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Tuesday, 5 November, 2024
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यूपी के फिरोज़ाबाद जिले में टिड्डी दल का हमला, खेतों को बचाने के लिए थाली बजाते हुए घरों से बाहर निकले ग्रामीण

उत्तर और मध्य भारत का अधिकांश भाग इस साल के शुरू से ही बड़े टिड्डियों के आक्रमण की चेतावनी के कारण सतर्क रहा है.

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बघई, फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश में फिरोज़ाबाद जिले के बघई गांव में सोमवार को रेगिस्तान के टिड्डों का झुंड छा गया. गांव के लोग अपने खेतों में भागे और अपनी फसलों पर बैठे टिड्डियों को डराने के लिए बर्तन पीटने लगे.

इस साल के शुरू में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ने पूर्वी अफ्रीका, ईरान, पाकिस्तान और भारत में टिड्डों के बड़े हमले की चेतावनी के बाद से उत्तर भारत का अधिकांश भाग अलर्ट पर है.

अपनी गति और इसे बढ़ाने की क्षमता के कारण रेगिस्तानी टिड्डे को सबसे अधिक विनाशकारी प्रवासी कीटों में से जाना जाता है, ये टिड्डियां दिन में लगभग 150 किमी तक उड़ सकती हैं और आमतौर पर अपने शरीर के वजन जितना पौधों को खाती हैं.

दिप्रिंट के नेशनल फोटो एडिटर प्रवीण जैन आपके लिए बघई में टिड्डी आक्रमण और इनसे निपटते स्थानीय लोगों की झलक दिखा रहे हैं.

Looking up at the swarm of locusts in the sky, young children in Baghai village go to the fields clanging utensils to ensure that the locusts don’t eat their crops. It is believed the noise scares the pests away | Praveen Jain | ThePrint
बघई गांव में छोटे बच्चे आकाश में टिड्डियों के झुंड को देखते हुए बर्तन बजाते खेतों में पहुंचे ताकि टिड्डे उनकी फसल न खा पाएं. ऐसा माना जाता है कि शोर कीटों को डराता है | प्रवीण जैन, दिप्रिंट
A girl in Baghai village looks up at the sky in shock and amazement at the swarm of locusts flying overhead. The swarm came in such large numbers that it darkened the sky | Praveen Jain | ThePrint
बघई गांव में एक लड़की अपने सिर के ऊपर से उड़कर जाते हुए टिड्डों को अचंभे के साथ देखती हुई. झुंड इतनी बड़ी तादाद में आया कि आसमान को चकाचौंंध कर दिया | प्रवीण जैन, दिप्रिंट
Boys and young men in Baghai village in Firozabad district attempt to shoo away the locusts from their field | Praveen Jain | ThePrint
फिरोज़ाबाद जिले के बघई गांव के लड़के और युवक अपने खेत से टिड्डियों को भगाने की कोशिश करते हुए | प्रवीण जैन, दिप्रिंट
Children look on as a young boy tries chucking a stone at the locusts clouding over the field in Baghai village | Praveen Jain | ThePrint
बघई गांव में खेतों पर छाए हुए टिड्डों को देखते हुए बच्चे और उनमें से एक बच्चा पत्थर मारते हुए | प्रवीण जैन, दिप्रिंट
People stand next to the temple in Baghai, clanging utensils under a speckled sky as locusts swarm over them | Praveen Jain | ThePrint
लोग बघई में मंदिर के बगल में खड़े होकर अपने ऊपर टिड्डियों से धब्बे से दिख रहे आकाश तले बर्तनों बजाते हुए हैं | प्रवीण जैन, दिप्रिंट
Farmers have been worried about the locusts feeding on their crops as it would destroy an entire season’s hard work, adding to their troubles during an already difficult time | Praveen Jain | ThePrint
किसान टिड्डे उनकी फसल न खा जाएं इसको लेकर चिंतित हैं क्योंकि यह पूरे मौसम की कड़ी मेहनत को नष्ट कर देगा, जो पहले से ही चल रहे कठिन समय की वजह से परेशानियों को बढ़ाने वाला है। प्रवीण जैन, दिप्रिंट
Everybody came rushing out of their homes in Baghai village to see the locusts swarming over their homes and farmlands. With them also came out young children banging utensils to scare the migratory pests away | Praveen Jain | ThePrint
घरों और खेतों के ऊपर टिड्डों के झुंडों को देखने के लिए बघई गांव में हर कोई अपने घरों से बाहर निकल आया. उनके साथ छोटे बच्चे भी घर से बाहर आकर कीटों को भगाने के लिए बर्तन पीटने लगे | प्रवीण जैन, दिप्रिंट
Young children with their mothers stand outside their homes, Nearly every child could be seen armed with a utensil and spoon, ready to start making clanging noises | Praveen Jain | ThePrint
अपनी मां के साथ छोटे बच्चे अपने घरों के बाहर खड़े, लगभग हर बच्चे को बर्तन और चम्मच से लैस देखा जा सकता था, जो शोर मचाने के लिए तैयार दिखे। प्रवीण जैन, दिप्रिंट
Children come out of their homes clanging utensils | Photo: Praveen Jain | ThePrint
कई बच्चों के लिए, सारी घटना कुछ नई थी, क्योंकि इस आकार में टिड्डों का बड़ा आक्रमण भारत में दशकों में नहीं देखा गया है | प्रवीण जैन, दिप्रिंट

(इस ख़बर को और तस्वीरों को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें )

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