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Monday, 9 December, 2024
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108 फीट ऊंची आचार्य शंकर की मूर्ति का लोकार्पण करेंगे CM चौहान, 15 से 19 सितंबर तक होगा हवन

एकात्म धाम में स्थापित आचार्य शंकर की प्रतिमा का नाम "एकात्मता की मूर्ति " रखा गया है यह 108 फीट की बहु-धातु मूर्ति 12 वर्ष की आयु के आचार्य शंकर की है.

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नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के ओंकारेश्वर में मांधाता पर्वत पर ‘एकात्म धाम’ का निर्माण हो रहा है. इसमें आचार्य शंकर की 108 फीट ऊंची बहु धातु प्रतिमा “स्टैच्यू ऑफ वननेस” बन कर तैयार है. साथ ही भव्य संग्रहालय और अद्वैत वेदांत का एक संस्थान ‘अद्वैत लोक’ बना. 15 से 19 सितम्बर तक देश के विख्यात साधु-संतों द्वारा वैदिक रीति के पूजन तथा 21 कुंडीय हवन किया जाएगा.

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस एकात्मता की मूर्ति का 21 सितंबर को लोकार्पण करेंगे.

प्रतिमा अनावरण के कार्यक्रम में मांधाता पर्वत पर सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम के 7:00 बजे तक 11 से 19 सितंबर तक हर रोज प्रस्थानत्रयी भाष्य पारायण होगा साथ ही 15 से 19 सितंबर तक देश के विख्यात साधु-संतों द्वारा वैदिक रीति के पूजन तथा 21 कुंडीय हवन किया जायेगा.

एकात्म धाम में स्थापित आचार्य शंकर की प्रतिमा का नाम “एकात्मता की मूर्ति ” रखा गया है यह 108 फीट की बहु-धातु मूर्ति 12 वर्ष की आयु के आचार्य शंकर की है.

मूर्ति के आधार में 75 फीट का पैडेस्टल है. यह मूर्ति पत्थर से बने 16 फीट के कमल पर स्थापित है. यह प्रतिमा विख्यात चित्रकार श्री वासुदेव कामत के द्वारा बनाए गए चित्र के आधार पर बनाई गई है.

वासुदेव का मत के द्वारा बनाए गए 12 वर्ष के बाल रूप में शंकर के चित्र के आधार पर मूर्ति बनाए जाने हेतु भारत के 11 मूर्तिकारों का चयन किया गया. इन 11 मूर्तिकारों द्वारा 5 फीट की मूर्ति प्रस्तुत करने पर सर्च कम सलेक्शन कमेटी द्वारा इनमें से 3 मूर्तिकारों का चयन किया गया .

क्या-क्या है खास

आचार्य के जीवन, दर्शन तथा आचार्य की रचनाओं पर आधारित विभिन्न शैलियों और केरल म्यूरल, पट्टचित्र, कांगड़ा , मधुवनी ,समकालीन विभिन्न शैलियों में देश के विख्यात चित्रकारों से चित्र बनवाये जा रहे हैं जिनका प्रदर्शन कला वीथिका में किया जाएगा.

एकात्मता की मूर्ति के नीचे मुख्य भवन में एक विशाल स्तम्भ है जिसका नाम शंकर स्तम्भ है. शंकर स्तम्भ 45 फीट ऊंचा है और इसका डाटा लगभग 100 फीट है.

शंकर स्तंभ पर आदि शंकराचार्य के जीवन की 32 घटनाओं को लो रिलीफ के द्वारा प्रदर्शित किया जायेगा. म्यूरल का डिस्प्ले क्लॉकवाइज़ होगा.

अन्नपूर्णा नामक भोजनालय

एकात्म धाम में अन्नपूर्णा नामक भोजनालय होगा. यह संग्रहालय के पूर्व में स्थित होगा.

अन्नपूर्णा में लगभग 300 से 500 लोगों की बैठक व्यवस्था भवन के भीतर की जायेगी तथा बाहर लगभग 700-1000 लोगों के हेतु बैठक व्यवस्था करने की योजना है. बैठक व्यवस्था पारम्परिक और आधुनिक शैली दोनों में होगी.

अन्नपूर्णा में पधारने वाले सभी आगंतुकों हेतु विशेष व्यंजन ‘‘अद्वैतभोग’’ की भी व्यवस्था होगी जो कि सभी जनों हेतु उचित दाम पर उपलब्ध रहेगी.

इसके अलावा भारत की चारों दिशाओं/क्षेत्रों का विशेष भोजन भी उपलब्ध होगा. मध्यप्रदेश के मुख्य व्यंजनों की व्यवस्था भी रहेगा.

इस विशाल परियोजना को सीपी कुकरेजा आर्कीटेक्ट्स द्वारा डिजाइन किया गया है.

विज्ञप्ति में मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया, ‘‘हम सौभाग्यशाली हैं कि प्रतिष्ठित विशेषज्ञ अपनी विशेषज्ञता स्वामी एकात्म धाम के निर्माण में दे रहे हैं. हम आशा करते हैं कि एकात्म धाम श्री आदि शंकराचार्य की शिक्षाओं को जीवित रखेगा और यह सबसे प्रतिष्ठित आध्यात्मिक स्थलों में से एक होगा.”


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