लखनऊ : राजधानी स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल की 10वीं की छात्रा राशी वर्मा, चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-2 को प्रधानमंत्री के साथ उतरते देखने के लिए चुनी गई है. वह बेंगलुरु में सात सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चंद्रयान-2 को चांद की सतह पर उतरते देखेगी.
ऑनलाइन क्विज कार्यक्रम को जीतने के बाद छात्रा का चयन हुआ है. प्रत्येक राज्य के दो छात्रों को ऑनलाइन क्विज के आधार पर आयोजन के लिए चुना जा रहा है.
अपने चुने जाने की खुशी से उत्साहित राशी ने कहा, ‘इस मौके के दौरान में प्रधानमंत्री से बात करना चाहूंगी. मैं आईएएस अधिकारी बनना चाहती हूं.’ उसने कहा कि क्विज में उससे अंतरिक्ष और विज्ञान से जुड़े सवाल पूछे गए थे. बेंगलुरु से चुने गए दूसरे विद्यार्थी की जानकारी हासिल नहीं हो पाई है.
आपको बता दें, चंद्रयान-2 पृथ्वी से चंद्रमा की ओर श्रीहरिकोटा से 22 जुलाई की रात को रवाना हुआ था. इस स्पेसक्राफ्ट का वजन 3.8 टन है. छह पहिए वाले रोबोट वाहन है जो संस्कृत में अनुवाद करता है.
चंद्रयान-2 में 3 मॉड्यूल ऑर्बिटर, लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान). प्रज्ञान छह पहिएवाला रोबोट वाहन है. यह सौर ऊर्जा से कार्य करता है और केवल लैंडर विक्रम के साथ संवाद कर सकता है. वहीं दूसरी तरफ लैंडर को चंद्र सतह पर एक सॉफ्ट लैंडिंग निष्पादित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
चंद्रयान-2 को जीएसएलवी एमके-3 रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया है. इसका वजन करीब 6000 क्विंटल है. पूरी तरह से लोडेड यह रॉकेट पांच बोइंग जंबो जेट के बराबर है. यह अंतरिक्ष में काफी वजन ले जाने में सक्षम है.