नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च यानि रविवार के दिन जनता कर्फ्यू का आग्रह किया था. सब लोगों को अपने घरों में ही रहने और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने का आग्रह किया था. साथ ही उन्होंने कहा था शाम के पांच बजे अपने घरों की बालकनी में आकर थाली, ताली और घंटी बजाकर कोरोना महामारी से लड़ रहे डॉक्टरों और नर्सों के प्रति कृतज्ञता दिखाएं. हालांकि, पीएम मोदी के इस आग्रह को कई लोगों ने गंभीरता से नहीं लिया.
एक तरफ जहां देश के कई कोनों में शाम के पांच बजते ही लोगों ने अपने घरों की बालकनी में आकर थाली और ताली बजाई, तो कई जगहों पर लोग सड़कों पर उतरे और जुलूस निकाला. इस जुलूस में कई जगह नौकरशाह भी शामिल थे जिनपर जिम्मा था कि वो जनता कर्फ्यू लागू करने में सरकार की मदद करेंगे.
यूपी के पीलीभीत के डीएम वैभव श्रीवास्तव और एसपी अभिषेक दीक्षित ने शहर में भ्रमण कर लोगों की भीड़ जमा की. इस दौरान के वीडियोज और तस्वीरों को पीलीभीत पुलिस के आधिकारिक हैंडल से ट्विटर पर भी पोस्ट किया गया. लेकिन इसके बाद अधिकारियों की चौतरफा आलोचना होने लगी. इन वीडियोज में वो लोगों की भीड़ के बीच शंख बजाते हुए भी दिख रहे हैं.
ये वीडियो प्रशासनिक अधिकारियों के अनाधिकारिक व्हॉटसऐप ग्रुप्स में भी फैल गई. इन ग्रुप्स में इस तरह की आलोचना पर कई अधिकारी शर्मिंदा हुए तो कइयों ने इसकी जमकर आलोचना की.
एक युवा अधिकारी नाम नाम छापने
एक अन्य अधिकारी कहते हैं, ‘कई लोग नाराज भी हुए. इन वीडि
कई अधिकारियों ने ट्विटर भी खु
एक अन्य युवा अधिकारी ने द मैन हू रुल्ड इंडिया के आईसीएस अफसरों की काबिलियत से तुलना करते हुए इनको हास्यास्पद बताया.
अधिकारियों के अलावा राजनेताओं ने भी एक्शन की मांग की है. भाजपा नेता वरुण गांधी ने लिखा है, ‘मैं और देश के कई अन्य लोग कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए क्वेरेंटाइन में चले गए हैं. पीलीभीत के डीएम और एसपी का ये व्यवहार बेहद गैर जिम्मेदाराना है. पीएम मोदी ने हमें इसे गंभीरता से काम लेना चाहिए. मैं आग्रह करता हूं कि नियमों का उल्लंखन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.’
While many people,including myself,are in self-quarantine & India battles COVID-19 on a war footing,the conduct of the SP & DM of Pilibhit is callous & irresponsible.Times like these need mature conduct,like the PM advised.I urge action against those who violated the #JantaCurfew pic.twitter.com/7pZuPFBmup
— Varun Gandhi (@varungandhi80) March 23, 2020
लोगों के जश्न वाले वीडियोज आने के बाद पीएम मोदी के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया गया है, ‘लॉकडाउन को अभी भी लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं और निर्देशों को गंभीरता से लें. राज्य सरकारों से अनुरोध है कि नियमों और कानूनों का पालन करवाएं.’
लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें। राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं।
— Narendra Modi (@narendramodi) March 23, 2020
हालांकि, इस आलोचना के बाद डीएम वैभव श्रीवास्तन ने जुलूस वाली बात का खंडन करते हुए लिखा है कि ये खबरें एकतरफा हैं. उनके मुताबिक रविवार को जनता भावनात्मक जुड़ाव के कारण बाहर आ गई थी और बल प्रयोग करना व्यवहारिक नहीं था. उन्होंने अपना एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वो लोगों को समझाते हुए नजर आ रहे हैं.