नई दिल्ली: जमीयत उलेमा-ए-हिंद अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ सोमवार की दोपहर पुनर्विचार याचिका दायर करेगा. मुस्लिमों के इस प्रमुख संगठन के सूत्रों ने यह जानकारी दी.
Jamiat Ulema-e-Hind to file review petition in the Ayodhya land dispute case in Supreme Court today.
— ANI (@ANI) December 2, 2019
जमीयत की कार्यकारी समिति ने 14 नवंबर को पांच सदस्यों का एक पैनल गठित किया था जिसमें कानूनी विशेषज्ञ और धार्मिक मामलों के विद्वानों को शामिल किया गया था. इस समिति का गठन उच्चतम न्यायालय के नौ नवंबर के फैसले के प्रत्येक पहलु को देखने के लिए किया गया था.
जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी की अगुवाई में इस पैनल ने शीर्ष अदालत के फैसले को चुनौती देने वाली पुनर्विचार याचिका की संभावनाओं को देखा और सिफारिश की कि इस मामले में समीक्षा याचिका दायर की जानी चाहिए.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक के बाद जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के मौलाना अरशद मदनी ने कहा था, ‘हम जानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले पर हमारी पिटीशन 100 प्रतिशत खारिज हो जाएगी. लेकिन हमें रिव्यू पिटीशन डालनी चाहिए. यह हमारा अधिकार है.’
बता दें कि 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ ने लंबे समय से चले आ रहे अयोध्या मामले पर फैसला सुनाया था. कोर्ट ने अपने फैसले में विवादित जमीन राम लला को दी थी और मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का फैसला सुनाया था.
फैसले के बाद मुस्लिम समुदाय के कई पक्षकारों ने सवाल उठाए थे और कहा था कि इसे चुनौती देने के लिए विचार किया जाएगा.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)