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Thursday, 23 May, 2024
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कश्मीर पर हमारा रुख साफ, मध्यस्थता के लिए किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं: विदेश मंत्रालय

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत-पाकिस्तान के बीच विवाद सुलझाने में मदद को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बयान पर सवाल का जवाब दिया.

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नई दिल्ली: कश्मीर मामले पर मध्यस्थता को लेकर भारत ने बृहस्पतिवार को एक बार फिर साफ कहा कि इसके लिए किसी तीसरे पक्ष की कोई जगह नहीं है. द्विपक्षीय मामले पर महज पाकिस्तान और भारत के बीच बातचीत होगी.

भारत ने कहा इसके लिये उपयुक्त माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है.

विदेश मंत्रालय ने बताया कि पिछली पूर्ण बैठक में, अपने आतंकी वित्तपोषण जोखिमों को दूर करने में प्रगति न होने पर पाकिस्तान से चिंताओं को व्यक्त किया गया था.

हम जानते हैं कि पूर्ण और वर्किंग ग्रुप मीटिंग (एफएटीएफ की) पेरिस में 16 फरवरी से शुरू होगी. हम मानते हैं कि एफएटीएफ एक निर्धारित मानदंडों के आधार पर पाकिस्तान द्वारा की गई प्रगति का मूल्यांकन करेगा.

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘कश्मीर मामले पर हमारा रुख स्पष्ट और स्थिर है. कश्मीर मामले पर किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है.’

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से भारत एवं पाकिस्तान के बीच विवाद सुलझाने में मदद को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बयान के बारे में सवाल पूछा गया था.

उन्होंने कहा कि कश्मीर पर हमारा रुख स्पष्ट और स्थिर है, इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है. और अगर कोई द्विपक्षीय मामला आता है तब दोनों देशों को द्विपक्षीय ढंग से सुलझाया जाना चाहिए जो शिमला समझौता और लाहौर घोषणापत्र की तहत हो.

कुमार ने कहा, ‘वार्ता के लिए उपयुक्त माहौल तैयार करना पाकिस्तान का दायित्व है जो आतंकवाद, शत्रुता और हिंसा से मुक्त हो.’

उन्होंने कहा कि तभी दोनों देशों के बीच कोई अर्थपूर्ण बातचीत हो सकती है.

गौरतलब है कि दावोस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि वाशिंगटन कश्मीर के मुद्दे को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच घटनाक्रम पर ‘करीबी नजर’ रख रहा है. उन्होंने यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ मुलाकात में एक बार फिर दोनों पड़ोसी देशों के बीच विवाद को सुलझाने में ‘मदद’ की बात कही थी.

(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)

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