नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेता मायावती ने कई ट्वीट कर भीम आर्मी प्रमुख के सिटीजनशिप एमेंडमेंट एक्ट (सीएए) के विरद्ध प्रदर्शन के पीछे की मंशा पर सवाल उठाए. उनका का कहना है, ‘दलितों का आम मानना है कि भीम आर्मी का चन्द्रशेखर, विरोधी पार्टियों के हाथों खेलकर खासकर बीएसपी के मज़बूत राज्यों में षड़यन्त्र के तहत चुनाव के करीब वहां पार्टी के वोटों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर, प्रदर्शन आदि करके फिर जबरन जेल चला जाता है.’
दिल्ली के जामा मस्जिद में पुलिस के साथ 13 घंटे चली लुका-छिपी के बाद चंद्रशेखर को रविवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में ले लिया गया. मायावती ने सवाल किया कि उत्तर प्रदेश में राजनीति करने वाले भीम आर्मी प्रमुख दिल्ली कैसे कूच कर गए? उन्होंने कहा, ‘जैसे यह यूपी का रहने वाला है, लेकिन सीएए/एनआरसी पर यह यूपी की बजाए दिल्ली के जामा मस्जिद वाले प्रदर्शन में शामिल होकर जबरन अपनी गिरफ्तारी करवाता है क्योंकि यहां जल्दी ही विधानसभा चुनाव होने वाला है.’
साथ ही उन्होंने बहुजन समाज को आगाह भी किया कि वो चंद्रशेखर आज़ाद के चक्कर में न आयें, ‘अतः पार्टी के लोगों से अपील है कि वे ऐसे सभी स्वार्थी तत्वों, संगठनों व पार्टियों से हमेशा सचेत रहें. वैसे ऐसे तत्वों को पार्टी कभी लेती नहीं है, चाहे वे कितना प्रयास क्यों ना कर ले?’
2. जैसे यह यू.पी. का रहने वाला है, लेकिन CAA/NRC पर यह यू.पी. की बजाए दिल्ली के जामा मस्जिद वाले प्रदर्शन में शामिल होकर जबरन अपनी गिरफ्तारी करवाता है क्योंकि यहाँ जल्दी ही विधानसभा चुनाव होने वाला है।
— Mayawati (@Mayawati) December 22, 2019
मायावती लगातार भीम आर्मी और उसके प्रमुख पर हमलावर रही है और और आरोप लगाती रहीं है कि वो राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित हो और कुछ राजनीतिक ताकतों के इशारों पर काम करते हैं और बहुजन समाज पार्टी को कमज़ोर करने का काम करते हैं. चंद्रशेखर उन्हें अपनी बड़ी और बुआ बुलाते हैं और कहते हैं कि वे उनके साथ सहयोग करना चाहते हैं.
3. अतः पार्टी के लोगों से अपील है कि वे ऐसे सभी स्वार्थी तत्वों, संगठनों व पार्टियों से हमेशा सचेत रहें। वैसे ऐसे तत्वों को पार्टी कभी लेती नहीं है, चाहे वे कितना प्रयास क्यों ना कर ले?
— Mayawati (@Mayawati) December 22, 2019