नई दिल्लीः इंटेलीजेंस एजेंसियां सोशल मीडिया खासकर उन वॉट्सऐप ग्रुप्स पर काफी करीब से नज़र रख रही हैं जो अग्निपथ योजना के बारे में गलत सूचना फैला रहे हैं और छात्रों को उकसा रहे हैं.
उन्होंने राज्य की पुलिस को भी अराजत तत्वों पर नजर रखने को कहा है जो लोग इन सभी अराजक तत्वों का साथ देते हैं और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जमीनी स्तर पर कोचिंग इन्स्टीट्यूट्स के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर नजर रखने को कहा गया है और लोकल पुलिस को इन कोचिंग संस्थानों को मालिकों से संपर्क करने को कहा गया है ताकि वे छात्रों को अग्निपथ योजना के बारे में सही जानकारी दें.
उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ दिनों में सैकड़ों वॉट्सऐप ग्रुप क्रिएट किए गए हैं जिसके जरिए अग्निपथ योजना को लेकर तमाम गलत सूचनाएं फैलाई गई हैं. हम लोग राज्य पुलिस के साथ मिलकर करीब से काम कर रहे हैं और उन्हें कानून-व्यवस्था के बारे में जानकारी दे रहे हैं.’
उन्होंने कहा कि वे स्थानीय पुलिस के साथ संपर्क में हैं ताकि विरोध प्रदर्शन करने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान की जा सके.
बता दें कि बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अग्निपथ रिक्रूटमेंट को लेकर काफी हिंसक प्रदर्शन किए थे.
गुरुवार को सरकार ने स्पष्ट किया कि अग्निवीरों का भविष्य स्थिर है. इसके अलावा इस मुद्दे से जुड़े मिथ्स एंड फैक्ट्स भी जारी किए जिसकी वजह से काफी विरोध प्रदर्शन हो रहा है.