चंडीगढ़: हाल ही में संपन्न हुए खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पदक जीतने वाले हरियाणा के युवा खिलाड़ियों को राई, सोनीपत स्थित मोतीलाल नेहरू स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स में सीधे प्रवेश मिल सकेगा.
मध्य प्रदेश में आयोजित चौथे खेलो इंडिया यूथ गेम्स (KIYG) में हरियाणा के खिलाड़ी पदक तालिका में महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर रहे थे. हरियाणा के खिलाड़ियों ने 128 पदक (41 स्वर्ण, 32 रजत और 55 कांस्य) जीते थे. खेलो इंडिया 18 वर्ष से कम उम्र के एथलीटों के लिए एक मल्टी-डिसिप्लिनरी खेल प्रतियोगिता है. इसका सलाना आयोजन किया जाता है.
खेल विश्वविद्यालय के कुलपति एसएस देसवाल ने सोमवार को इसकी घोषणा की. उन्होंने फोन पर दिप्रिंट को बताया, ‘ये बच्चे पहले ही राष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित कर चुके हैं. इसलिए हमने फैसला किया है कि इन्हें एडमिशन के लिए कोई परीक्षा देने की जरूरत नहीं है जो आमतौर पर आयोजित किए जाते हैं.
हरियाणा कैडर के आईपीएस देसवाल पिछले साल 31 अगस्त 2021 को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के महानिदेशक पद से रिटायर हुए थे जिसके बाद दिसंबर में उन्हें हरियाणा खेल विश्वविद्यालय का पहला कुलपति नियुक्त किया गया.
यह कहते हुए कि इस शैक्षणिक वर्ष में 200 युवा खिलाड़ियों को प्रवेश देने की योजना है, देसवाल ने कहा, ‘जितने भी पदक विजेता छात्र शामिल होना चाहते हैं, उन्हें प्रवेश दिया जाएगा. हम उन्हें अपने स्कूल में खेल प्रशिक्षण के साथ सर्वश्रेष्ठ शिक्षा प्रदान करना चाहते हैं.’
उन्होंने यह भी कहा कि पदक विजेता कक्षा 5-9 और कक्षा 11 में प्रवेश पाने के पात्र होंगे.
उन्होंने दिप्रिंट को बताया, ‘हम कक्षा 10 और 12 में सीधे प्रवेश नहीं देते हैं. बाकी कक्षाओं में प्रवेश ओपेन है. मेडल जीतने वाले खिलाड़ी ज्यादातर स्कूल जाने की उम्र के होते हैं. हालांकि KIYG में खेलने की अधिकतम आयु सीमा 18 वर्ष है, मुझे बताया गया है कि अधिकांश खिलाड़ी काफी युवा हैं और स्कूल जाने की उम्र के हैं.’
मोतीलाल नेहरू स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स की स्थापना जुलाई 1973 में हरियाणा सरकार द्वारा सह-शिक्षा बोर्डिंग स्कूल के रूप में की गई थी. इंडियन पब्लिक स्कूल कॉन्फ्रेंस के एक सदस्य और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से संबद्ध, स्कूल को 2017 में EducationToday.co द्वारा किए गए एक राष्ट्रीय स्तर के सर्वेक्षण में देश में आठवें स्थान पर रखा गया था.
(संपादनः ऋषभ राज)
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