नई दिल्ली: केंद्र ने गुरुवार को जया वर्मा सिन्हा को रेलवे बोर्ड का नया अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया, जिससे वह मंत्रालय के इतिहास में यह पद संभालने वाली पहली महिला बन गईं हैं.
31 अगस्त के आदेश में सरकार ने कहा कि सिन्हा 1 सितंबर या उसके बाद कार्यभार संभालेंगी. उनका कार्यकाल 31 अगस्त, 2024 को समाप्त होगा. वह निवर्तमान अध्यक्ष और सीईओ अनिल कुमार लाहोटी का स्थान लेंगी.
1986-बैच की भारतीय रेलवे यातायात सेवा की अधिकारी, सिन्हा वर्तमान में रेलवे बोर्ड में सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास) के रूप में तैनात हैं. इससे पहले, वह रेलवे बोर्ड में यातायात परिवहन के अतिरिक्त सदस्य के रूप में तैनात थीं.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र, सिन्हा ने भारतीय रेलवे में 35 साल बिताए हैं. भारतीय रेलवे जो आकार के हिसाब से दुनिया के चौथे सबसे बड़े राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क का प्रबंधन करता है. उन्होंने भारतीय रेलवे की सतर्कता, सूचना प्रौद्योगिकी और संचालन जैसे क्षेत्रों में काम किया है.
यह सिन्हा ही थीं जिन्होंने जून में ओडिशा के बालासोर में ट्रिपल-ट्रेन त्रासदी के कारण तोड़फोड़ की संभावना का संकेत दिया था.
पूर्व रेलवे बोर्ड सदस्य (यातायात) वीनू माथुर ने सिन्हा को “एक अच्छा अधिकारी” बताया, जिन्होंने अपना करियर रेलवे परिचालन में बिताया है, उन्होंने कहा कि उन्होंने भारतीय उच्चायोग, ढाका, बांग्लादेश में रेलवे सलाहकार के रूप में भी काम किया है.
माथुर ने दिप्रिंट को बताया, “उनका कार्यकाल छोटा है लेकिन वह अपने पेशेवर काम में अच्छी हैं. चूंकि उन्होंने अपने करियर का अधिकांश समय संचालन में बिताया है, इसलिए उन्हें इस बात की बहुत अच्छी समझ है कि आवश्यकताएं क्या हैं, खासकर रोलिंग स्टॉक और सिग्नलिंग कार्यों के संदर्भ में. ”
गौरतलब है कि सिन्हा दक्षिण पूर्व रेलवे के प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक के रूप में नियुक्त होने वाली पहली महिला भी थीं, और उन्होंने उत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक के रूप में भी काम किया है.
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