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Sunday, 22 December, 2024
होमदेश'देश के लिए जो भरोसा बढ़ा है उसमें न्याय व्यवस्था की बड़ी भूमिका', लॉयर्स कांफ्रेंस में बोले PM मोदी

‘देश के लिए जो भरोसा बढ़ा है उसमें न्याय व्यवस्था की बड़ी भूमिका’, लॉयर्स कांफ्रेंस में बोले PM मोदी

लॉयर्स कांफ्रेंस में मोदी बोले, उनकी सरकार न्यायपालिका के कामकाज को आम लोगों की भाषा में सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है. अगर न्यायपालिका का कामकाज अपनी भाषा में होगा तो देश के लोगों को वह अपना लगेगा.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में अंतर्राष्ट्रीय वकील सम्मेलन 2023 का उद्घाटन किया. उद्घाटन समारोह में भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी शामिल हुए.

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी बोले, अंतर्राष्ट्रीय अधिवक्ता सम्मेलन वसुधैव कुटुंबकम की भारत की भावना का प्रतीक बन गई है. किसी भी देश के निर्माण में वहां की कानूनी बिरादरी की बहुत बड़ी भूमिका होती है. भारत में वर्षों से न्यायतंत्र भारत की न्याय व्यवस्था के संरक्षक रहे हैं.

भारत कई ऐतिहासिक निर्णयों का साक्षी बना है

उन्होंने आगे कहा, आज यह सम्मेलन एक ऐसे समय में हो रहा है जब भारत कई ऐतिहासिक निर्णयों का साक्षी बना है. एक दिन पहले ही भारत की संसद ने लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33% आरक्षण देने का कानून पास किया है. कानूनी पेशेवरों के अनुभव ने आजाद भारत की नींव को मजबूत करने का काम किया है. आज भारत के प्रति विश्व का जो भरोसा बढ़ रहा है, उसमें भी भारत की न्याय व्यवस्था की बड़ी भूमिका है.

उन्होंने जोर देते हुए कहा, साइबर आतंकवाद हो, मनी लॉन्ड्रिंग हो, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हो, विभिन्न मुद्दों पर सहयोग के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क तैयार करना सिर्फ किसी शासन या सरकार से जुड़ा मामला नहीं है. इसके लिए अलग-अलग देशों के कानूनी ढांचा को भी एक दूसरे से जुड़ना होगा. आगे कहा कि उनकी सरकार न्यायपालिका के कामकाज को आम लोगों की भाषा में सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है. अगर न्यायपालिका का कामकाज अपनी भाषा में होगा तो देश के लोगों को वह अपना लगेगा.

इस अवसर पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि ऐसी दुनिया की आकांक्षा करना काल्पनिक नहीं है जहां राष्ट्र, संस्थान और सबसे महत्वपूर्ण रूप से व्यक्ति एक-दूसरे के साथ जुड़ने के लिए खुले हों.

सीजेआई ने अपने संबोधन में आगे कहा, “हममें से प्रत्येक के पास अलग-अलग न्यायक्षेत्रों, दृष्टिकोणों और सबसे महत्वपूर्ण रूप से एक-दूसरे से सीखने के लिए बहुत कुछ है.अगले दो दिनों में, हम दुनिया भर के न्यायाधीशों, सुप्रीम कोर्ट के मेरे अपने सहयोगियों और सहित कुछ बेहतरीन लोगों को देखेंगे.”

इस दौरान वहां मौजूद केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अपने संबोधन में भारतीय वैधानिक प्रावधानों पर जोर दिया जो ‘व्यापार करने में आसानी’ सुनिश्चित करते हैं.

बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा 23 और 24 सितंबर को ‘न्याय वितरण प्रणाली में उभरती चुनौतियां’ विषय पर अंतर्राष्ट्रीय वकील सम्मेलन 2023 का आयोजन किया जा रहा है.

सम्मेलन का उद्देश्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न कानूनी विषयों पर सार्थक बातचीत और चर्चा के लिए एक मंच के रूप में कार्य करना, विचारों और अनुभवों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना और कानूनी मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और समझ को मजबूत करना है.


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