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Monday, 4 November, 2024
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फांसी पर केजरीवाल बोले- दूसरी निर्भया न हो इसका हम सब लें संकल्प

दिल्ली के सीएम ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि हमारे सिस्टम में बहुत सारी कमियां हैं जो गलत काम करने वालों को प्रोत्साहन देती हैं, कई लेवल पर काम करने की ज़रूरत है.

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नई दिल्ली: 2012 दिल्ली सामूहिक बलात्कार के चारों दोषियों को शुक्रवार को तिहाड़ जेल में फांसी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा आज संकल्प लेने का दिन है कि अब दूसरा निर्भया मामला नहीं होना चाहिए. उन्होंने इसको लेकर सिस्टम दोषी ठहराया.

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने एक मजबूत सिस्टम बनाने की बात की और राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि आखिरकार निर्भया की आत्मा को शांति मिली होगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि चारों दोषियों को फांसी ऐसे अपराध करने से रोकने में काम करेगी.

वहीं दोषियों के शवों को तिहाड़ जेल से दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले आया गया है.

चारो दोषियों को तिहाड़ जेल संख्या तीन में सुबह साढ़े पांच बजे फांसी पर लटकाया गया. इस जेल के बाद सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि हमारे सिस्टम के अंदर बहुत सारी कमियां हैं जो गलत काम करने वालों को प्रोत्साहन देती हैं इसके लिए हमें कई लेवल पर काम करने की ज़रूरत है.

केजरीवाल ने कहा, ‘आज वो दिन है जब हम सब लोगों को मिलकर ये संकल्प करने की जरूरत है कि दूसरी निर्भया अब नहीं होनी चाहिए.’

दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इससे संदेश जाएगा कि अगर आप इस तरह के जघन्य अपराध करेंगे तो आपके खिलाफ सख़्त कार्रवाई होगी. लोगों को विश्वास नहीं था कि ऐसा हो सकता है,आज इन्हें फांसी हो गई तो जो भी ऐसे अपराधी हैं उनको डर लगेगा.

तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने ने कहा कि 2012 दिल्ली गैंगरेप मामलें के चारों दोषियों के शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा.

गैंगरेप पीड़िता के पिता बद्रीनाथ सिंह ने विक्टरी का साइन(जीत का निशान) दिखाते हुए कहा- ‘आज हमारी जीत हुई और यह मीडिया, समाज, दिल्ली पुलिस की वजह से हुआ. आप मेरी मुस्कान से समझ सकते हैं कि मेरे दिल के अंदर क्या है.’

वहीं फांसी के बाद के देश के अलग हिस्सों में खुशी है. फांसी के बाद निर्भया के गांव बलिया, उत्तर प्रदेश में लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर और रंग लगाकर जश्न मनाया.

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि निर्भया मामले के चारों दोषियों को फांसी पूरे देश की जीत है.

स्वाति ने ट्वीट किया ‘यह पूरे देश की जीत है. अब हमें एक मजबूत व्यवस्था बनानी होगी.’

उन्होंने ट्वीट किया ‘सत्यमेव जयते.’

स्वाति ने कहा कि सात साल के इंतजार के बाद न्याय की जीत हो गई. उन्होने कहा कि इस मामले में न्याय के लिए लोग सड़कों पर आ गए थे.

इस मामले की 23 वर्षीय पीड़िता को ‘निर्भया’ नाम दिया गया जो फिजियोथैरेपी की छात्रा थी.

निर्भया की आत्मा को शांति मिलेगी, न्याय प्रणाली को लेकर संदेह दूर हो गया : एनसीडब्ल्यू प्रमुख

राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि आखिरकार न्याय मिलने के बाद निर्भया की आत्मा को शांति मिली होगी और उम्मीद है कि सामूहिक दुष्कर्म तथा हत्या के इस बर्बर मामले के चारों दोषियों की फांसी दूसरों को ऐसा अपराध करने से रोकने का काम करेगी.

रेखा शर्मा ने कहा कि इस मामले ने कानून प्रणाली में कमियों को उजागर किया जिसका चारों दोषियों ने फायदा उठाया.

एनसीडब्ल्यू की प्रमुख रेखा शर्मा ने ट्वीट किया, ‘उम्मीद है कि न्याय मिलने के बाद निर्भया की आत्मा को आखिरकार शांति मिली होगी. लंबी कानूनी लड़ाई के बाद उसके माता-पिता ने अपनी बेटी के लिए न्याय की लड़ाई जीत ली. चारों लोगों को एक युवा मेडिकल छात्रा पर बर्बर अपराध के लिए अंतत: दोषी ठहराया गया और आज सुबह फांसी दी गई.’

उन्होंने कहा, ‘इस मामले ने हमें कानून प्रणाली में खामियों को भी दिखाया जिसका चारों दोषियों ने फायदा उठाया. आज जब हम जानते हैं कि आखिरकार दोषियों को फांसी दी गई तो मैं उम्मीद करती हूं कि यह दूसरे लोगों को अपराध के लिए रोकने का काम करेगा और भविष्य में किसी मामले में न्याय देने के लिए इतना लंबा वक्त नहीं लगना चाहिए.’

निर्भया मामले के चारों दोषियों को तिहाड़ में फांसी दी गई

दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को एक महिला के साथ हुए सामूहिक बलात्कार एवं हत्या के मामले के चारों दोषियों को शुक्रवार की सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दे दी गई.

जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने यह जानकारी दी.

पूरे देश की आत्मा को झकझोर देने वाले इस मामले के चारों दोषियों… मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को सुबह साढ़े पांच बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी गई.

इस मामले की 23 वर्षीय पीड़िता को ‘निर्भया’ नाम दिया गया जो फिजियोथैरेपी की छात्रा थी.

दक्षिण एशिया के सबसे बड़े जेल परिसर तिहाड़ जेल में पहली बार चार दोषियों को एक साथ फांसी दी गई. इस जेल में 16,000 से अधिक कैदी हैं.

तिहाड़ के बाहर लोगों ने लगाए ‘भारत माता की जय’ के नारे

तिहाड़ जेल के बाहर शुक्रवार को तड़के ही बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए थे और निर्भया सामूहिक बलात्कार तथा हत्या के मामले के चारों दोषियों को फांसी दिए जाने के बाद, भीड़ ने ‘निर्भया अमर रहे’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए.

गौरतलब है कि दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को एक महिला के साथ हुए सामूहिक बलात्कार एवं हत्या के मामले के चारों दोषियों मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को शुक्रवार की सुबह तिहाड़ जेल में साढ़े पांच बजे फांसी दे दी गई.

(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)

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