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Monday, 23 December, 2024
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नौकरी के बदले जमीन घोटाला : ED ने दिल्ली, बिहार में लालू यादव के कई रिश्तेदारों के यहां मारे छापे

सूत्रों के मुताबिक ये छापे लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के घर, दिल्ली में आरजेडी नेताओं और बिहार में पूर्व विधायक अबू दोजाना के यहां मारे गए हैं.

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नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को कथित नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में दिल्ली समेत, एनसीआर और बिहार में पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव के कई रिश्तेदारों के यहां छापे मारे.

सूत्रों के मुताबिक ये छापे लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के घर, दिल्ली में आरजेडी नेताओं और बिहार में पूर्व विधायक अबू दोजाना के यहां मारे गए हैं.

सूत्रों के मुताबिक, यह जांच दिल्ली, एनसीआर, बिहार में 15 जगहों पर चल रही है. ईडी की कई टीमें कथित नौकरी के बदले जमीन मामले में एक साथ इन जगहों पर छापे मारे हैं, जिसमें संदिग्धों और लाभार्थियों के आवासीय और कार्यालय परिसर शामिल हैं.

ईडी ने लालू प्रसाद के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के मामले का संज्ञान लेते हुए, प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट  (ईसीआईआर) दायर होने के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत ये तलाशी ली.

संघीय एजेंसी ने ये तलाशी नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू प्रसाद से सीबीआई की पूछताछ के बाद की है. सीबीआई ने मंगलवार को दो सत्रों में लगभग 5 घंटे तक लालू प्रसाद से पूछताछ किया था.

सीबीआई ने मंगलवार को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी से भी पटना स्थित उनके आवास पर 5 घंटे तक पूछताछ की थी.

सीबीआई ने पहले ही इस मामले में लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और 14 अन्य पर मामले में आपराधिक षडयंत्र व भ्रष्टाचार रोकथाम के प्रावधानों के तहत चार्जशीट फाइल की है. दिल्ली की एक अदालत ने पिछले महीने लालू प्रसाद और अन्य आरोपियों को मामले में 15 मार्च को पेश होने कहा था.

सीबीआई ने मामले में अभी तक 3 लोगों को गिरफ्तार किया है- भोला यादव, जो कि लालू प्रसाद के रेलवे मंत्री रहने के दौरान उनके स्पेशल ड्यूटी अधिकारी थे; एक रेलवे कर्मचारी हरिदयानंद चौधरी जिन पर स्कैंडल में लाभार्थी होने का आरोप है; और धर्मेंद्र राय अन्य आरोपी लाभार्थी शामिल हैं.

सीबीआई ने आरोप लगाया था कि लालू प्रसाद और उनके परिवार के कुछ सदस्य नौकरी के बदले घूस के तौर पर भारतीय रेलवे के प्लॉट हासिल किए, जब लालू प्रसाद 2004 और 2009 के बीच रेलमंत्री थे. एजेंसी ने मामले से जुड़ी जांच के सिलसिले में पिछले साल अगस्त में लगभग दो दर्जन जगहों पर तलाशी ली थी.


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