नई दिल्ली: जाने-माने संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, पीएम मोदी समेत लोगों ने शोक जताया है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जाने माने संतूर वादक और संगीतकार पंडित शिव कुमार शर्मा के निधन पर मंगलवार को शोक प्रकट किया. राष्ट्रपति ने कहा कि वह जानकर बेहद दुखी हैं कि अब उनका (शिवकुमार शर्मा) का संतूर शांत हो गया.
राष्ट्रपति भवन ने कोविंद के हवाले से ट्वीट किया कि पंडित शिवकुमार शर्मा का संगीत भारतीय शास्त्रीय संगीत प्रेमियों को नि:शब्द कर देता था तथा उन्होंने जम्मू कश्मीर के पारंपरिक वाद्य यंत्र संतूर को लोकप्रिय बनाया.
उन्होंने कहा, ‘यह जानकर बेहद दुखी हूं कि अब उनका संतूर शांत हो गया. उनके परिवार, परिजनों एवं प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं .’
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने शोक व्यक्त किया
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जाने माने संतूर वादक और संगीतकार पंडित शिव कुमार शर्मा के निधन पर मंगलवार को शोक व्यक्त किया और कहा कि उनका संगीत भावी पीढ़ियों को प्रेरणा प्रदान करता रहेगा.
बिरला ने अपने संदेश में कहा कि पंडित शिवकुमार शर्मा ने संगीत जगत को समृद्ध किया तथा सम्पूर्ण विश्व का परिचय भारत की समृद्ध संस्कृति और गौरवशाली परम्परा से करवाया .
उन्होंने कहा, ‘पंडित शिवकुमार शर्मा का संगीत भावी पीढ़ियों के लिए सशक्त प्रेरणा रहेगा. उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं .’
प्रधानमंत्री ने जताया दुख
शर्मा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य लोगों ने श्रद्धांजलि दी. मोदी ने कहा, ‘पंडित शिवकुमार शर्मा जी के निधन से हमारे सांस्कृतिक जगत की क्षति हुई है. उन्होंने वैश्विक स्तर पर संतूर को लोकप्रिय बनाया. उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को प्रोत्साहित करता रहेगा. उनके साथ हुई बातचीत मुझे याद है. उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं. ओम शांति.’
पद्म विभूषण से सम्मानित शर्मा का जन्म 1938 में जम्मू में हुआ था. माना जाता है कि वह पहले संगीतकार थे जिन्होंने संतूर पर भारतीय शास्त्रीय संगीत के सुर बिखेरे. संतूर जम्मू कश्मीर का एक लोक वाद्य यंत्र है.
Sad to hear about the passing of Padma Vibhushan Pt. Shiv Kumar Sharma. In him, music has lost a maestro who helped popularise the Santoor world over.
My heartfelt condolences to his family and legion of admirers. pic.twitter.com/qWkxtIWyA8
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 10, 2022
राहुल गांधी ने जताई संवेदना
राहुल गांधी ने ट्वीटकर कहा कि, ‘पद्म विभूषण पं. के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ. शिव कुमार शर्मा के रूप में संगीत ने एक उस्ताद को खो दिया जिसने संतूर को दुनिया भर में लोकप्रिय बनाने में मदद की.
उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.
फिल्मों में दिया संगीत
बांसुरी वादक पंडित हरि प्रसाद चौरसिया के साथ शर्मा की जोड़ी को ‘शिव-हरि’ का नाम दिया गया था. इस जोड़ी ने ‘सिलसिला’, ‘लम्हे’ और ‘चांदनी’ जैसी कई फिल्मों में संगीत दिया, जिसे लोगों ने बेहद पसंद किया. शिवकुमार के बेटे राहुल शर्मा भी एक संतूर वादक हैं.
शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए प्रख्यात सरोद वादक अमजद अली खान ने ट्वीट किया, ‘पंडित शिव कुमार शर्मा जी के निधन से एक युग का अंत हो गया. वह संतूर वादन के पुरोधा थे और उनका योगदान अतुलनीय है. मेरे लिए यह व्यक्तिगत क्षति है और मैं हमेशा उन्हें बहुत याद करूंगा. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे. उनका संगीत हमेशा जीवित रहेगा. ओम शांति.’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘प्रख्यात संतूर वादक और अंतरराष्ट्रीय स्तर के भारतीय संगीतकार पंडित शिवकुमार शर्मा के निधन का समाचार पाकर दुख हुआ. उनके जाने से सांस्कृतिक जगत की हानि हुई है. मेरी गहरी संवेदनाएं.’
गजल गायक पंकज उधास, संगीतकार सलीम मर्चेंट और अभिनेत्री शबाना आजमी ने भी शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया. शिवकुमार शर्मा को 1986 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, 1991 में पद्मश्री तथा 2001 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
शिव कुमार शर्मा का मुंबई में मंगलवार को सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 84 वर्ष के थे. वह भारत के जानेमाने शास्त्रीय संगीतकारों में से एक थे और अगले सप्ताह उन्हें भोपाल में एक कार्यक्रम प्रस्तुत करना था. वह गुर्दे की समस्याओं से भी पीड़ित थे.
पद्मभूषण से सम्मानित शर्मा का जन्म 1938 में जम्मू में हुआ था.
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