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Thursday, 9 May, 2024
होमदेशजकार्ता में ASEAN-India समिट में PM मोदी ने कहा, 'इंडोनेशिया के साथ सह-अध्यक्षता करना सम्मान की बात'

जकार्ता में ASEAN-India समिट में PM मोदी ने कहा, ‘इंडोनेशिया के साथ सह-अध्यक्षता करना सम्मान की बात’

2022 में भारत और आसियान देशों के समूह के बीच संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने के बाद आसियान-भारत शिखर सम्मेलन पहला शिखर सम्मेलन है.

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नई दिल्ली: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह इंडोनेशिया पहुंचकर कहा कि दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान)-भारत शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करना उनके लिए “सम्मान” की बात है.

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो को शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए बधाई दी और कहा, “हमारी साझेदारी चौथे दशक में पहुंच गई है. इस शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करना मेरे लिए सम्मान की बात है. मैं इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो को आयोजन के लिए बधाई देना चाहता हूं.”

इससे पहले पीएम मोदी ने कहा था कि वह “एक बेहतर प्लानेट बनाने के लिए विभिन्न नेताओं के साथ काम करने” के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने कहा, “पिछले साल हमने India-ASEAN मैत्री दिवस मनाया और इसे व्यापक रणनीतिक साझेदारी का रूप दिया…”

प्रधानमंत्री मोदी के इंडोनेशिया पहुंचने पर प्रवासी भारतीयों ने उनका औपचारिक स्वागत किया और शिखर सम्मेलन स्थल, जकार्ता कन्वेंशन सेंटर में उनका स्वागत इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने किया.

2022 में भारत और आसियान देशों के समूह के बीच संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने के बाद आसियान-भारत शिखर सम्मेलन पहला शिखर सम्मेलन है.

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पीएम ने कहा कि हमरा इतिहास और भूगोल भारत और आसियान को जोड़ते हैं. साथ ही साझा मूल्यों, क्षेत्रीय एकता, शांति, समृद्धि और मल्टीपोलर वर्ल्ड में साझा विश्वास भी हमें आपस में जोड़ता है. आसियान-भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का केंद्रीय स्तम्भ है. भारत-आसियान सेंट्रीलिटी और इंडो पैसिफिक पर ASEAN के आउट लुक का पूर्ण समर्थन करता है।

पीएम मोदी ने अपने प्रस्थान वक्तव्य में कहा, “आसियान के साथ जुड़ाव भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है.”

पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 20वां आसियान-भारत शिखर सम्मेलन एक “अत्यंत पोषित” साझेदारी है.

आसियान-भारत शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा कि वैश्विक विकास में आसियान क्षेत्र की अहम भूमिका है…वसुधैव कुटुंबकम ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ यही भावना भारत की जी-20 अध्यक्षता की थीम है…21वीं सदी एशिया की सदी है…मुझे विश्वास है कि आज हमारी बातचीत से भारत और आसियान क्षेत्र के भावी भविष्य को और सुदृढ़ बनाने के लिए नए संकल्प लिए जाएंगे.

आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री मोदी 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) में भाग लेंगे.
जकार्ता पहुंचने पर पीएम मोदी ने इंडोनेशियाई भाषा में ट्वीट किया, ”जकार्ता पहुंच गए. आसियान से संबंधित बैठकों और बेहतर प्लानेट के लिए विभिन्न नेताओं के साथ काम करने को लेकर उत्सुक हूं.”

 

प्रधानमंत्री की इंडोनेशिया यात्रा इस साल भारत की अध्यक्षता में 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन से पहले हो रही है. इंडोनेशिया G20 ‘ट्रोइका’ का हिस्सा है क्योंकि पिछले साल इस समूह की अध्यक्षता उसके पास थी.

इंडोनेशिया के जकार्ता में 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आसियान के अन्य नेताओं के साथ तस्वीरें भी खिंचाई और सभी नेताओ ने एक साथ एक मंच सांझा किया.

यह भी पढ़ें: उदयनिधि की सनातन धर्म वाली टिप्पणी पर पीएम मोदी ने मंत्रियों से ‘उचित जवाब’ देने को कहा


 

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