नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय के तरफ से आई जानकारी के अनुसार पाकिस्तान में कुलभूषण जाधव गंभीर दबाव में हैं. सोमवार, 2 सितंबर को भारत के पाकिस्तान में मौजूद डिप्टी हाई कमिश्नर गौरव अहलूवालिया ने कुलभूषण जाधव से मुलाकात की. यह मुलाकात करीब 2 घंटे तक चली. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है, ‘कुलभूषण जाधव ने पाकिस्तानी दबाव बनाए जाने पर तोते की तरह बयान दिया.’ बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कुलभूषण जाधव की माता से आज फोन पर बात की और आज की मुलाकात के बारे में बताया.
विदेश मंत्रालय की तरफ से मिली जानकारी में कहा गया कि इस बारे में जैसे ही पूरी जानकारी मिलती है उसके बाद हम आगे की कार्रवाई के बारे में सोचेंगे. मंत्रालय ने बयान में कहा कि हम इस बात की भी जांच करेंगे की पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय अदालत के आदेशों पर अमल किया है या नहीं.
MEA: We"ll decide a further course of action after receiving a detailed report from our Charge d’ Affaires and determining the extent of conformity to the ICJ directives. External Affairs Minister has spoken to the mother of #KulbhushanJadhav & briefed her of today’s developments https://t.co/N3UlP5Hu02
— ANI (@ANI) September 2, 2019
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ‘सरकार कुलभूषण जाधव को न्याय दिलाने में और वापस भारत लाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.’
बयान में कहा गया, ‘सोमवार को कांसुलर एक्सिस अंतरराष्ट्रीय अदालत द्वारा पाकिस्तान पर बनाए गए दबाव के कारण मिली था. अंतरराष्ट्रीय अदालत ने कहा था कि पाकिस्तान फिर से इस फैसले पर पुनर्विचार करें और भारतीय अधिकारियों को कुलभूषण जाधव से मिलने दिया जाए.’
भारत के डिप्टी हाई कमिश्नर गौरव अहलूवालिया की सब-जेल में कुलभूषण जाधव के साथ मुलाकात हुई थी. आपको बता दें कि कासुंलर एक्सेस से पहले ही पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव से मुलाकात की जगह बदल दी थी. अभी तक पता नहीं चल पाया है कि यह मुलाकात कहां हुई है.
डिप्टी हाई कमिश्नर गौरव अहलूवालिया की पाकिस्तानी अधिकारी डॉ मोहम्मद फैसल के साथ बैठक हुई. पाकिस्तान ने वियना समझौते का पालन करते हुए भारत को कुलभूषण जाधव की कासुंलर एक्सेस की मंजूरी दी थी.
Sources: Meeting between India's Deputy High Commissioner to Pakistan, Gaurav Ahluwalia & #KulbhushanJadhav concludes. https://t.co/mStdusiRHE
— ANI (@ANI) September 2, 2019
पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को सोमवार को कांसुलर एक्सेस देने का प्रस्ताव दिया था. इस प्रस्ताव पर भारत ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा था कि भारत चाहता है कि जाधव को बिना किसी निगरानी के कांसुलर एक्सेस मिले.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तानी जेल में बंद कुलभूषण जाधव को सोमवार को कांसुलर संबंधों पर वियाना कन्वेंशन, इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) के फैसले और पाकिस्तान के कानूनों के अनुरूप प्रदान कांसुलर एक्सेस दिया जाएगा.
भारत ने आखिरी बार अप्रैल 2017 में जाधव के लिए कांसुलर एक्सेस का अनुरोध किया था, जो कि पाकिस्तान से किया गया 16वां आवेदन था. जब पाकिस्तान जवाब देने में विफल रहा, तब भारत ने मई 2017 में यह मामला आईसीजे में दर्ज किया था.
वर्ष 2017 में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के प्रयास से कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी ने उनसे पाकिस्तान की जेल में मुलाकात की थी.
आपको बता दें कि पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव पर आईसीजे के फैसले के 10 दिन बाद भी कोई टिप्पणी नहीं की थी.
कौन हैं कुलभूषण जाधव
कुलभूषण जाधव भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, जिन्हें पाकिस्तान अथॉरिटी ने मार्च 2016 में गिराफ्तार किया था और अप्रैल 2017 में पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने उन्हें मौत की सजा सुनाई थी. उनका जन्म 1970 में महाराष्ट्र के सांगली में हुआ था. जाधव को पाकिस्तानी सेना ने 3 मार्च 2016 को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार किया था.