scorecardresearch
Sunday, 28 April, 2024
होमदेशहिमाचल में भू-स्खलन और अचानक तेज बाढ़ से 6 लोगों की मौत, 10 घायल

हिमाचल में भू-स्खलन और अचानक तेज बाढ़ से 6 लोगों की मौत, 10 घायल

राज्य के वरिष्ठ आपदा प्रबंधन अधिकारी ने कहा बारिश से 3 करोड़ के नुकसान का अनुमान है. 124 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिसमें कि दो राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं और 300 से ज्यादा जानवर मरे हैं.

Text Size:

हिमाचल प्रदेश : हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से कई जगहों पर हुए भू-स्खलन, और अचानक आई तेज बाढ़ से 6 लोगों की मौत हो गई है और 10 लोग घायल हो गए हैं. ऐसा आधिकारिक अनुमान से सामने आया है.

हिमाचल प्रदेश के आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव ओंकार चंद शर्मा ने आज कहा, ‘अभी तक 6 लोगों की मौत हुई है और लगभग 10 लोग घायल हुए हैं. कुल 303 जानवरों की मौत हुई है. पूरी जानकारी की प्रतीक्षा है.’

वरिष्ठ आपदा प्रबंधन अधिकारी ने कहा, ‘बारिश की वजह से 3 करोड़ के नुकसान का अनुमान है. इस बीच 124 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिसमें कि दो राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं.’

मंडी में 7 मील पर चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर गाड़ियों की लंबी कतार देखी गई. हवाई तस्वीरों से गाड़ियों को धीमी गति से चलते, ठहरी हुई देखा गया. लगातार बारिश के चलते गंभीर मौसम की स्थितियों को देखते हुए मंडी पुलिस ने राष्ट्रीय हाईवे को ब्लॉक कर दिया है. मंडी-जोगिंदर नगर हाईवे को भी रविवार को स्थानीय पुलिस ने ब्लॉक कर दिया है.

मंडी के एसएचओ, सकिनी कपूर ने कहा, ‘हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि 3 घंटे के भीतर सड़क को खोल दिया जाए. जो लोग समस्या का सामना कर रहे हैं उन्हें अन्य बसों से भेजा जा रहा है.’

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

पुलिस ने रविवार को कहा कि राज्य के मंडी जिले में बागीपुल एरिया में बारिश से तेज बाढ़ आई, जिसमें यात्रियों और लोकल लोगों के साथ 200 से ज्यादा लोग फंस गए.

मंडी जिला पुलिस पधर के पुलिस उपाधीक्षक संजीव सूद ने बताया कि क्षेत्र में लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है.

ओंकार चंद शर्मा के मुताबिक, प्रशासन ने मॉनसून की तैयारियों को लेकर लाइन विभागों और ड्यूटी कमिश्नर्स के साथ 21 जून को बैठक की थी. बैठक में नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स, स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स, सेंट्रल वाटर कमीशन (सीडब्ल्यूसी) और सिविल डिफेंस के लोग और भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के लोग मौजूद थे.

ओंकार चंद शर्मा ने कहा, ‘राज्य में पिछले 3 दिनों से बारिश हो रही है. हमें राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश, तेज बाढ़ और भू-स्खलन के अपडेट्स मिल रहे हैं.’

अधिकारी ने कहा, ‘कुल 151 डीटीआर सेवाएं बाधित हुई हैं. वाटर सप्लाई की 6 योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं. हमें अभी तक एक आग की घटना की सूचना है.’

शर्मा ने कहा कि प्रतिकूल आपदा स्थिति में फंस लोगों के लिए बचाव अभियान चल रहा है और लोगों से प्रोटोकॉल्स फॉलो करने की अपील की है व राज्य की ओर से चेतावनी जारी की गई है.

उन्होंने कहा, ‘स्थानीय लोगों की मदद से कई यात्रियों को निकाला गया है. राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन की ओर से जारी दिशा-निर्देश को मानने के लिए हमने यहां आने वाले सभी यात्रियों से गुजारिश की है.’

आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव ने कहा कि मंडी-पंडोह क्षेत्र में भारी तादात में वाहनों के साथ रविवार से जाम लगा हुआ है.

उन्होंने कहा, ‘मंडी-पंडोह एनएच की सड़कें ब्लॉक होने से अभी प्रभावित हैं. हमने कुछ ट्रैफिक को अन्य सड़कों पर डायवर्ट किया है. हालांकि सड़कों की क्षमता कम होन से, दोबारा जाम लग गया. एसडीआरएफ और पुलिस अधिकारी मौके पर उपस्थित हैं.’

अधिकारी ने कहा कि मंडी-पराशर एरिया अचानक बाढ़ से प्रभावित हुआ है जहां फंसे लोगों को निकाला गया है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस अधिकारी कई जगहों पर पहले से ही तैनात हैं और जहां से भी अलर्ट की सूचना मिलेगी वे बचाव कार्य और बाकी राहत उपाय करने के लिए तैयार हैं.

अधिकारी ने कहा कि बाकी 24 घंटे के लिए राज्य में अलर्ट जारी की गई है. उन्होंने कहा, ‘मॉनसून के वक्त हमें ऐसी स्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए, अभी तो यह शुरुआत है. आईएमडी और जिला प्रशासन के जरिए लोगों को अलर्ट किया गया है. हमने लोगों को सचेत ऐप डाउनलोड करने को कहा है जो कि लोकल लोगों को राष्ट्रीय आपदा अलर्ट को लेकर भी सूचित करेगा.’

उन्होंने कहा कि पुनर्स्थापन कार्य (पहले जैसे हालात बनाने) की कोशिश जारी है और अथॉरिटीज किसी नये नुकसान या आपदाओं की सूचना को लेकर अलर्ट पर रहेंगी.

उन्होंने कहा, ‘पुनर्स्थापन कार्य लगातार जारी है. बारिश जैसे कम होती है, 124 सड़कों को फिर से चालू किया जाएगा. हालांकि भारी वर्षा जारी रहती है तो हम अधिक नुकसान और वाटर सप्लाई को लेकर अलर्ट पर रहेंगे ताकि हम उन्हें तत्काल चालू कर सकें.’


यह भी पढ़ें : 2014 से बढ़कर BJP को 2019 में 50% वोट शेयर वाली मिलीं 224 सीटें, पर विपक्ष को दिख रही उम्मीद की किरण


 

share & View comments