगुआ और बारबुडा से रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हुए चोकसी को पड़ोस के डोमिनिका में पकड़ा गया था.
इसके बाद एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने अपने देश में एक रेडियो शो में यह भी कहा था कि भारत ने बैंक से कर्ज धोखाधड़ी के मामले में वांछित भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण दस्तावेज के साथ एक निजी विमान को डोमिनिका भेजा है.
वहीं चोकसी ने आरोप लगाया है कि एंटीगुआ और भारतीय की तरह दिखने वाले पुलिसकर्मियों ने उसे एंटीगुआ और बारबुडा में जॉली बंदरगाह से अगवा किया और उसे डोमिनिका ले गए थे.
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