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Wednesday, 8 May, 2024
होमदेशउत्तराखंड में बछिया के साथ 'रेप' के आरोप में एक शख्स गिरफ्तार, हिंदू संगठनों ने दुहराई 'लैंड जिहाद' कानून की मांग

उत्तराखंड में बछिया के साथ ‘रेप’ के आरोप में एक शख्स गिरफ्तार, हिंदू संगठनों ने दुहराई ‘लैंड जिहाद’ कानून की मांग

आलम अंसारी, जो चमोली स्थित एक फर्म में जेसीबी ड्राइवर के रूप में काम करता है, पर आईपीसी की धारा 377 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.

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रायपुर : उत्तराखंड पुलिस ने इस शनिवार को चमोली जिले में एक बछिया का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में एक 32-वर्षीय शख्श को गिरफ्तार किया.

आरोपी आलम अंसारी चमोली स्थित एक फर्म में जेसीबी ड्राइवर का काम करता है. चमोली पुलिस थाना प्रभारी राजेश सिंह ने दिप्रिंट को बताया कि अंसारी की उसके सहकर्मी ललित मोहन की शिकायत के बाद जिला पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

सिंह में बताया, ‘अंसारी पर आईपीसी की धारा 377 (किसी भी पुरुष, महिला या जानवर के साथ प्राकृतिक नियमों के खिलाफ जाकर शारीरिक संबंध बनाना) और 511 (किन्हीं अन्य विशिष्ट धाराओं द्वारा दंडनीय नहीं माने जाने वाले अपराध को करने का प्रयास) के साथ-साथ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 की धारा 11 (3) के तहत मामला दर्ज किया गया है. उसे रविवार को अदालत में पेश किया जाएगा. मामले में जांच जारी है.’

इस घटना ने चमोली और देहरादून के कई हिंदू संगठनों को नाराज कर दिया है और उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. साथ ही, उन्होंने मुसलमानों द्वारा उत्तराखंड की पहाड़ियों में जमीन खरीदने के प्रयासों पर ‘अंकुश लगाने’ के लिए ‘लैंड जिहाद’ वाला कानून लाने की मांग दोहराई है.

चमोली थाना प्रभारी के अनुसार शुक्रवार को रात की अपनी पाली के बाद घर लौटते समय अंसारी ने पीपलकोटी गांव में एक मादा बछड़े (बछिया) का यौन उत्पीड़न करने की बात स्वीकार की है. उसके सहकर्मी ललित ने उसे यह अपराध करते देखा था.

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सिंह ने कहा कि अंसारी मूल रूप से झारखंड के हजारीबाग का रहने वाला है और साल 2014 से चमोली में रह रहा था.


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‘हमारे समुदाय का अपमान’

उत्तराखंड रक्षा अभियान नामक एक स्वयंसेवी संगठन, जो राज्य में कथित ‘लैंड जिहाद’ और ‘लव जिहाद’ के खिलाफ अभियान चला रहा है, ने अपने इस दावे को फिर से दोहराया कि राज्य में ‘बढ़ती हुई मुस्लिम आबादी’ इसके कई हिस्सों को ‘जनसांख्यिकीय बदलाव’ की ओर धकेल रही है‘, मगर पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली सरकार इस बारे में कोई भी कार्रवाई करने में विफल रही है.

दक्षिणपंथी कार्यकर्ता और उत्तराखंड रक्षा अभियान के प्रमुख दर्शन भारती ने दिप्रिंट को बताया, ‘हमें अब यही सब देखना है. दुनिया भर के हिंदुओं द्वारा गायों का बहुत सम्मान किया जाता है, और यहां एक मुस्लिम व्यक्ति ने एक साल की बछिया का यौन शोषण करके सारे समुदाय का अपमान करने की कोशिश की. वहीँ उत्तराखंड सरकार मुसलमानों द्वारा शुरू किए गए भूमि जिहाद के खिलाफ कानून लेन की हमारी निरंतर रूप से की जा रही मांग पर चुप है.‘

उन्होंने कहा, ‘हम लगातार सरकार से मांग कर रहे थे कि वह एक कानून बनाए ताकि मुसलमानों द्वारा पहाड़ियों में जमीन खरीदने के प्रयासों पर अंकुश लगाया जा सके. यह राज्य के कई हिस्सों में जनसांख्यिकीय बदलाव का कारण बन रहा है. इस बात को धामी सरकार ने भी स्वीकार किया था, और इसने आखिरकार पिछले साल उत्तराखंड के डीजीपी को इसकी जांच करने और एक रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा था. लेकिन अब तक कुछ हुआ नहीं.’

भारती दिसंबर 2021 के उस विवादास्पद हरिद्वार ‘धर्म संसद’ से भी जुड़े थे, जो एक धार्मिक जमावड़ा था और जहां इस में भाग लेने वाले संतों द्वारा कई उत्तेजक भाषण दिए गए थे. इनमें ‘धर्म’ की रक्षा के लिए हथियार उठाने और ‘यदि आवश्यक हो तो’ मुसलमानों को मारने का आह्वान करने वाले बयान शामिल थे.

भारती उत्तराखंड की पहाड़ियों में कथित ‘लव जिहाद’ के खिलाफ लगातार बोलते रहे हैं. उन्होंने राज्य भर में सार्वजनिक भूमि पर मस्जिदों का अवैध निर्माण किये जाने का भी आरोप लगाया था. धीरेंद्र सिंह रावत, जिन्होंने दावा किया कि वह भाजपा के एक युवा नेता हैं जो चमोली में उत्तराखंड रक्षा अभियान के काम का नेतृत्व भी करते हैं, ने दिप्रिंट को बताया, ‘पुलिस तो आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करने को तैयार ही नहीं थी. यह तभी संभव हुआ जब हम आरोपी को गिरफ्तार करने की अपनी मांग पर डटे रहे.’

उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश से आने वाले मुसलमान हमारे इलाकों में जमीन खरीद रहे हैं क्योंकि यहां के स्थानीय लोग गरीब हैं और अपनी संपत्ति गुप्-चुप तरीके से औने-पौने दामों पर बेचने को तैयार हो जाते हैं. पहाड़ियों में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे मुसलमानों के नापाक मंसूबों के खिलाफ हिंदुओं को उठ खड़े होने और एकजुट होने की जरूरत है.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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