नई दिल्ली: कोरोनावायरस महामारी से जंग के लिए दुनिया भर के कई नेता अभूतपूर्व नेतृत्व दे रहे हैं. ऐसे ही एक अभूतपूर्व नेतृत्व का मामला आयरलैंड से आया है जहां इस वायरस से होने वाली कोविड-19 नाम की बीमारी के ख़िलाफ़ वहां के पीएम फ़िर से डॉक्टर बन गए हैं.
आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने ख़ुद को फ़िर से डॉक्टर के तौर पर रजिस्टर करवाया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना महामारी से जंग के ख़िलाफ़ वो हफ्ते में एक दिन की शिफ्ट करेंगे. आपको बता दें कि उन्होंने सात सालों तक एक डॉक्टर के तौर पर प्रैक्टिस की है. नेता बनने के पहले वो डबलिन के एक हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर थे.
आयरलैंड में अभी तक 5000 के करीब कोविड-19 के मामले सामने आए हैं. जिनमें 150 के करीब मामले ही गंभीर रहे हैं. इस ऑउटब्रेक की वजह से पीएम ने वापस से देश के इलाज की कमान संभालने की फ़ैसला लिया. 2013 में उन्हें जिस मेडिकल रजिस्टर से हटाया गया था, इस काम के लिए वो फ़िर से उसका हिस्सा बन गए हैं.
उनके ऑफ़िस के मुताबिक उन्होंने देश के हेल्थ सर्विस एक्ज़िक्यूटिव को हफ्ते में एक दिन अपनी सेवा स्वास्थ्य के उस क्षेत्र में देने को कहा है जिसमें वो निपुण हैं. उनके ऑफ़िस के प्रवक्ता ने कहा, ‘उनके परिवार के कई सदस्य और दोस्त हेल्थ सर्विस में काम कर रहे हैं. वो (पीएम) जिस भी तरह से हो सके उस तरह से मदद करना चाहते हैं.’
दरअसल, देश के स्वास्थ्य मंत्री साइमन हैरिस ने एक ड्राइव लॉन्च किया है, जिसके तहत देश में लोगों को हेल्थ सर्विस से जोड़ा जा रहा है. पीएम का इससे जुड़े उसी के नतीजे के तौर पर देखा जा रहा है. आयरलैंड भी अन्य देशों की तरह कोविड-19 के ख़िलाफ़ लड़ाई में जूझ रहा है.
आपको बता दें कि देश में चलाई गई स्वास्थ्य व्यवस्था से जुड़ने की मुहिम को 70,000 से अधिक प्रतिक्रियाएं मिली हैं. जानकारी के मुुताबिक देश के पीएम पहले उन लोगों को फ़ोन पर सलाह देंगे, जिन्हें लेकर आशंका है कि उनका सामना इस वायरस से हुआ होगा.
आयरिश टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पीएम एक ऐसे परिवार से आते हैं जिनमें कई डॉक्टर हैं. लियो वराडकर के पिता डॉक्टर के और मां नर्स के नर्स होने के अलावा उनकी पार्टनर, दो बहनें और उनके पति सभी स्वास्थ्य सेवाओं में काम करते हैं.