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Wednesday, 25 December, 2024
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18 फार्मा कंपनियों के लाइसेंस रद्द, बना रही थीं नकली दवाएं

सरकार ने नकली दवाएं बनाने को लेकर हिमाचल प्रदेश में 70 कंपनियों और उत्तराखंड में 45 व मध्य प्रदेश में 23 कंपनियों पर कार्रवाई की है. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है. 

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नई दिल्ली : डीसीजीआई ने नकली दवाएं बनाने को लेकर देश की 18 फार्मा कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं, यह कार्रवाई ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) द्वारा 20 राज्यों की 76 कंपनियों के निरीक्षण के बाद की गई है. बृहस्पतिवार को सूत्रों ने यह जानकारी दी है.

सरकार ने नकली दवाएं बनाने को लेकर हिमाचल प्रदेश में 70 कंपनियों और उत्तराखंड में 45 व मध्य प्रदेश में 23 कंपनियों पर कार्रवाई की है. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है.

खबर के मुताबिक जिन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है उनमें से ज्यादातर उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हैं. देहरादून में रजिस्टर्ड हिमालया प्राइवेट लिमिटेड जो कि 30 दिसंबर 2022 से मैन्युफैक्चरिंग कर रही है, का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है और इस साल 7 फरवरी से 12 उत्पादों की मैन्युफैक्चरिंग की दी गई परमिशन कैंसिल कर दी गई है.

बद्दी, हिमाचल प्रदेश में श्री साई बालाजी फार्माटेक प्राइवेट लिमिटेड को कारण बताओ नोटिस और मैन्युफैक्चरिंग रोकने का नोटिस जारी किया गया है. स्टॉप-मैन्युफैक्चरिंग ऑर्डर को ड्रग इंस्पेक्टरों द्वारा अनुपालन के वैरिफिकेशन के बाद रद्द कर दिया गया है.

अनुपालन वैरिफिकेशन के बाद ईजी फार्मास्युटिकल्स, विल मंधाला, तेह कसौली, डिस्ट सोलन (हिमाचल प्रदेश) को भी कारण बताओ नोटिस और स्टॉप-मैन्युफैक्चरिंग का आदेश दिया गया है.

एथेंस लाइफ साइंसेज, मौजा रामपुर जटान, नहान रोड काला अम्ब, डिस्ट सिरमौर 173030 (हिमाचल) को केवल कारण बताओ नोटिस दिया गया है.

लैबोरेट फार्मास्युटिकल्स इंडिया लिमिटेड, (यूनिट-11), राजबन रोड, नरीवाला, पांवटा साहिब (हिमाचल) को चेतावनी और कारण बताओ नोटिस दिया गया है.

हिमाचल प्रदेश के सोलन में जीएनबी मेडिका लैब को टैबलेट, कैप्सूल, ड्राई सिरप (बीटा-लैक्टम), इंजेक्टेबल्स (लिक्विड इंजेक्शन-वायल्स, एम्पाउल्स और पीएफएस) पाउच और प्रोटीन पाउडर (जनरल सेक्शन) का निर्माण बंद करने और कारण बताओ नोटिस भेजा गया है व अनुपालन को लेकर वैरिफिकेशन करने के लिए ड्रग इंस्पेक्टरों को भेजा है.

ग्नोसिस फार्मास्युटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड, नहान रोड, विलेज मोगीनंद, काला अंब, सिरमौर (हिमाचल) को कारण बताओ नोटिस व कॉसमेटिक मैन्युफैक्चरिंग को लेकर स्टॉप मैन्युफैक्चरिंग नोटिसें दी गई हैं.

फरीदाबाद में रजिस्टर्ड नेस्टर फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड को इस साल 30 जनवरी को कारण बताओं नोटिस दिया गया था. अनुपालन जमा करने के बाद फर्म का फिर से निरीक्षण किया गया था. ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के शेड्यूल एम के प्रावधानों और उसके तहत बनाए गए नियमों का पालन करने के निर्देश के साथ सख्त चेतावनी दी गई थी.

नकली दवाएं बनाने को लेकर देशभर में फॉर्मा कंपनियों के खिलाफ बड़े स्तर पर कानूनी कार्रवाई अभी भी जारी है.


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