अधिकारियों ने बताया कि जेएनयू पर एचआरडी मंत्रालय की समिति छात्रों एवं प्रशासन से बातचीत करेगी और सभी समस्याओं के समाधान के लिए सुझाव देगी.
R. Subrahmanyam, Education Secretary,
Ministry of HRD: MHRD has appointed a high power committee for discussion with students and administration for peaceful resolution of all issues. #JNU pic.twitter.com/J7Y9GlhfsT— ANI (@ANI) November 18, 2019
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय के छात्र उस मसौदा छात्रावास नियमावली के खिलाफ तीन सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं जिसमें छात्रावास का शुल्क बढ़ाने, ड्रेस कोड तय करने और छात्रावास में आने-जाने का समय तय करने की बात की गई है.
जेएनयू के छात्रों के संसद तक मार्च रोकने के लिए धारा 144 लगाई गई
फीस वृद्धि को लेकर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों का आंदोलन थम नहीं रहा है. सोमवारो को छात्रों के संसद तक मार्च को देखते हुए प्रशासन धारा 144 लगा दी है. आंदोलन को रोकने के लिए जेएनयू गेट के बाहर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. छात्र फीस वृद्धि को पूरी तरह वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
दिल्ली पुलिस छात्रों के संसद तक मार्च को रोकने के लिए बेर सराय रोड पर रोकती हुई.
वहीं एचआरडी मंत्रालय ने तीन सदस्यीय समिति नियुक्त की जो जेएनयू की सामान्य कार्यप्रणाली बहाल करने के तरीकों की सिफारिश करेगी. यह समिति छात्रों एवं प्रशासन से बातचीत करेगी और सभी समस्याओं के समाधान को लेकर सिफारिश सौंपेगी.
मानव संसाधन मंत्रालय में शिक्षा सचिव आर सुब्रमण्यम ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि मंत्रालय ने एक हाई पावर कमेटी गठित की है जो छात्रों और प्रशासन के साथ बैठक कर मुद्दे पर शांतिपूर्ण समाधान निकालेगी.
कुलपति ने की है हड़ताल खत्म करने की अपील
इससे पहले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों से छात्रावास शुल्क वृद्धि और उच्च शिक्षा को प्रभावित करने वाले अन्य मुद्दों के विरोध में सोमवार को संसद तक निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने की अपील की है.
जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार ने विरोध कर रहे छात्रों से रविवार को अपील की कि वे अपनी कक्षाओं में लौट आएं, क्योंकि परीक्षाएं नजदीक हैं.
विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जारी एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि उन्हें चिंतित अभिभावकों और छात्रों के ई-मेल आ रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘यदि हम अभी भी हड़ताल पर अड़े रहे तो इससे हजारों छात्रों के भविष्य पर असर होगा.’ उन्होंने कहा, ‘कल से एक नया हफ्ता शुरू होगा और मैं छात्रों से अनुरोध करता हूं कि आप कक्षाओं में वापस आइए और अपने शोध कार्यों को आगे बढ़ाइए. 12 दिसंबर से सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू होंगी और अगर आप कक्षाओं में नहीं जाएंगे तो इससे आपके भविष्य के लक्ष्य प्रभावित होंगे.’
वहीं जेएनयूएसयू ने कहा है, ‘ऐसे समय में जब देश में शुल्क वृद्धि बहुत अधिक पैमाने पर हो रही है, तो समग्र शिक्षा के लिए छात्र आगे आये है. हम संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन जेएनयू से संसद तक निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने के लिए सभी छात्रों को आमंत्रित करते हैं.’
पुलिस ने बताया कि मार्च के मार्ग के आसपास सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किये गये है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम जिले से शुरू होने वाले सभी संभावित मार्गों से संसद की ओर जाने वाले सभी प्रवेश बिंदुओं पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे.
उन्होंने कहा, ‘हमने कल से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र के लिए संसद के आसपास पूरे क्षेत्र की सुरक्षा कड़ी की है. किसी भी अप्रिय स्थिति को टालने के लिए अन्य जिलों से भी अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किये जायेगे.’
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)
नई दिल्ली : मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने सोमवार को तीन सदस्यीय एक समिति गठित की, जो जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की सामान्य कार्यप्रणाली बहाल करने के तरीकों पर सुझाव देगी. वहीं छात्रों का प्रदर्शन अब भी जारी है. पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश में लगी हुई है.