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Saturday, 21 December, 2024
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अलवर गैंग रेप: पुलिस की कार्रवाई से नाखुश लोग, गहलोत सरकार पर मामला दबाने का लगाया आरोप

एक दलित युवती का आरोप है कि उसके साथ पांच गुर्जर समुदाय के लड़कों ने तीन घंटे तक बंधक बनाकर बलात्कार किया. इस दौरान उसके पति को भी लड़कों ने वहीं नंगा बैठा रखा था.

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थानागाज़ी/अलवर: एक दलित युवती का आरोप है कि उसके साथ पांच गुर्जर समुदाय के लड़कों ने तीन घंटे तक बंधक बनाकर बलात्कार किया. इस दौरान उसके पति को भी लड़कों ने वहीं नंगा बैठा रखा था. आरोप है कि चुनाव के मद्देनज़र मामले को कई दिनों तक दबा कर रखा गया लेकिन जैसे ही मामला सामने आया आग की तरह फैल गया है. बता दें कि पांचों लड़कों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है.

राजस्थान के अलवर ज़िले के थानागाज़ी इलाके के लालावाड़ी में घटी इस घटना के बाद तनाव व्याप्त है. हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं. अलवर शहर में भी जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इस क्षेत्र में बलात्कार और छेड़छाड़ के मामले लगातार हो रहे हैं बार-बार पुलिस को शिकायत करने के बावजूद ढिलाई बरते जाने से लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है. मामले की संजीदगी को देखते हुए लालावाड़ी के थानेदार सरदार सिंह को मामले में ढिलई करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. वहीं अलवर के एसपी राजीव प्रचार को भी उनके पद से हटा दिया गया है और अगली पोस्टिंग का इंतजार  है. वहीं एक बीट कांस्टेबल को और दो पुलिस वालों को लाइन हाज़िर किया गया है.

घटना का बनाया पूरा वीडियो- किया वायरल

आरोप है कि महिला के साथ बलात्कार के दौरान पूरी घटना का वीडियो बनाया गया और बाद में पैसे के लिए पीड़िता को ब्लैकमेल किया जाने लगा. एक बार कुछ हज़ार रुपये लिए भी. इसके बाद और अधिक पैसा मांगने लगे और पैसे ना मिलने पर वीडियो वायरल कर दिया.  इस बीच ब्लैकमेलिंग और इस अपराध से तंग आकर महिला और उसके पति ने थाने में एफआईआर कराई.

मामले के तूल पकड़ने के बाद ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे 248 ए जाम कर दिया. किसी तरह जाम खुलवाया गया. पिछले कई घंटों से गांव वाले न्याय की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं जो अब भी जारी है. गुस्साई भीड़ नारा लगा रही है कि अगर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो मामला और तूल पकड़ेगा और आगजनी की घटना तक को अंजाम दिया जा सकता है.

पीली साड़ी में खटिया पर बैठी पीड़िता की मां और परिवार की महिलाएं/ फोटो- ज्योति यादव

बता दें कि महिला की तीन साल पहले शादी हो चुकी है. दिप्रिंट के साथ बात करते हुए पीड़िता सविता (नाम बदल दिया गया है) ने बताया- ‘मैं ग्यारहवीं में पढ़ती हूं. मेरी तीन बहनें हैं. हम दो बहनों की शादी तीन साल पहले एक साथ हुई थी. मेरा गौना भी हो चुका है. 18 मई को मेरे ससुराल में शादी है जिसके लिए हमदोनो पति पत्नी शादी की शॉपिंग करने जा रहे थे. हम लोग चोरी छुपे नहीं मिल रहे थे. हमदोनों अपने गांव लालवाड़ी से तालवृक्ष की ओर जा रहे थे.’

सविता ने आगे बताया कि ‘ 26 अप्रैल की शाम को जब हम निकले, तभी बाइक सवार कुछ लड़के हमारी बाइक का पीछा करने लगे. सुनसान एरिये में जाकर उन्होंने जबर्दस्ती हमारी बाइक रुकवाई और उसे पास एक गड्ढे में गिरा दिया. फिर हम दोनों को खींचकर रेत के टीलों के पीछे ले गए.’

और वह सभी पांचों लड़के सविता के साथ जबरदस्ती करने लगे बचाव में पति अजय आए भी तो सभी ने उनको मारना पीटना शुरू कर दिया. पति को उन्होंने लात घूंसों से मारा. उन्हें गहरी चोटें आईं. पति को बुरी तरह पिटता देख सविता ने उसे बचाने के लिए संरेडर कर दिया और फिर उन लड़कों ने सविता के साथ ज्यादती की.

वहीं सविता के पति अजय (नाम बदल दिया गया है) ने दिप्रिंट से बताया- ‘मैं जयपुर से आईटीआई कर रहा हूं. वहीं रहता हूं. छुट्टी में आता हूं. अजय ने कहा कि पुलिस तो हमारी एफआईआर भी नहीं दर्ज कर रही थी. विधायक कांतिलाल मीणा के मार्फत 30 अप्रैल को एफआईआर दर्ज हुई. हमने उन लड़कों को बताया कि हम शादीशुदा हैं. घरवालों को बुला लो, पूछ लो. पर उन्होंने माना ही नहीं. कहने लगे घूमने आये हो.’

लड़के गांव में करते रहे हैं गुंडागर्दी

घटना का वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा मचा. पीड़िता ने बताया कि अब तक तीन लड़के गिरफ्तार हो चुके हैं. पांच लड़के जिन्होंने इस बर्बर घटना को अंजाम दिया है उनमें छोटे लाल, हंसराज, इंद्र राज, मुकेश और अशोक हैं.दलित जोड़े के साथ हुए इस दुर्व्यवहार के बाद गांव वाले सड़कों पर उतर आए हैं. विरोध प्रदर्शन में वो लोग भी उतर आए जिन्होंने किसी न किसी के घर वालों की लड़कियों को परेशान किया है और छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दिया है.

दिप्रिंट जब उन लड़कों के घर पहुंचा जिन्होंने महिला के साथ ज्यादती की है तो घरों में ताला लगा मिला. लड़कों के परिवार वाले भी घर से गायब हैं.

पहले भी करते रहे हैं लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार

गांव वाले पुलिस वालों की ढीलाढाली से लगातार नाराज़ हैं. गांववालों का कहना है कि इन्हें सस्पेंड ना करें, निकाला जाए नौकरी से. दिप्रिंट से बातचीत के दौरान गांव वालों ने चौंकाने वाली बात बताई कि ये लड़के  जिनपर महिला ने रेप का आरोप लगाया है ये लड़के पहले भी कई लड़कियों को छेड़छाड़ को अंजाम दे चुके हैं वहीं चोरी, गुंडागर्दी भी गांव वालों के साथ करते रहे हैं.

गांव में प्रदर्शन के लिए जुटे लोग- फोटो- ज्योति यादव

गांव वाले ने यह भी बताया कि ‘इन लड़कों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने की बहुत बड़ी वजह यह है कि थाने में मौजूद कांस्टेबल से लेकर एसएचओ तक सारे गुर्जर भरे पड़े हैं. एक मंत्री हुआ था इन्हीं गुर्जरों के गांवों से. उसी की मार्फत बहुत सारे गुर्जर भर्ती कर लिये गये.’

इस पूरे मामले में प्रदेश की कांग्रेस पार्टी की सरकार की खूब किरकिरी हो रही है. प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मदनलाल सैनी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग की है. उनका कहना है कि ‘कांग्रेस सरकार ने दलित लड़की के रेप को चुनाव की वजह से दबा रखा था. अपराधियों जितने ही दोषी वो लोग हैं, जो सरकार में बैठे हैं.’ बता दें मामले को तूल पकड़ता देख स्थानीय नेता और राजस्थान सरकार में मंत्री वहां पहुंचने लगे हैं. बताया जा रहा है कि राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी यहां पहुंचने वाली हैं.

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