नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक में शनिवार के दिन की शुरुआत आशा और निराशा के बीच हुई. देश को एकबार फिर एक और मेडल की उम्मीद जगी जब कमलप्रीत कौर डिस्कस थ्रो में के फाइनल में जगह बना ली. हालांकि मुक्केबाज अमित पंघाल और तीरंदाज अतनु दास अब टोक्यो ओलंपिक से बाहर हो गए हैं.
महिलाओं की स्पर्धा में कमलप्रीत कौर ने 64 मीटर के स्कोर के साथ जगह बना ली जबकि अनुभवी सीमा पूनिया चूक गई. वह ग्रुप बी में दूसरे स्थान पर रहीं.
कमलप्रीत ने अपने तीसरे प्रयास में 64 मीटर का थ्रो फेंका जो क्वालीफिकेशन मार्क भी था. क्वालीफिकेशन में शीर्ष रहने वाली अमेरिका की वालारी आलमैन के अलावा वह 64 मीटर या अधिक का थ्रो लगाने वाली अकेली खिलाड़ी रहीं .
दोनों पूल में 31 खिलाड़ियों में से 64 मीटर का मार्क पार करने वाले या शीर्ष 12 ने क्वालीफाई किया. सीमा पूनिया पूल ए में 60 . 57 के थ्रो के साथ छठे स्थान पर रही .
कमलप्रीत ने पूल बी में पहले प्रयास में 60.29 , दूसरे में 63 . 97 और आखिर में 64 मीटर का थ्रो फेंका . वहीं पूल ए में सीमा का पहला प्रयास अवैध रहा . दूसरे प्रयास में उन्होंने 60 . 57 और तीसरे में 58 . 93 मीटर का थ्रो फेंका .
इस स्पर्धा का फाइनल दो अगस्त को होगा .
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अतनु दास और अमित पंघाल हारकर बाहर
हालांकि अन्य खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने निराश किया. तीरंदाजी के प्री क्वार्टरफाइनल मुकाबले में अतनु दास को हार का सामना करना पड़ा है. अतनु दास जापान के ताकाहारू फुरूकामा से हारे. उन्हें जापानी खिलाड़ी ने 6-4 से हराया. जबकि मुक्केबाजी में देश की सबसे बड़ी उम्मीद अमित पंघाल भी हारकर बाहर हो गए हैं. दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी को कोलम्बियाई मुक्केबाज से शिकस्त झेलनी पड़ी.
भारत की पदक उम्मीद मुक्केबाज अमित पंघाल (52 किलो)प्री क्वार्टर फाइनल में रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता कोलंबिया के युबेरजेन मार्तिनेज से 1 . 4 से हारकर तोक्यो ओलंपिक से बाहर हो गए .
शीर्ष वरीयता प्राप्त पंघाल का यह पहला ओलंपिक है और उन्हें पहले दौर में बाय मिला था .
पहले ही दौर से कोलंबियाई मुक्केबाज ने पंघाल पर दबाव बना दिया लेकिन पंघाल ने वापसी करके पहले तीन मिनट में 4. 1 से जीत दर्ज की. इसके बाद मार्तिनेज की रफ्तार का वह सामना नहीं कर सके .
दूसरे दौर में उन्होंने पंघाल पर जबर्दस्त प्रहार किया जिसका भारतीय मुक्केबाज जवाब नहीं दे सके . यह सिलसिला आखिरी तीन मिनटमें भी जारी रहा और पंघाल सिर्फ बचाव करते रहे .
एशियाई खेल 2018 में स्वर्ण पदक और विश्व चैम्पियनशिप 2019 में रजत पदक जीतने वाले पंघाल ने एशियाई खेलों में तीन बार पदक जीता है . वहीं मार्तिनेज 2016 रियो ओलंपिक में लाइटफ्लायवेट में रजत पदक विजेता थे .
भारत की लवलीना बोरगोहेन (69 किलो) ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में पहुंचकर मुक्केबाजी में पदक पक्का कर लिया था.
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