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Friday, 17 May, 2024
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छत्तीसगढ़ के कांकेर में पत्रकार कमल शुक्ला की सरेआम पिटाई, कांग्रेस के कथित दबंगों पर है मारपीट का आरोप

कांकेर में ये घटना उस वक्त हुई जब कमल शुक्ला पहले से ही कांग्रेस पार्टी के पार्षदों और दबंगों द्वारा पीटे गए एक अन्य पत्रकार से मिलने कोतवाली थाना पहुंचे थे.

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रायपुर: देशभर में पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमलों के बीच शनिवार को छत्तीसगढ़ के बस्तर के एक वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता कमल शुक्ला को भी निशाना बनाया गया और उनके साथ मारपीट की गई. कथित तौर पर सत्ताधारी दल कांग्रेस के दबंगों ने शुक्ला के साथ गाली-गलौच की और उनकी पिटाई भी.

पुलिस थाने के बाहर जब उनकी पिटाई की जा रही थी उस वक्त स्थानीय पुलिस भी वहां मौजूद थी. ये घटना कांकेर में उस वक्त की है जब कमल शुक्ला पहले से ही कांग्रेस पार्टी के पार्षदों और दबंगों द्वारा पीटे गए एक अन्य पत्रकार से मिलने कोतवाली थाना पहुंचे थे.

शुक्ला पीड़ित पत्रकार और वहां मौजूद उसके अन्य साथियों के साथ मिलकर अभियुक्तों के खिलाफ पुलिस से कार्यवाई की मांग कर रहे थे. स्थानीय लोगों और पत्रकारों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार शुक्ला के थाना पहुंचने से पहले ही वहां कांग्रेस पार्टी के दबंगों की करीब 300 समर्थकों की भीड़ इकट्ठा थी.

शुक्ला द्वारा पत्रकारों की अगुवाई किये जाने पर वहां मौजूद सत्तारूढ़ दल के स्थानीय नेता गणेश तिवारी उनसे गाली गलौज करने लगा. इस बीच थाना प्रभारी ने वहां पर पहले से मौजूद अन्य पत्रकारों को थाने से बाहर निकाल दिया. तभी कांग्रेसी नेताओं ने कमल शुक्ला के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया. उनको मारते-मारते थाने से घसीट कर बाहर निकाला गया जिसमें उनके सिर पर गहरी चोट आई है.

घटना की पुष्टि करते हुए कांकेर पुलिस अधीक्षक एमआर अहिरे ने दिप्रिंट को बताया, ‘पत्रकार कमल शुक्ला के साथ मार पीट की गई है जिसमें उनके सिर पर चोट आई है. एफआईआर दर्ज कर लिया गया है और अभियुक्तों के खिलाफ जल्द कार्यवाई की जाएगी.’

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बता दें की खबर लिखे जाने तक शुक्ला सहित कई स्थानीय पत्रकार थाना के सामने डटे हुए हैं.

मामले की शुरुआत कांकेर जिले के एक पत्रकार द्वारा शनिवार को नगर पालिका की खबर लिखने से हुई. खबर लिखे जाने से नाराज़ कुछ कांग्रेसी पार्षदों ने पत्रकार के घर घुसकर पहले जमकर पिटाई की और फिर उसे मारते हुए थाना लेकर गए.

मामले की जानकारी जब अन्य पत्रकारों को लगी तो करीब 50 पत्रकार विरोध करते हुए पार्षदों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाने थाने पहुंचें. ठीक उसी वक्त कांग्रेसी नेता गणेश तिवारी, स्थानीय पार्षद के प्रतिनिधि गफ्फार मेमन और उनके समर्थक थाना पहुंच गए और अगुवाई कर रहे वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला से गाली गलौज करने लगे.


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