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Friday, 22 November, 2024
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केरल ब्लास्ट IED विस्फोट था, जांच में मिले अमोनियम नाइट्रेट, टाइमर और बैटरी के निशान

विस्फोट में एक की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए है. जबकी 20 से अधिक अन्य लोगों को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया.

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नई दिल्ली: दिप्रिंट को मिली जानकारी के अनुसार केरल में कोच्चि के कलामासेरी इलाके में एक कन्वेंशन सेंटर में रविवार को ईसाइयों की एक सभा को निशाना बनाकर किया गया कम तीव्रता वाला विस्फोट एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट था और इसमें अमोनियम नाइट्रेट, टाइमर और बैटरी के निशान पाए गए हैं.

विस्फोट में एक की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए है. जबकी 20 से अधिक अन्य लोगों को तत्काल इलाज के लिए ले जाया गया है.

राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के बम निरोधक दस्ते को बम के अवशेष मिलने के बाद इस घटना को आतंकी हमले के रूप में देखा जा रहा है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम भी मौके पर पहुंच रही है.

मीडिया से बात करते हुए केरल के डीजीपी डॉ शेख दरवेश साहेब ने कहा, “प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह एक आईईडी डिवाइस है और हम इसकी जांच कर रहे हैं.”

सूत्रों ने कहा कि कम तीव्रता के विस्फोट से हॉल में कई चीजों में आग लग गई और ज्यादातर चोटें 50 प्रतिशत या उससे कम जलने की थीं.

जांचकर्ता घटना के कई पहलुओं पर जांच कर रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि ईसाई मंडली पर हमला क्यों किया गया, सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने कहा कि कोच्चि ऐतिहासिक रूप से एक यहूदी केंद्र है और यहोवा साक्षी मंडली को गलती से यहूदी लोगों का समूह समझ लिया गया होगा या हमला स्वयं मंडली पर लक्षित किया गया हो सकता है.

उन्होंने कहा कि इज़रायल-हमास संघर्ष के बीच इस क्षेत्र में हाल ही में कई फिलिस्तीन समर्थक रैलियां देखी गई हैं और उन्होंने मलप्पुरम में सॉलिडैरिटी यूथ मूवमेंट द्वारा आयोजित एक रैली में हमास नेता खालिद मशाल के शुक्रवार के संबोधन की ओर भी इशारा किया.

सॉलिडेरिटी यूथ मूवमेंट प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी की युवा शाखा है.

सूत्रों ने कहा कि इन रैलियों और संबोधनों के कारण इज़रायल विरोधी और फिलिस्तीन समर्थक भावना काफी बढ़ गई है.

जांचकर्ता पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की संभावित भूमिका की भी जांच कर रहे हैं, जिसे केंद्र सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया है.

जांचकर्ता हॉल के अंदर और बाहर के सीसीटीवी फुटेज को ट्रैक कर रहे हैं, साथ ही घटनाओं के अनुक्रम को समझने के लिए अंदर के लोगों से भी बात कर रहे हैं कि आईईडी किसने रखा है.

(संपादन: अलमिना खातून)
(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़नें के लिए यहां क्लिक करें)


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