नई दिल्ली: तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा पंजाब मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाए जाने पर अब रिलायंस जियो की ओर से पंजाब के सीएम से दखल की मांग की गई है. कंपनी की ओर से सीएम कैप्टन को एक पत्र लिखा गया है.
रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने पंजाब के सीएम और पंजाब के डीजीपी को पत्र लिखकर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पंजाब में जियो नेटवर्क साइटों पर तोड़फोड़ की घटनाओं पर उनके हस्तक्षेप की मांग की है.
पंजाब सरकार ने दिया है कड़ी कार्रवाई का निर्देश
तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों और उनका समर्थन कर रहे लोगों द्वारा पंजाब में मोबाइल टावरों को निशाना बनाने का सिलसिला मंगलवार तक जारी रहा. हालांकि, पंजाब सरकार ने ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है.
किसानों का मानना है कि इन कृषि कानूनों का सबसे अधिक फायदा मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी को होगा. इसी वजह से अंबानी की दूरसंचार कंपनी के टावर किसानों के निशाने पर हैं.
हालांकि, रिलायंस समूह और अडाणी समूह की कंपनियां किसानों से अनाज खरीदने के कारोबार में नहीं हैं.
मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि मंगलवार को 63 टावर को नुकसान पहुंचाया गया था. पिछले कुछ दिन के दौरान जिन टावरों को नुकसान पहुंचाया गया है उनमें से कुछ की जियो ने मरम्मत कर दी है. मंगलवार दोपहर तक 826 साइटें बंद थीं.
सूत्रों ने बताया कि अमृतसर, बठिंडा, चंडीगढ़, फिरोजपुर, जालंधर, लुधियाना, पठानकोट, पटियाला और संगरूर आदि स्थानों पर टावर को नुकसान पहुंचाया गया. जियो के राज्य में 9,000 से अधिक टावर हैं.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को पुलिस को मोबाइल टावरों को निशाना बनाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह राज्य में किसी भी कीमत पर अराजकता की स्थिति पैदा नहीं होने देंगे और किसी को कानून को अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी. सिंह ने कहा कि उन्होंने इस बारे में कई बार अपील की, लेकिन इसे नजरअंदाज किया गया. इस वजह से उन्हें अपना रुख सख्त करना पड़ रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि मोबाइल सेवाएं प्रभावित होती हैं, तो इससे आम लोग… विद्यार्थी, घर से काम कर रहे पेशेवरों के अलावा बैंकिंग सेवाओं पर भी असर पड़ेगा.
विरोध के नाम पर दूरसंचार सुविधाओं को नुकसान पहुंचाना, सेवाएं बाधित करना निंदनीय: सीओएआई
वहीं दूसरी तरफ दूरसंचार उद्योग के संगठन सीओएआई ने पंजाब में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान 1,500 से अधिक मोबाइल टावरों को निशाना बनाये जाने की कड़ी निंदा की थी. संगठन ने कहा था कि विरोध प्रदर्शन के नाम पर दूरसंचार नेटवर्क के बुनियादी ढांचे के साथ तोड़फोड़ और सेवाओं में व्यवधान निंदनीय है.
सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) के महानिदेशक एसपी कोचर ने दूरसंचार सेवाओं को लाखों लोगों की जीवन रेखा बताते हुए कहा कि दूरसंचार सेवाएं बाधित होने से आम आदमियों को काफी असुविधा हो रही है, जिनके लिये मोबाइल सेवाएं आवश्यक हैं.
सीओएआई ने एक बयान में कहा था कि हालांकि हम किसी भी मुद्दे पर लोगों के अधिकार का सम्मान करते हैं, लेकिन विरोध प्रदर्शन के नाम पर दूरसंचार नेटवर्क के बुनियादी ढांचे में तोड़फोड़ और दूरसंचार सेवाओं को बाधित करने की कड़ी निंदा की जाती है.
सीओएआई के सदस्यों में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया शामिल हैं.
उल्लेखनीय है कि तीन नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के द्वारा पंजाब में 1,500 से अधिक दूरसंचार टावरों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. इससे कुछ क्षेत्रों में दूरसंचार सेवाएं ठप्प हो गयीं.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)