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Monday, 4 November, 2024
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बाढ़ में डूबा कर्नाटक, केरल और महाराष्ट्र, राहुल गांधी ने पीएम मोदी से की बात

बाढ़ का कहर कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र से लेकर उत्तराखंड तक जारी है. एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी हैं.

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नई दिल्ली: दक्षिण भारत सहित देश के आधे दर्जन से अधिक राज्य बाढ़ की चपेट में हैं. बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण कई राज्यों की नदियां उफान पर हैं जिससे इन राज्यों के लाखों लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, डेढ़ सौ से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. केरल और कर्नाटक के कई जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. केरल राज्य  के आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार 8 अगस्त से 11 अगस्त के बीच बाढ़ से 76 लोगों की जान जा चुकी है वहीं 58 लोगों के लापता होने की खबर है. काफी संख्या में लोगों के घायल होने की भी खबर है.

बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षाकर्मी और एनडीआरएफ की मदद से राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. केरल के तिरुवनंतपुरम में पिछले कुछ दिनों में काफी बारिश हुई है. राज्य के एक अधिकारी के अनुसार करीब 2.54 लाख लोगों को विस्थापन का शिकार होना पड़ा है. राज्य में 1600 से ज्यादा राहत शिविर बनाए गए हैं. जिसमें हजारों लोग रह रहे हैं.

बाढ़ से निपटने के लिए केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने आपदा प्रतिक्रिया टीम की बैठक की अध्यक्षता की. बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पिछले साल के मुकाबले इस बार हालात काफी अच्छे हैं. गौरतलब है कि पिछले साल भी केरल में भयानक बाढ़ आई थी जिसमें बहुत सारे लोगों को विस्थापित होना पड़ा था. मुख्यमंत्री ने कहा कि बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है और बारिश में कमी के कारण राहत कार्यों में आसानी हो रही है.

आपको बता दें कि केरल का वायनाड जिला और मलप्पुरम जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है. इन इलाकों में बचाव दल मलबे में दबे लोगों को निकालने में लगे हुए हैं. मौसम विभाग ने इन इलाकों में फिर से तेज बारिश की संभावना जताई है जिस कारण दोनों जिलों को हाईअलर्ट पर रखा गया है.

वायनाड से सांसद बने राहुल गांधी रविवार को अपने कोझिकोड पहुंचे जहां उन्होंने बाढ़ से प्रभावित लोगों से मुलाकात की. लोगों की परेशानियां सुनने के बाद राहुल गांधी ने उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया. सोमवार को राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड पहुंचे जहां वो राहत शिविरों में रह रहे लोगों से मुलाकात की.

इसी बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने उन तमाम खबरों को गलत बताया जिसमें मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए मदद मांगे जाने की बात थी. विजयन ने कहा, ‘हमने केंद्र से किसी भी प्रकार का फंड नहीं मांगा है.’ उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राहत और बचाव कार्यों में हमारा पूरा सहयोग कर रही है.पानी का स्तर बढ़ने के कारण लंबी दूरी की कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया वहीं कम दूरी की ट्रेनों का संचालन जारी रहा. उम्मीद जताई जा रही है कि सभी सेवाएं जल्द ही बहाल कर दी जाएगी.

दक्षिण भारत का राज्य कर्नाटक  में भी कमोबेश यही स्थिति है। आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अबतक 40 लोगों की जान जा चुकी है वहीं 14 लोग लापता हैं. राज्य में 1168 राहत शिविर काम कर रहे हैं जिसमें 5 लाख से ज्यादा लोगों को रहना पड़ रहा है.

 

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा बाढ़ प्रभावित लोगों का हाल जानने और स्थिति का जायजा लोने के लिए मंगलौर पहुंचे.

उत्तर भारत के उत्तराखंड में भी पिछले कुछ दिनों से काफी तेज बारिश हो रही हैं. राज्य के चमोली जिले के विकास खंड घाट लांघी गांव में पानी के तेज बहाव में एक मकान बह गया. पानी का बहाव इतनी तेज था कि राज्य में 2013 में आई भयानक बाढ़ की यादें ताजा हो गईं. जबकि घाट एरिया में बादल फटने से छह लोगों की मौत हो गई है.

भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटे में उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है. राज्य के देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीतील, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं.

बाढ़ से महाराष्ट्र के कई जिले भी बुरी तरह प्रभावित हैं. राज्य के कोल्हापुर जिले के शिरोली गांव और सांगली के लोग बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. ईद के मौके पर यहां के लोगों ने नमाज पढ़ी और एक दूसरे के गले लगकर ईद की मुबारकबाद दी.

वायनाड पहुंचकर राहुल गांधी ने कहा, ‘मैंने राज्य के मुख्यमंत्री से बाढ़ के हालातों पर बात की है. मैंने प्रधानमंत्री से बात करके वायनाड के हालातों की जानकारी दी और केंद्र सरकार से मदद मांगी है.’

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